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नेशनल लोक अदालत में 357 प्रकरणों का निराकरण, कुटुम्ब न्यायालय में बिछड़े दम्पत्ति फिर हुये एक.. नवाचारी नवीन हाई स्कूल अभाना की छात्राओं ने लिया अनूठा संकल्प.. कथा व्यास किशोरी वैष्णवी गर्ग ने किया भगवान के 24 अवतारों का वर्णन

 नेशनल लोक अदालत में 357 प्रकरणों का निराकरण

दमोह। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार परस्पर समझौते के आधार पर आमजन को त्वरित एवं सुलभ न्याय दिये जाने के उद्देश्य से नेशनल लोक अदालत का आयोजन जिला न्यायालय दमोह तथा तहसील न्यायालय हटा पथरिया तेंदूखेड़ा में प्रिंसिपल जिला न्यायाधीश अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अजय प्रकाश मिश्र के मार्गदर्शन में किया गया। जिला न्यायालय दमोह में नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ प्रिंसिपल जिला न्यायाधीश अजय प्रकाश मिश्र द्वारा सरस्वती जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया गया। 

शुभारंभ कार्यक्रम में विशेष न्यायाधीश शरतचंद सक्सेना प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय अंजनी नंदन जोशी जिला न्यायाधीश सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण धर्मेश भट्ट प्रथम जिला न्यायाधीश संतोष कुमार गुप्ता द्वितीय जिला न्यायाधीश महिमा कछवाहाए चतुर्थ जिला न्यायाधीश जितेन्द्र नारायण सिंह पंचम जिला न्यायाधीश राममनोहर सिंह दांगी षष्ठम जिला न्यायाधीश अनुराग सिंह कुशवाह सप्तम जिला न्यायाधीश अमर गोयल मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रामसिंह बघेल एवं अन्य समस्त न्यायाधीशगण अध्यक्ष जिला अधिवक्ता संघ कमलेश भारद्वाज उपाध्यक्ष सुरेश खत्री जिला विधिक सहायता अधिकारी रजनीश चौरसिया डिप्टी चीफ लीगल एड डिफेंस काउंसिल मदन जैन अध्यक्ष तृतीय श्रेणी कर्मचारी संघ अनिल स्वामी अधिवक्तागण प्रशासनिक अधिकारी न्यायालयीन कर्मचारीगण एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

नेशनल लोक अदालत में न्यायालयों में लंबित दाण्डिक सिविल मोटर दुर्घटना कुटुम्ब न्यायालय में लंबित पारिवारिक मामले चैक बाउंस लंबित विद्युत के प्रकरणों के साथ.साथ बैंकों दूरसंचार विद्युत एवं नगर पालिका के प्रिलिटिगेशन प्रकरणों को रखा गया। जिनके निराकरण हेतु संपूर्ण जिले में 19 खण्डपीठों का गठन किया गया।जिला न्यायाधीशध्सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण धर्मेश भट्ट ने बताया नेशनल लोक अदालत में मोटर दुर्घटना के  31 प्रकरणों में कुल 6651000 रूपये के अवार्ड पारित किये गये। इसके अतिरिक्त न्यायालयों में लंबित 31 विद्युत प्रकरणोंए  28 चैक अनादरण 12 पारिवारिक विवाद 125 दांडिक 6 सिविल लंबित प्रकरणों सहित कुल 261 प्रकरणों का नेशनल लोक अदालत के माध्यम से निराकरण किया जाकर एक करोड़ सत्तर लाख छियालीस हजार दो सौ सत्ताईस रूपये के अवार्ड पारित किये गयेए इसी प्रकार नेशनल लोक अदालत के माध्यम से प्रिलिटिगेशन के मामलों में कुल 96 प्रकरणों का निराकरण किया गया जाकर सत्रह लाख रूपये से अधिक राशि की वसूली की गई।

कुटुम्ब न्यायालय में बिछड़े दम्पत्ति फिर हुये एक..कुटुम्ब न्यायालय दमोह में ग्राम इमलाई निवासी नारायण पटैल ने पत्नि श्रीमती मंझली बहू के विरूद्ध दाम्पत्य जीवन के पुर्नस्थापन हेतु प्रकरण प्रस्तुत किया गया था प्रकरण के अनुसार आवेदक नारायण का विवाह 22 वर्ष पूर्व हुआ थाए दाम्पत्य संबंध में 03 संतान प्राप्त हुई है अनावेदिका मंझली बहू वर्ष 2024 में संक्राति पर्व पर अपने मायके गई और तब से वह मायके में निवास कर रही थी। आवेदक अपनी पत्नि को साथ रखना चाहता था। प्रकरण के तथ्यों को ध्यान में रखकर प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय के द्वारा प्रकरण नेशनल लोक अदालत में रखा गयाए दोनों पक्ष को समझाईश दी गई..

समझाईश उपरांत दोनों ने एक दूसरे को माला पहनाकर विवाद को समाप्त कर खुशी.खुशी विदा हुए। समझाईश के दौरान उपस्थित मान्नीय श्री अजय प्रकाश मिश्रए प्रधान जिला न्यायाधीश ने दम्पत्ति से कहा कि दाम्पत्य जीवन में एक दूसरे के प्रति सम्मान का भाव होना आवश्यक है साथ ही छोटी.छोटी बातों को अनदेखा करना तथा अपनी कमियों का सुधार करना भी आवश्यक है तभी वैवाहिक जीवन सफल हो सकता है। रजनीश चौरसिया जिला विधिक सहायता अधिकारी ने सभी के सहयोग हेतु आभार व्यक्त किया।

 प्रिंसिपल जिला न्यायाधीश अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अजय प्रकाश मिश्र ने कहा आज की नेशनल लोक अदालत में पूरे जिले में कुल 19 खंडपीठ बनाए गए हैंए जिसमें दमोह में 11 खंडपीठ हटा में 6 तेंदूखेड़ा और पथरिया में 01.01 खंडपीठ बनाए गए हैं। पूरे जिले में कुल कंपाउंडेबल केसेस 760 केसेस रिफर किए गए हैं लिटिगेशन के और 2019 केसेस प्रिलिटिगेशन के हैं जिसमें बैंक केए नगर पालिका केए विद्युत विभाग के और सभी विभागों का जिसमें इंडस्ट्रलाइज बैंक के साथ.साथ प्राइवेट बैंक भी शामिल है। उन्होंने कहा इस नेशनल लोक अदालत में या किसी भी लोक अदालत में जो कंप्रोमाइज होते हैं उसका जो सबसे बड़ा फायदा होता है की इन केसेस की कोई अपील नहीं होती है। आपसी सहमति से यह केसेस निपटाए जाते हैं। ऊपर के कोर्ट का हाई कोर्ट का और अपिलिक न्यायालय का बोझ काम होता है। दोनों पार्टी मेंन.मेंन सिचुएशन में रहती है। ना कोई हारता है ना ही कोई जीतता है तो आपस में उनके बीच में अच्छे संबंध और सौहार्द वातावरण भी बना रहता है।

उन्होंने बताया प्रयास इस बार भी लगभग उतने ही किए गए हैं सारे केसेस में जितने भी कंपाउंडेबल केसेस हैं उसमें नोटिस जारी किया गया हैए सभी प्रिलिटिगेशन जो बैंक के नगरपालिका के हैं वहां पर जाकर के सारे अधिकारियों से पूछा है नोटिस शत.प्रतिशत सर्व हुए हैंए इसमें पुलिस की बहुत अच्छी भूमिका रही हैए पुलिस ने भी नोटिस सर्व करने में काफी सहयोग किया है लिटिगेशन के प्रकरणों मेंए विद्युत के प्रकरणों में भी पुलिस का बड़ा अच्छा सहयोग रहा है नोटिस सर्व करने में। उन्होंने कहा मेंन चीज यही है कि यदि नोटिस सर्व करा लेते हैं तो फिर ज्यादा चांसेस रहते हैं।

नवाचारी नवीन हाई स्कूल अभाना की छात्राओं ने लिया अनूठा संकल्प..  दमोह/-  अक्षय तृतीया के पर्व पर कन्या हाई स्कूल अभाना की छात्राओं ने वृक्ष के नीचे बाल विवाह रोकने एवं अषिक्षा के विरूद्ध संघर्ष करने का अनूठा संकल्प लिया। दमोह जिले के नवाचारी विद्यालयों में अभाना के शासकीय नवीन कन्या हाई स्कूल अभाना का नाम अब अग्रिम पंक्ति में लिया जाने लगा है। इसके पूर्व शैक्षिक सत्र में ही संडे स्कूल कान्सेप्ट, आर्ट एंड क्राफ्ट प्रषिक्षण कैम्प, संगीत प्रषिक्षण सत्र, शैक्षणिक यात्रा, वन भ्रमण यात्रा, सांस्कृतिक नाट्य यात्रा, ब्यूटी पार्लर प्रषिक्षण, आनंद व्यंजन मेला, योग षिविर, बालिका नृत्य प्रषिक्षण (समूह एवं एकल नृत्य) सहित विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिये अनेक नवाचार सफलतापूर्वक आयोजित किये गये हैं। 

जिले के उत्साही कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर के मार्गदर्षन में चल रहे ‘‘रूक जाना नहीं’’ अभियानांतर्गत बालिकाओं ने षिक्षा के साथ-साथ बाल विवाह की कुरीति को रोकने का आव्हान किया। राष्ट्रपति पुरूस्कार प्राप्त प्राचार्य डॉ. आलोक सोनवलकर ने बालिकाओं को बाल विवाह रोकने की सामूहिक शपथ दिलाई और कहा कि वे संदेषवाहक बनकर अपने ग्रामीण क्षेत्र में इस कुरीति को रोकने के लिये संपूर्ण शक्ति और ऊर्जा से जीवन भर प्रयास करेंगी और इस दिषा में जिला प्रषासन के प्रयासों को भी तत्परतापूर्वक सहयोग करेंगी। इसके पूर्व शाला प्रवेष उत्सव में अपर कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अर्पित वर्मा ने शाला में की गई सुंदर एवं आकर्षक पेन्टिंग की भूरि-भूरि सराहना करते हुये इसे दमोह जिले के अन्य विद्यालयों के लिये रोल मॉडल की संज्ञा दी थी। अपर कलेक्टर वर्मा ने 5 श्रेष्ठ योग्यता प्राप्त छात्राओं को मुकुट पहनाकर उन्हें पुरूस्कृत किया और इसे बालिका सषक्तिकरण का प्रेरक मॉडल बताया। पूर्व में विद्यालय में लायंस क्लब दमोह की ओर से सभी छात्राओं को निःषुल्क स्वेटर वितरित किये गये जिसकी संपूर्ण जिले में सराहना हुई थी। अल्प संसाधनों के बीच में भी शाला की छात्राओं के प्रोत्साहन के लिये अनेक नवाचारी प्रयासों को बल दिया जा रहा है जिसके सुपरिणाम अब सामने आने लगे हैं। जिला षिक्षा अधिकारी एस.के. नेमा ने शाला में किये जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुये अन्य विद्यालयों से इसका अनुसरण करने का आव्हान किया है।

 कथा व्यास किशोरी वैष्णवी गर्ग ने किया  भगवान के 24 अवतारों का वर्णन..  दमोह: श्री रूंद वाले हनुमान मंदिर कुंडलपुर पटेरा में चल रही महंत श्री गजेन्द्र पुरी जी महराज द्वारा आयोजित ,किशोरी वैष्णवी गर्ग जी के मुखारविंद से  श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन - शुकदेव जन्म, परीक्षित श्राप और अमर कथा का वर्णन करते हुए बताया कि“नारद जी के कहने पर पार्वती जी ने भगवान शिव से पूछा कि उनके गले में जो मुंडमाला है वह किसकी है तो भोलेनाथ ने बताया वह मुंड किसी और के नहीं बल्कि स्वयं पार्वती जी के हैं। हर जन्म में पार्वती जी विभिन्ना रूपों में शिव की पत्नी के रूप में जब भी देह त्याग करती शंकर जी उनके मुंड को अपने गले में धारण कर लेते पार्वती ने हंसते हुए कहा हर जन्म में क्या मैं ही मरती रही, आप क्यों नहीं।
शंकर जी ने कहा हमने अमर कथा सुन रखी है पार्वती जी ने कहा मुझे भी वह अमर कथा सुनाइए शंकर जी पार्वती जी को अमर कथा सुनाने लगे। शिव-पार्वती के अलावा सिर्फ एक तोते का अंडा था जो कथा के प्रभाव से फूट गया उसमें से श्री सुखदेव जी का प्राकट्य हुआ कथा सुनते सुनते पार्वती जी सो गई वह पूरी कथा श्री सुखदेव जी ने सुनी और अमर हो गए शंकर जी सुखदेव जी के पीछे उन्हें मृत्युदंड देने के लिए दौड़े। सुखदेव जी भागते भागते व्यास जी के आश्रम में पहुंचे और उनकी पत्नी के मुंह से गर्भ में प्रविष्ट हो गए। 12 वर्ष बाद श्री सुखदेव जी गर्व से बाहर आए इस तरह श्री सुखदेव जी का जन्म हुआ।कथा व्यास किशोरी जी ने बताया कि भगवान की कथा विचार, वैराग्य, ज्ञान और हरि से मिलने का मार्ग बता देती है। राजा परीक्षित के कारण भागवत कथा पृथ्वी के लोगों को सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ । समाज द्वारा बनाए गए नियम गलत हो सकते हैं किंतु भगवान के नियम ना तो गलत हो सकते हैं और नहीं बदले जा सकते हैं।
कथा व्यास जी ने उन्होंने कहा कि भागवत के चार अक्षर इसका तात्पर्य यह है कि भा से भक्ति, ग से ज्ञान, व से वैराग्य और त त्याग जो हमारे जीवन में प्रदान करे उसे हम भागवत कहते है। इसके साथ साथ भागवत के छह प्रश्न, निष्काम भक्ति, 24 अवतार श्री नारद जी का पूर्व जन्म, परीक्षित जन्म, कुन्ती देवी के सुख के अवसर में भी विपत्ति की याचना करती है। क्यों कि दुख में ही तो गोविन्द का दर्शन होता है। जीवन की अन्तिम बेला में दादा भीष्म गोपाल का दर्शन करते हुये अद्भुत देह त्याग का वर्णन किया। साथ साथ परीक्षित को श्राप कैसे लगा तथा भगवान श्री शुकदेव उन्हे मुक्ति प्रदान करने के लिये कैसे प्रगट हुये इत्यादि कथाओं का भावपूर्ण वर्णन किया।

साथ ही श्रीमद् भागवत तो दिव्य कल्पतरु है यह अर्थ, धर्म, काम के साथ साथ भक्ति और मुक्ति प्रदान करके जीव को परम पद प्राप्त कराता है। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत केवल पुस्तक नही साक्षात श्रीकृष्ण स्वरुप है। इसके एक एक अक्षर में श्रीकृष्ण समाये हुये है। उन्होंने कहा कि कथा सुनना समस्त दान, व्रत, तीर्थ, पुण्यादि कर्मो से बढ़कर है। कथा सुनकर पांडाल में उपस्थित श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। कथा के मध्य में मेरी लगी श्याम संग प्रीत और मां की ममता के महत्व का भजन सुनकर भक्त आत्मसात हो गये।
इस कथा का लाइव प्रसारण यूट्यूब चैनल एवं सोशल मीडिया पर भी किया जा रहा है । समस्त भक्त जनों की उपस्थिति रही।कथा के मार्गदर्शक  महंत श्री गजेन्द्र पुरी जी महराज श्रीमती कौशल्या रानी गर्ग, श्रीमती कमल रानी गर्ग, जानकी सीताराम दुबे, नन्नी बाई कोमल सिंह परिहार, मुन्नी बाई वीरेंद्र सिंह चौहान, माया देवी सिंह राजपूत, दौलत राम कुर्मी, कुसुम रानी, विमलेश रानी कल्याण यादव, संतोष रानी लोक राम कुशवाहा, रामानंद किशोर सैनी, सुशीला कैलाश ताम्रकार, प्रभा रानी बारेलाल पटेल, शीला बाई कुर्मी, पान बाई मोहनलाल साहू, बेनी बाई प्रताप यादव, ओमकार यादव, प्रभा राजाराम साहू , विमला बाई कुर्मी, छोटी बाई कुर्मी, , पूना बाई कुर्मी,पान बाई बर्मन ,जानकी बाई राजपूत ,महारानी चुन्नी लाल कुर्मी ,सुहाग रानी जगमोहन पटेल एवं समस्त ग्रामवासी कुंडलपुर पटेरा। समस्त यजवानों ने आप सभी से कथा श्रवण करने की अपील की है

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