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केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल रानी दमयंती संग्रहालय के बाद जरारूधाम का भ्रमण किया.. बुंदेलखंड का पर्यटन स्थल होगा जरारूधाम गौ अभ्यारण्य.. जरारू गौ-अभ्यारण में कृषकों को दिया प्रशिक्षण-

केंद्रीय मंत्री रानी दमयंती संग्रहालय पहुंचे
दमोह। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री श्री पहलाद पटेल आज दोपहर में आकस्मिक रूप से रानी दमयंती संग्रहालय पहुंचे। उन्होंने संग्रहालय का भ्रमण कर हैग्रीव प्रतिमा एवं अभिज्ञान राम प्रतिमा को पुनः देखने का एवं शेष खाली कक्षाओं को प्रयोजन के बारे में चर्चा की। 
श्री पटेल ने रखरखाव की तारीफ करते हुए प्रकृति एवं हरियाली के साथ पुरातत्व को सराहा। ज्ञात हो कि भारत सरकार 1 सितंबर 2020 को अनलॉक-4 की गाइडलाइन जारी की गई है, जिसके अंतर्गत अब यह निर्णय लिया गया है, कि राज्य शासन के समस्त संग्रहालय एवं राज्य संरक्षित स्मारकों को 4 सितंबर से खोल दिया जाए।
बुंदेलखंड का पर्यटन स्थल होगा जरारूधाम गौ अभ्यारण्य
दमोह के सांसद व भारत सरकार में संस्कृति और पर्यटन राजमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने दमोह पहुचे जहाँ पर उन्होंने रात्रि विश्राम कर प्रातः 08 बजे जरारूधाम गौ अभ्यारण्य के लिए रवाना हुए। इस दौरान उन्होंने गौ अभ्यारण्य का पैदल भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने गत दिवस किए गए वृक्षारोपण का भी जायजा लिया। इस दौरान केन्द्रीय मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने आम-जन से अपील करते हुए कहा कि अधिक से अधिक संख्या में में दमोह के जरारूधाम गौ अभ्यारण्य आकर यहां की प्राकृतिक सुन्दरता का आनंद ले साथ ही गौ माता की सेवा अवश्य करें। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जरारूधाम गौ अभ्यारण्य बुंदेलखंड का पर्यटन स्थल होगा। 
इस दौरान भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष नरेन्द्र व्यास, भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष गोपाल पटेल, भाजपा जिला उपाध्यक्ष बहादुर पटेल, रामकली तंतुवाय अनीता खरे, मनीष पलया, करन सिंह, कपिल शुक्ला, भगवान सिंह हिनोती, रणधीर दाहिया, मोन्टी रैकवार, अनुज वाजपेयी, राजाराम सोनी की विशेष रूप से मौजूदगी रही।
जरारू धाम गौ-अभ्यारण में कृषकों को दिया प्रशिक्षण-
दमोह। केंद्रीय राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) पर्यटन एवं संस्कृति विभाग श्री प्रहलाद पटेल के निर्देशन में जरारू धाम गौअभ्यरण में आत्म निर्भर भारत अंतर्गत कृषक प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस मौके पर कृषि विभाग के सहायक संचालक श्री जे.एल. प्रजापति ने कृषको को बताया कि भारत देश मे लगभग 70ः आवादी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से खेती पर निर्भर है कृषको के आत्म निर्भर होने पर ही आत्म निर्भर भारत का सपना पूर्ण हो सकता है, इसी उद्देश्य को लेकर कृषक जैविक खेती करके एवं एफ. पी .ओ.का गठन कर आत्म निर्भर बन सकते है। श्री प्रजापति ने बताया कि कृषक जैविक खेती हेतु आवश्यक आदान सामग्री अपने घर पर ही कम लागत में तैयार कर सकते है। जैविक खाद यथा गोबर की खाद, केचुआ खाद, हरी खाद, नाडेप खाद, बर्मी वाश आदि तैयार करने की विधियां बताई। प्रशिक्षण में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि गण एवं निज सचिव श्री राजकुमार सिंह, कृषि विभाग के कृषि विकास अधिकारी श्री एस.पी.तिवारी तथा बटियागढ़ विकास खंड के समस्त ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी तथा लगभग 40 कृषक उपस्थित रहे।

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