उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की पहचान की गई
दमोह। विस्तारित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान अंतर्गत हर महीने की 9 और 25 तारीख को गर्भवती महिलाओं की पूरी जाँच और उपचार की व्यवस्था जिले के 09 अस्पतालों में की गई है। अभियान को सफल बनाने के लिये कलेक्टर श्री सुधीर कुमार कोचर द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे है।कलेक्टर श्री कोचर द्वारा हटाए पटेरा एवं हिण्डोरिया में ईपीएमएसएमए शिविर का जायजा लिया। उन्होंने स्वास्थ्य शिविर अवलोकन दौरान चिन्हित जोखिम वाली गर्भवती महिला और सामान्य गर्भवती महिला का पंजीयन अलग.अलग करने के निर्देश दिये।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अर्पित वर्मा विकास खण्ड तेंदूखेड़ा एवं जबेरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में लगाये गये शिविरों का अवलोकन किया । तेंदूखेड़ा में आयोजित शिविर दौरान 163 एवं जबेरा में 108 गर्भवती महिला पंजीकृत की गई। विशेषज्ञ की देखरेख में किये जा रहे स्वास्थ्य परीक्षण.जॉंच दौरान 45 उच्च जोखिम महिलाएं तेन्दूखेड़ा में चिन्हित की गईंए वहीं जबेरा में इनकी संख्या 30 रही। शिविर में बनाई गई व्यवस्थाओं यथा गर्भवती महिलाओं के पृथक से बनाये गये पंजीयन काऊंटरए लैब जॉंच व्हाईटल्सए परामर्श हेतु बनाये गये पृथक.पृथक काऊंटर किये जा रहे स्वास्थ्य परीक्षण.जॉंच सेवाओं एवं गर्भवती महिलाओं को पोषण आहार के संबंध में दिये जा रहे परामर्श के प्रति संतोष जताया।इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सरोजनी जेम्सबेक ने बताया विस्तारित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत जिले की जिला चिकित्सालय सहित सिविल अस्पताल हटा एवं सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों सहित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण.जॉंच शिविर लगाये गये।
शिविर दौरान 108 एम्बूलेन्स सेवा के जरिए पहुंची गर्भवती का स्त्रीरोग विशेषज्ञध् दक्षता स्किल लैब प्रशिक्षित चिकित्सक द्वारा 798 पंजीकृत महिलाओं का स्वास्थ्य जॉंच.परीक्षण कर उच्च जोखिम गर्भवती महिलाओं की पहचानए प्राथमिक उपचार एवं आवश्यक प्रबंधन किया गया। सुरक्षित संस्थागत प्रसव के लिए उचित स्वास्थ्य संस्था का चयन किया गया। शिविर के दौरान गर्भवती महिलाओं की 310 आभा आईडी भी बनाई गई। शिविर में पहॅुची गर्भवती महिलाओं को आवश्यकतानुसार आयरन एवं कैल्शियम गोलियो का वितरण किया गया । जच्चा. बच्चा की सुरक्षा एवं स्वस्थ्य शिशु के लिये गर्भवतियों को स्वयं ध्यान रखने के साथ संतुलित आहार सेवन के संबंध में परामर्श दिया गया। मातृ.मृत्यु दर कम करने में बेहद अहम ईपीएमएसएमए शिविर की संवेदनशीलता के मद्देनजर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रीता चटर्जी द्वारा ब्लॉकों में भ्रमण कर शिविर क्रियान्वयन के संबंध में व्यवस्थाओं का आंकलन कर उचित मार्गर्दान दिया गया।
शिविर में पहुंची महिलाओं के स्वल्पाहार पेयजल एवं बैठक व्यवस्था एवं गर्मी से राहत देने कूलर की भी व्यवस्था रही। शिविर में पहुंची गर्भवती महिलाओं के 10 अनिवार्य प्रयोगशाला जॉंच वेट हाईट एमयूएसी बीएमआई लिया गया। मेडीकल हिस्ट्री आधार पर उच्च जोखिम महिला की पहचान की गई। शिविर दौरान गर्भवती महिलाओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुये पृथक से पंजीयन काऊंटरए लैब जॉंच व्हाईटल्स एवं मेडीकल हिस्ट्री काऊंटर के अलावा विशेषज्ञ स्वास्थ्य परीक्षण काऊंटर परामर्श काऊंटर बनाये गये। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पथरिया में सीबीएमओ डॉ ई मिंज के मार्गदर्शन में लगाये गये शिविर दौरान 127 गर्भवती महिलाओं का पंजीयन कर उच्च जोखिम गर्भवती की पहचान की गई। 80 आभा आईडी भी बनाई गई। शिविर में इमलियाघोना ग्राम से शिविर का लाभ लेने पहुंची कमला पति संजय अठया के जांच परीक्षण दौरान बांये हिस्से में वेजाईनल सिस्ट होना पाया गया। महिला का फुलटर्म में होने की वजह से डॉ सोनाली जैन ने एपीसिओटॉमी कर बच्चे को बाहर निकाला गया। जच्चा.बच्चा दोनो स्वस्थ्य हैं। प्रसव से रिकव्हरी के पश्चात जिला चिकित्सालय दमोह में सिस्ट का ऑपरेशन की सलाह दी गई। शिविर में ही पहुंची रोशनी पति अभिषेक गौंड़ दूसरा ग्रेविडा का परीक्षण दौरान लो बीपी पाये जाने पर अस्पताल में भर्ती कर उपचार सेवा प्रदाय की गई।
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के साथिओ से मिले कलेक्टर.. दमोह । प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत लगाए गए शिविर में आज कलेक्टर श्री सुधीर कोचर सर के द्वारा सिविल हॉस्पिटल हटा का भ्रमण किया गया वहीं राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम किशोर किशोरी साथिया से कलेक्टर श्री कोचर मिले एवं कार्यक्रम की जानकारी ली गई । वहीं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन भोपाल के राज्य प्रशिक्षकों के द्वारा राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम की विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के किशोर किशोरी साथिया के द्वारा मुख्य छह घटक पोषण ,यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य, आसंचारी बीमारियां, नशीले, पदार्थों के दुष्परिणाम, चोट हिंसा एवं लिंग आधारित हिंसा ,मानसिक स्वास्थ्य, एवं तीन उद्देश्य मातृ मृत्यु दर में कमी लाना, शिशु मृत्यु दर में कमी लाना, सकल प्रजनन दर को कम करना पर हमारे ग्राम के किशोर किशोरी साथिया इन 6 घटक एवं तीन उद्देश्य पर काम करते हैं ।
वही 10 से 19 वर्ष के किशोर किशोरियों को किसी भी प्रकार की समस्या होती है तो इन किशोरों को उमंग क्लिनिक , साथिया द्वारा रेफर किया जाता है साथ ही सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमो में साथिया जमीनी स्तर पर सहभागिता देते है वही ग्रामों में होने वाले टीकाकरण में भी किशोर किशोरी साथिया अपने स्तर पर सहभागिता प्रदान करते हैं साथ ही बता दे की 10 से 19 वर्ष के किशोर किशोरियों को साथिया ब्रिगेड सदस्य के रूप में पंजीकृत करता है इसके बाद में महीने के दूसरे रविवार और चौथे रविवार को 10 से 19 वर्ष के ब्रिगेड सदस्यों के साथ में साथिया अपने ग्राम में ब्रिगेड बैठक का आयोजन करता है
जिसमें किसी भी प्रकार की किशोर किशोरियों को समस्या होती है साथिया जानने की कोशिश करता है साथ ही महीने के तीसरे रविवार को क्लेस्टर बैठक सुपरवाइजर और राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के प्रशिक्षक के माध्यम से कॉमिक बुक पर एवं समस्त हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर एवं आगामी चुनौतियां को लेकर की जाती है श्री कलेक्टर को जानकारी के साथ-साथ उमंग क्लीनिक की विजिट भी करवाई गई l शिविर में राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के राज्य प्रशिक्षक, आरपी शर्मा, नीलेश शिंदे , सीबीएमओ अमन श्रीवास्तव, बीसीएम देवेंद्र ठाकुर, बीपीएम विक्रम ठाकुर, आरकेएसके के पी.सी.महेंद्र मिश्रा ,परामर्शदाता अनिल अहिरवार, प्रशिक्षक करण सिंह, प्रशिक्षक सीमा राजा के साथ स्वास्थ्य विभाग की समस्त टीम उपस्थित रही ।
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