कुण्डलपुर में विमानोत्सव के साथ आमसभा आयोजित हुई
कुण्डलपुर। माघ मेले के समापन पर विमानोत्सव के साथ जल विहार यात्रा पाण्डुक षिला पर पहुँची। जहाँ पर आर्यिका रत्न ऋजुमति माताजी एवं आर्यिका रत्न उपषांतमति माताजी के ससंघ सान्निध्य में श्री जी का अभिशेक शांतिधारा एवं पूजन की गई।इसके पूर्व शांति भवन में दोपहर के आमसभा का आयोजन किया गया। सभा के प्रारम्भ में इंजी. कु.पूर्वी जैन, प्राची एवं आस्था जैन ने मंगलाचरण किया। सभा की अध्यक्षता कर रहे भोपाल जैन समाज के अध्यक्ष प्रमोद जैन हिमांषु के साथ क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष संतोश सिंघई, उपाध्यक्ष देवेन्द्र सेठ, कमलेष चैधरी, वीरेन्द्र बजाज, अभय बनगांव निर्माण संयोजक संदेश जैन ने बड़े बाबा एवं छोटे बाबा आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के चित्र का अनावरण कर ज्ञान ज्योति का प्रज्जवलन किया गया।
अतिथियों का महामंत्री नवीन
निराला, मंत्री नेमकुमार सराफ, श्रैयांष लहरी धार्मिक आयोजन मंत्री
शैलेन्द्र मयूर, प्रचार मंत्री सुनील वेजेटेरियन, नरेन्द्र बजाज, सावन
सिंघई, इंजी. गौरव जैन, संदीप मोदी, सवन जैन आदि ने स्वागत किया। क्षेत्र
के महामंत्री द्वारा गतबर्श का आय-व्यय पत्र का वाचन किया। जिसका सभा के
द्वारा सर्वसम्मति से अनुमोदन किया गया। आगामी वर्श के अनुमानित बजट को भी
सभा के समक्ष प्रस्तुत किया गया जिसकी सभा सदस्यों के द्वारा ध्वनिमत से
स्वीकृति प्रदान की गई। महामंत्री के द्वारा क्षेत्र के वार्शिक प्रतिवेदन
का वाचन किया गया। निर्माण संयोजक संदेष जैन के द्वारा बड़े बाबा के मंदिर
निर्माण के संबंध में जानकारी दी गई। उन्होने कहा कि मंदिर का निर्माण
कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है और हम अपने सम्भावित लक्ष्य को षीघ्र
प्राप्त कर लेंगें।
उन्होने कहा कि 2021 के अंत तक मंदिर निर्माण को पूरा
करने के लक्ष्य को प्राप्त कर आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के ससंघ
सान्निध्य में 2021 में भव्य पंचकल्याणक महोत्सव को आयोजित करने हेतु
तैयारियां प्रारम्भ की जावेगी। यह पंचकल्याणक भारत वर्श का अभूतपूर्व
महोत्सव होगा जिसमें लगभग 10 लाख श्रद्धालुओं के आगमन की सम्भावना को देखते
हुए 1 बर्श पूर्व से ही तैयारियां प्रारम्भ करनी होगी। सभा द्वारा आगामी
नवम्बर 2021 में क्षेत्र कमेटी के आम चुनाव को नवम्बर माह में सम्भावित
पंचकल्याणक महोत्सव को देखते हुए 6 माह के लिए स्थगित कर उन्हें 6 माह के
पष्चात पुनः आयोजित करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया।
इस मौके पर सभा
के अध्यक्ष प्रमोद हिमांषु ने कहा कि आप सभी लोग सौभाग्यषाली है कि इतने
विषाल क्षेत्र की सेवा का आपको सौभाग्य मिल रहा है। यहाँ पर बड़े बाबा के
मंदिर की पूर्णता पर पंचकल्याणक महोत्सव अंतर्राश्ट्रीय स्तर का होगा।
कमेटी के द्वारा सभा के अध्यक्ष प्रमोद हिमांशु का शाॅल श्रीफल भेंट कर
सम्मान किया।
संवेदनशील व्यक्ति क्षमावान होता है- आचार्य श्री निर्भय सागरदमोह। वैज्ञानिक संत आचार्य श्री निर्भय सागर जी महाराज ने बांदकपुर नगर में धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा जिंदगी को उपहास ना बनाकर उपहार बनाना चाहिए। दूसरों को समझने से पहले खुद को समझने की चेष्टा करना चाहिए। खुद को समझने वाला एक दिन खुदा बन जाता है। दूसरों को जानने और देखने से राग अथवा द्वेष पैदा होता है।
खुद की और दृष्टि डालने पर कषायें समाप्त हो जाती है। निज को देखने वाला जिन बन जाता है। आत्मा संवेदनशील पदार्थ है ज्वलनशील नहीं। क्रोध मान आदि कषायों के कारण आत्मा ज्वलनशील बन रही है। क्रोध की ज्वाला में स्वयं जलता है और दूसरा भी जल जाता है इसलिए भगवान महावीर स्वामी ने क्रोध को छोड़कर क्षमा धारण करने का उपदेश दिया। संवेदनशील बनने से संबंध मधुर बनते हैं। संवेदनशील व्यक्ति क्षमावान होता है।
संवेदनशीलता परोपकारी बनाती है, संवेदनाएं मर चुकी हैं कान सब के बंद हैं, इस धरा पर आज मेरी बात सुनता कौन है, लाखों लगे अंजाम जिन पर न्याय वही कर रहे, न्याय कैसे मिल सकेगा सोचता कब कौन हैं, दूसरों को भी दिखाएं देख उनकी गलतियां, स्वयं करते लाख गलती सोचता ए कौन है, आचार्य श्री ने कहा गुण ग्रहण का भाव रखना चाहिए। गुण ग्राही दृष्टि व्यक्ति को पूज्य बनाती है। जहां नाम आता है वहां विवाद होते हैं जहां गुण ग्रहण का भाव होता है वहां विवाद समाप्त होता है।आचार्य श्री का कल बांदकपुर से कुंडलपुर की ओर बिहार होगा।
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