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गुरु पूर्णिमा एवं वीर शासन जयंती पर जैन मिलन नगर प्रमुख शाखा ने किया आयोजन.. धर्मनगरी तेंदूखेड़ा को मिला संतो का सानिध्य.. श्री तारण तरण चैत्यालय जी मे हुई कलश स्थापना.. पंचायती दिगम्बर जैन मंदिर में चातुर्मास कलश स्थापना आज..

 गुरु पूर्णिमा एवं वीर शासन जयंती पर आयोजन

दमोह। गुरु पूर्णिमा के अवसर पर जैन मिलन नगर प्रमुख शाखा दमोह द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें गुरु पूर्णिमा एवं वीर शासन दिवस मनाया गया। इस अवसर पर गुरुपूर्णिमा महोत्सव का जैन धर्म में महत्व’ पर प्रकाश डालते हुए विस्तार से चर्चा की गई। एवं आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर के शिक्षक नित्या एवं निष्ठा का शिवरार्थी द्वारा सम्मानित किया गया एवं प्रशिक्षकों  द्वारा सभी छात्रों को चाकलेट वितरण की गई । 

 कार्यक्रम के अतिथि के रूप में सुधीर सिंघई अध्यक्ष श्री दिगंबर जैन पंचायत, राजेश सेठ संरक्षक जैन मिलन, राकेश जैन हरदुआ राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य, अखलेश पंडित उपाध्यक्ष मंदिर कमेटी एवं अरविंद सिंघई और भारतीय जैन मिलन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नेम कुमार सराफ, युवा पत्रकार राजा ठाकुर की विशेष उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन दिलेश चौधरी एवं जिनेन्द्र उस्ताद एवं आभार आलोक पलंदी द्वारा किया गया



’गुरुपूर्णिमा महोत्सव का जैन धर्म में महत्व.. आज के ही दिन गौतम स्वामी को भगवान महावीर स्वामी के रुप में योग्य गुरु की प्राप्ति हुई थी जिस कारण आज हम गुरु पूर्णिमा पर्व मनाते हैं एवं योग्य शिष्य मिलने के बाद आज के ही दिन भगवान महावीर स्वामी जी की प्रथम देशना हुई थी जिस कारण आज वीर शासन जयंती भी मनाई जाती है। वैसे ही गुरु जो हमें भव पार करा देए हमें प्राप्त हों ऐसे भाव से आज गुरुपूर्णिमा पर वर्तमान के महावीर हमारे गुरु आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का गुणानुवाद किया एवं आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर के शिक्षक नित्या एवं निष्ठा का शिवरार्थी द्वारा सम्मानित किया गया एवं प्रशिक्षकों  द्वारा सभी छात्रों को चाकलेट वितरण की गई । 

श्री तारण तरण चैत्यालय जी मे कलश स्थापना..
तेंदूखेड़ा श्रावण कृष्णा एकम वीर शासन जयंती पर्व के पावन दिवस पर भव्य जीवों के आत्म कल्याणार्थ श्री वीर प्रभु की दिव्य देशना खिरी थी,साथ ही आज गुरु पूर्णिमा का मंगलमय अवसर भी है,इसलिये प्रभु की मंगल मयी वाणी की प्रभावना हेतु आज से श पूज्यनीय साधक संघ के  श्री ब्र. प्रज्ञानंद  महाराज जी का वर्षावास तेदूखेडा़ नगर को प्राप्त हो रहा है 




 साथ में बा.ब्र. अंजना बहिन का सानिध्य भी मिल रहा है,आज दो तिथियों के सुखद संयोग पर श्री तारण तरण जैन चैत्यालय तेदूखेडा़ में दान दाताओं द्वारा रत्नत्रय के प्रतीक तीनों ध्वजा और कलशो की दान प्रभावना और मंदिर विधि सानंद सम्पन्न हुई,साथ ही सदगुरु तारण तरण देव जी के ग्रंथों का अस्थाप हुआ।इस दौरान पूज्य महाराज श्री ने प्रवचनों में- त्याग और राग में अंतर बताते हुये कहा कि- चातुर्मास या वर्षावास का समय साधु सन्तो के सानिध्य में धर्म लाभ अर्चन करने औऱ बाहरी आडम्बरो से खुद को दूर रखते हुये अपने निज में रमने का अवसर होता है। इस अवसर पर सभी साधर्मी बंधुओं की उपस्थिति रही, सभी का आभार युवा परिषद ईकाई अध्यक्ष उमेश जैन द्वारा किया गया

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