जून के 17 वें दिन एक पोजटिव रिपोर्ट..दमोह जिले में जून के 17 वें दिन 01 कोरोना मरीज सामने आया हैं, यह मरीज पटेरा निवासी हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संगीता त्रिवेदी ने जिले के निवासियों से आग्रह किया हैं कि अभी कोरोना गया नही हैं आने वाले 6 माह और परस्पर सामाजिक दूरी और हाथ धोते रहें।बरसात के पानी को सहेजेगें गांव के स्कूल में..
हटा, दमोह। क्षेत्र के कई ग्रामीण स्कूल ऐसे है जहां तीन सौ से लेकर चार सौ फीट की गहराई में भी पानी नहीं है, यहां पानी की समस्या ठंड गर्मी में बनी रहती है, बोर लगभग हर स्कूल परिसर में कराये गये है, कुछ में तो खारा पानी आ रहा है, जो पीने योग्य नहीं है, आईसीआईसीआई फाउन्डेशन के द्वारा क्षेत्र के विनती, कांटी, उदयपुरा, मडियादो, सेमरा पट्टीमाल, दमोतीपुरा, काईखेडा, तिगरा एवं वर्धा स्कूल परिसर में पानी को सहेजने की पहल की गई है, फाउन्डेशन के प्रोजेक्ट मैनेजर रजनीकांत पलाटी ने बताया कि यहां स्कूलों में पानी की समस्या को देखते हुए स्कूल परिसर में वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम तैयार किये जा रहे है, जिससे जमीन का जलस्तर अच्छा बना रहे।
फाउन्डेशन के डेवलपमेंट आफीसर सूरज गुजर ने बताया कि स्कूल की छत पर चारों ओर एक एक ईट चलाकर बरसात के पानी को एकत्र कर पाइप के माध्यम से जहां हेण्डपम्प लगा होता है वहां तक लाते है, साथ ही इस पाइप को हेण्डपम्प की केसिन से जोड देते है, ताकि बरसात का पूरा पानी हेण्डपम्प के अंदर ही जाये, जिस पाईप को छत से हेण्ड पम्प तक लाते है उसके बीच में चेम्बर तैयार करके फिल्टर भी लगाते है ताकि शुद्ध पानी ही हेण्ड पम्प के अंदर जाये, छत के कचरा को निकालने के लिए एक वाल्व अलग से लगाते है ताकि पहला कचरा वाला पानी को अलग किया जा सके, फिल्टर के दोनो साइड भी कचरा को अलग करने के लिए वाल्व रहते है, संग्रहित पानी का फैलाव एक से दो किलोमीटर के क्षेत्रफल में रहता है, जिससे आसपास भी जलस्तर बढ जाता है, साथ ही जो हेण्ड पम्प खारा पानी देते है उनमें से मीठा पानी आयेगा।
उन्होने बताया कि इसे तैयार करने के लिए सभी सामग्री स्थानीय बाजार में मिल जाती है, केवल पर फिल्टर के लिए पूना से बुलाना पडता है, इसे तैयार करने में एक लाख रूपये से कम की लागत आ रही है, समाजसेवी मनीष सिंघई, कनई पटैल, सोमित नामदेव ने बताया कि जिन स्कूल में पानी की समस्या है, जलस्तर कम होने के कारण हेण्ड पम्प नहीं चल रहे वहां सरकार के द्वारा इसे अपना कर जमीन का जलस्तर को बढाया जा सकता है, इसे स्कूल के फंड से भी कराये जाने की अनुमति प्रदान की जाना चाहिए, साथ ही नये एवं पुराने सरकारी भवन आवासों में भी इसे अनिवार्य कर देना चाहिए। हटा से संजय जैन की रिपोर्ट
किराना दुकान से रिफाइंड सोयाबीन तेल की सेंपलिंग..
दमोह। कलेक्टर एस कृष्ण चैतन्य द्वारा दिये गये निर्देशो के तहत डीओ खाद्य सुरक्षा प्रशासन डॉ.संगीता त्रिवेदी के मार्गदर्शन में खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत खाद्य सुरक्षा अधिकारी दमोह राकेश अहिरवाल ने दमोह शहर में निरीक्षण कार्यवाही करते हुए खाद्य तेल के नमूने जांच हेतु लिए हैं। खाद्य सुरक्षा अधिकारी राकेश अहिरवाल ने बताया दमोह शहर में बाराद्वारी के पास स्थित गिरनार ट्रेडर्स प्रो. आनंद जैन की दुकान का निरीक्षण किया। मौके पर अवि ब्रांड रिफाइंड सोयाबीन तेल का नमूना जांच हेतु लिया है।
उक्त खाद्य परिसर में फूड लाईसेंस की प्रति एवं फूड सेफ्टी डिस्प्ले बोर्ड लगा हुआ पाया गया है। परिसर में पेस्ट कंट्रोल व्यवस्था एवं कार्यरत कर्मचारियों का वार्षिक मेडिकल परीक्षण करवाने के निर्देश दिए गए हैं। उक्त खाद्य परिसर का फोस्कोरिस एप्प के माध्यम से ऑनलाइन निरीक्षण किया गया। इन रिफाइंड सोयाबीन तेल के नमूनों को जांच हेतु राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भोपाल भेजा गया है। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर इस संबंध में नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। खाद्य सुरक्षा प्रशासन विभाग की यह कार्यवाही निरंतर जारी रहेगी।
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