असाटी महिला मंडल द्वारा तीन दिवसीय समर कैंप.. दमोह।
शहर के असाटी वार्ड नंबर एक संस्कार भवन में असाटी महिला मंडल समिति द्वारा तीन दिवसीय समर कैंप में तीन प्रशिक्षण रखे गए। जिसमें डांस प्रशिक्षण श्रीमती प्रीति
संतोष असाटी के द्वारा समाज की बहनों एवं नवयुवती को दो डांस की कंप्लीट
प्रिपरेशन के साथ-साथ एक आकर्षक पैरोडी डांस का प्रशिक्षण भी बहुत सुंदर
तरीके से दिया। महिलाओं नवयुवतियों ने पूरे एंजॉय एवं जोश के साथ नृत्य सीखा। साथ ही आयोजन की बढ़ती हुई श्रृंखला में श्रीमती त्रिशला प्रशांत असाटी के
द्वारा आइसक्रीम प्रशिक्षण दिया गया।जिसमें इन्होंने विभिन्न प्रकार की
आइसक्रीम वनीला, बटरस्कॉच, टूटी फ्रूटी, चॉकलेट, मैंगो, पाइनएप्पल,
स्ट्रॉबेरी, राजभोग, आइसक्रीम के साथ-साथ और भी टेस्टी आइसक्रीम बर्फ का
गोला के प्रशिक्षण एवं मिल्कशेक बनाना,चॉकलेट, स्ट्रॉबेरी, शेक एवं कोल्ड
कॉफी विद आइसक्रीम जैसी गर्मी के मौसम में ठंडी ड्रिंक कैसे घर में आसानी
से तैयार की जा सकती है के बारे में बहुत खूबसूरती से प्रशिक्षण दिया। समाज
की बहनों ने इसका भरपूर लाभ लिया एवं प्रशंसा की समर कैंप की अंतिम
श्रृंखला कैलीग्राफी जो की विशेष रूप से बच्चों के लिए रखी गई थी। महिला
समिति की सह सचिव श्रीमती नेहा असाटी के द्वारा समाज के बच्चों को
कैलीग्राफी प्रशिक्षण के माध्यम से सुंदर एवं आकर्षक अल्फाबेट्स स्पेलिंग
सेंटेंस एवं लेखन कला को कैसे सुंदर बनाया जाता है इसका विस्तृत प्रशिक्षण
दिया । जिसे बच्चों ने पूरे उमंग मस्ती के साथ सिखा समर कैंप के अंतिम दिन प्रशिक्षण देने वाली तीनों बहनों का महिला समिति के द्वारा मोमेंटो प्रदान कर सम्मान किया गया वहीं समर कैंप में सह भागिता देने वाली सभी बहनों एवं नवयुवती बच्चों को भी प्रोत्साहन स्वरूप सुंदर उपहार वितरित किए गए।
तीनों
दिन समाज की अधिक संख्या में महिलाएं उपस्थित रही सभी ने कार्यक्रम को आनंद
एवं भरपूर लाभ उठाया और यह भी कहा कि इस तरह के कार्यक्रम समाज में होते
रहना चाहिए जो समाज में आपसी प्रेमभाव को बढ़ाने के साथ-साथ प्रतिभा में भी
निखार लाता है प्रशिक्षण देने वाली तीनों ही बहनों ने असाटी समाज की बहनों
को पूरे समर्पण एवं उत्साह के साथ प्रशिक्षण दिया असाटी महिला मंडल समिति
श्रीमती प्रीति, श्रीमती त्रिशला,श्रीमती नेहा के प्रति हृदय से कृतज्ञता
व्यक्त करती है एवं प्रशंसा करती है यह अपेक्षा करती है कि इस तरह के सहयोग
समाज को आपके द्वारा मिलते रहे इन तीन दिनों समर कैंप मैं बहुत गर्मी थी
परंतु असाटी संस्कार भवन के व्यवस्थापक श्री मुकेश असाटी के द्वारा भवन
व्यवस्थित साफ सफाई में पंखा कूलर की जबरदस्त व्यवस्था हम बहनों के लिए एवं
इसके साथ-साथ बड़ी समिति के द्वारा तीनों ही दिन समाज की समस्त बहनों,
बच्चों के लिए ठंडा पानी एवं ठंडे टेस्टी पेय पदार्थ की पूरे समय शानदार
व्यवस्था रही।
श्री सहस्त्रचंडी महायज्ञ की कलश यात्रा आज.. दमोह। माँ बड़ी देवी जी की कृपा से श्री सहस्त्रचंडी महायज्ञ
का आयोजन राजा मेरिज हाल धगट चौराहा के पास होने जा रहा है। 06 जून गुरूवार, गणेश पूजन प्रातः 10 बजे से
कलश यात्रा शाम 6 बजे से नगर भ्रमण कार्यक्रम स्थल पर समापन किया जावेगा।
इस यात्रा मे जिले के सभी पुजारी, पुरोहित, कर्मकांडी, भागवतचार्य,
एवं समस्त भक्तगण सादर आमंत्रित है। पं. चंद्रगोपाल पौराणिक ने
बताया कि श्री सहस्त्रचंडी महायज्ञ की कलश यात्रा में समस्त भक्तों से
निवेदन है कि कलश यात्रा का भव्य स्वागत करें और जहां से भी कलश यात्रा
निकले तो घर के बाहर गोबर का लेपन करके चौक बनाकर कलश दीप जलाकर मां जगत
जननी का स्वागत करें।दैनिक कार्यक्रम 07 जून से 15 जून तक.. मण्डप पूजन
प्रातः 7 से 10 बजे तक, दुर्गा पाठ प्रातः 10 बजे से शाम 4 बजे तक, हवन शाम
6 बजे से रात्रि 10 बजे तक किया जायेगा। गंगा दशहरा 16 जून हवन एवं पूर्णाहुति प्रातः 10 बजे से कन्या पूजन प्रातः 11 बजे से,
और जल बिहार यात्रा शाम 06 बजे नगर भ्रमण होकर फुटेरा तालाब बड़ी देवी मंदिर
में विसर्जन। आचार्य पं. चंद्रगोपाल पौराणिक (बड़े महाराज) के सानिध्य
में समस्त ब्राम्हणों के सहयोग से संपन्न होगा, संरक्षक पुजारी पुरोहित
कर्मकांड महासंघ पं. राहुल पाठक, जिसमें कैलाश प्यासी, रामेश्वर
गोस्वामी, सुनील दुबे शास्त्री, नितिन शर्मा, आशीष कटार, सुदर्शन पाठक,
आशुतोष गौतम छोटू शास्त्री, रीतेश मिश्रा, सत्यम मिश्रा, केशव रावत,
सुरेंद्र तिवारी की उपस्थित रही। सेवा भाव परिवार में बग्गे ठाकुर,
कन्हाई खटीक, सोनू सोनी, अर्पण अग्रवाल, राजू यादव, नर्मदा, एवं सेवा भाव
परिवार के समस्त लोगो की उस्थिति रही। विश्व पर्यावरण दिवस पर उन्मुक्त संस्था ने पौधा रोपण किया.. दमोह।
विश्व पर्यावरण दिवस पर मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद के मार्गदर्शन में
उन्मुक्त सार्वजन कल्याण समाज से संस्था ने ग्रामपंचायत आमचोपरा पर पौधा
रोपण किया जिसमे राहुल पाठक ने बताया की आज हम सब यहां पर्यावरण दिवस मनाने
के मकसद से एकत्रित हुए हैं। हर वर्ष 5 जून का दिन विश्व भर में पर्यावरण
दिवस के रूप में मनाया जाता है। पर्यावरण की सुरक्षा की अहमियत को देखते
हुए वर्ष 1972 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रति वर्ष विश्व पर्यावरण
दिवस मनाने का फैसला किया था। इसके बाद 5 जून 1974 को पहला विश्व पर्यावरण
दिवस मनाया गया।हर साल पर्यावरण दिवस की थीम भी तय की जाती है। पिछले साल
थीम प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान पर आधारित थी। इस थीम का फोकस ’हमारी
भूमि’ नारे के तहत भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण और सूखे पर है। पेड़ों की
अंधाधुंध कटाई और बढ़ते प्रदूषण के चलते पर्यावरण दूषित होता जा रहा है।
ग्लोबल वार्मिंग बढ़ती जा रही है। खराब हवा लोगों का दम घोंट रही है। शहरों
में बहुत से लोगों को बदतर आवोहवा के चलते लोगों को सांस, हृदय, फेफड़ों की
बीमारियों हो रही हैं। जिसमे समिति के सादस्यो की उपस्थिति रही।
वृक्षारोपण एवं चित्रकला प्रतियोगिता से पर्यावरण संदेश.. दमोह।
विश्व पर्यावरण दिवस के मौक़े जिला कलेक्टर के निर्देश पर नवांकुर सस्था
बुंदेलखंड नव निर्माण संगठन एवं युवा जन कल्याण समिति ने शा. सरदार पटैल
उ.मा. विद्यालय प्रंगाण में वृक्षारोपण किया एवं शाला के छात्राओं के
द्वारा पर्यावरण के संरक्षण विषय पर चित्रकाला प्रतियोगिता में भाग लिया व
पर्यावरण के रंगों को बिखेरा। शिक्षक बहादुर सिंह ठाकुर ने बताया कि
पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवन शैली के लिए जन अभियान के माध्यम के
पौधारोपण, जल संरक्षण, बिजली बचाएं, सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करे,
अपने जीवन शैली में परिवर्तन लाये। पर्यावरण की बदलती तस्वीर को कैनवास पर
उकेरा, पर्यावरण पर प्रदूषण के प्रभाव को रंगों के माध्यम से दर्शाया।
प्लास्टिक का कम उपयोग कैसे करे इसे दर्शाया। धरती बचाओ प्राण बचाओ के
दृश्य को कागज पर दर्शाया, पानी बचाओ पर पेंटिंग बनाई एवं सभी छात्राओं को
पुरूषकार दिये। इस अवसर पर शाला प्राचार्य श्रीमती सुलक्षणा हजारी,
श्रीमती कामिनी अहीरवाल, सुशील कुमार सोनी, अखिलेश कुमार सोनी, प्रभात सिंह
राजपूत बाबू, नितिन श्रीवास्तव, श्रीमती मधुबाला श्रीवास्तव, श्रीमती
तरन्नुम आरा, बहादुर सिंह ठाकुर, श्रीमती अभिलाषा खरे, भजनलाल यादव, श्याम
विनय, फहीम खान, छोटेलाल माझी, नीलू रावल, आशुतोष गौतम, इमरत दादा, रीना
उपाध्याय, अभिषेक ठाकुर बडी संख्या मे छात्राओं की उपस्थिति रही। एकलव्य विवि एनसीसी इकाई द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस.. दमोह। एकलव्य विश्वविद्यालय में विश्व पृथ्वी दिवस पर राष्ट्रीय कैडेट कोर एवं राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा जागरूकता रैली निकालकर समाज को जागरूक किया गया। सभी कैडेट्स एवं स्वयं सेवकों ने पौधरोपण कर पर्यावरण के संरक्षण हेतु शपथ ली। इसके बाद व्याख्यान का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर कुलगुरू प्रोफ़ेसर डॉ पवन कुमार जैन कुलसचिव प्रोफेसर डॉ प्रफुल्ल शर्मा मुख्य परीक्षा नियंत्रक डॉ प्रकाश खम्परिया अधिष्ठाता अकादमिक डॉ अर्चना पाठक छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ शैलेन्द्र जैन कला एवं मानविकी संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर डॉ आर सी जैन एनसीसी केयर टेकर अधिकारी डॉ हृदय नारायण तिवारी राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी डॉ सुधीर गौतम फिजिकल इंस्ट्रक्टर साहिल कुर्मी की उपस्थिति रही। कार्यक्रम के आरंभ में सभी अतिथियों का स्वागत पौधा देकर किया गया। जागरूकता रैली के माध्यम से सभी को पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूक किया गया।
इसके बाद पौधरोपण कर सभी ने पर्यावरण संरक्षण हेतु शपथ ली। कुलसचिव डॉ प्रफुल्ल शर्मा ने पर्यावरण संरक्षण पर व्याख्यान देते हुए बताया कि प्लास्टिक का उपयोग हमारे जीवन जगत के लिए कितना नुकसानकारी है। इसके उपयोग से हम सभी को बचना चाहिए एवं सभी अधिक से अधिक पौधे लगाकर पर्यावरण को संरक्षित कर सकते हैं। इस अवसर पर एनसीसी कैडेट्स के साथ ही राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकए स्वयं सेविकाओं एवं विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विद्यार्थियों की उपस्थिति रही।
कमला नेहरू कालेज में अंकुर कार्यक्रम का आयोजन.. दमोह | शासकीय कमला नेहरू महिला महाविद्यालय में प्राचार्य डॉ रेखा जैन के मार्गदर्शन में अंकुर कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें प्राचार्य एवं महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक एवं छात्राओं के साथ मिलकर सभी ने महाविद्यालय प्रांगण में पौधे रोपे गए|
अंकुर कार्यक्रम के अंतर्गत व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसमें डॉ एन पी नायक, डॉ आभा अग्रवाल, डॉ अवधेश जैन एवं डॉ दिनेश पटेल ने अपने विचार व्यक्त किये | कार्यक्रम की संयोजक डॉ प्रीति वर्मा रही | डॉ मुदिता प्रवीण श्रीवास्तव, डॉ0मालती नायक, श्रीमती जया अहीरवाल, डॉ आराधना श्रीवास,श्रीमती सुरेखा बडोले, डॉ अनुभा सोंधिया, डॉ अनुभा तिवारी ,डॉ हरप्रीत कंधारी, डॉ चंद्रशेखर राठौर, डॉ अजय सिंह, डॉ उमेश दीपांकर, डॉ हरनाम राय एवं छात्रों की स्थिति इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अंतर के माध्यम से अधिक से अधिक छात्राएं जिसमें इन्होंने पर्यावरण संरक्षण से संबंधित जानकारी प्राप्त की |
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