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बुंदेली दमोह महोत्सव 2025 उत्सवी माहौल में समापन.. पूर्व मंत्री अजय विश्नोई, पूर्व निगम अध्यक्ष विनोद गोटिया हुए शामिल.. मप्र हिंदी साहित्य सम्मेलन की व्याख्यान माला सम्पन्न.. विद्यार्थियों को सर्किट हाउस भ्रमण कराया..

बुंदेली दमोह महोत्सव 2025 उत्सवी माहौल में समापन

दमोह बुंदेली गौरव न्यास दमोह द्वारा न्यास की आजीवन संरक्षक श्रीमती डॉक्टर सुधा मलैया एवं दमोह विधायक जयंत मलैया के मार्गदर्शन में 14 दिवसीय बुंदेली दमोह महोत्सव का आयोजन 18 जनवरी से 31 जनवरी तक किया गया। बुंदेली दमोह महोत्सव के समापन दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पाटन विधायक पूर्व मंत्री अजय विश्नोई, पर्यटन विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष एवं मप्र भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद गोटिया, दमोह विधायक पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया, श्रीमती अलका विश्नोई, पूर्व विधायक पी.एल. तंतुवाय, किसान संघ के प्रांत उपाध्यक्ष भवानी पटेल, पूर्व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रमेश बजाज एवं भाजपा जिला उपाध्यक्ष रमन खत्री द्वारा श्री गणेश का पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। सभी अतिथियों का स्वागत न्यास समिति द्वारा अंगवस्त्र पहनाकर और स्मृति चिन्ह भेंट कर किया गया।
पूर्व मंत्री पाटन विधायक अजय विश्नोई ने कहा कि सर्वप्रथम बुंदेली दमोह महोत्सव की सफलता की संपूर्ण टीम को बहुत-बहुत बधाई और कहा कि आज यहां डॉक्टर सुधा मलैया उपस्थित नहीं है परंतु उन्ही के मार्गदर्शन में यह महोत्सव परवान चढ़ा है कोई भी महोत्सव उत्सव तब बनता है जब उसमें अपनापन उत्साह ऊर्जा नृत्य संगीत हो यही उत्सव का वातावरण बनाते हैं उत्सव की सफलता यहां आने वाले लोगों की संख्या बताती है बड़े मंच बड़े उत्सव के लिए पुनः बधाई शुभकामनाएं। पर्यटन विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष एवं मप्र भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद गोटिया ने कहा कि महोत्सव घूमने के दौरान मुझे ऐसा लगा कि यह जगह महोत्सव के लिए छोटी पड़ गई है लगभग 25-30000 से अधिक लोग यहां घूमने आ रहे हैं इतनी भीड़ को संभालना खेल प्रतियोगिताएं मंचीय कार्यक्रम को संचालित करना नागरिक सम्मान के लिए चयन करना यह बहुत ही मुश्किल कार्य है प्रतिदिन की राजनीति से इतर समाज के अंदर उत्सव का वातावरण बनाने समाज के अंदर एकरूपता व मोलजोल बढ़ाने सांस्कृतिक एवं साहित्यिक गतिविधियों को स्थान देने और सभी को प्रोत्साहित करने के लिए संपूर्ण आयोजन समिति का हृदय से धन्यवाद करता हूं..
 व्यावसायिक दृष्टि से जो लोग यहां आए हुए हैं वह केवल व्यवसाय के लिए नहीं अपनत्व स्नेह व सुरक्षा के कारण यहां आए हैं यह महोत्सव की सफलता का राज है उत्सव को महोत्सव को उत्सव का वातावरण निर्मित करने के लिए पुन बधाई शुभकामनाएं। वरिष्ठ उपाध्यक्ष विवेक शेंडेय ने महोत्सव के संपूर्ण व्यवस्था और संचालन का विस्तार पूर्वक वर्णन करते हुए कहा कि बड़े शहरों में जब इस प्रकार के मेले हम देखते थे तब दमोह में भी ऐसे ही आयोजन की रूपरेखा ने साकार रूप लिया। न्यास की आजीवन संरक्षिका श्रीमती डॉ सुधा मलैया ने इस आयोजन को अपने सांस्कृतिक अनुभव से कला, संस्कृति, खेल, गायन, नृत्य, अभिनय सहित विभिन्न विधाओं का समायोजन करने का कार्य किया। दमोह की स्थानीय प्रतिभाओं को एक मंच प्रदान करने का कार्य महोत्सव ने किया है। साथ ही न्यास द्वारा अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन भी किया है। 
मंच का संचालन करते हुए सिद्धार्थ मलैया ने महोत्सव में अपना महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करने वाले विभिन्न टीमों के सदस्यों की कार्य कुशलता की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए अतिथियों द्वारा स्मृति चिन्ह द्वारा सम्मानित करवाया गया। तदुपरांत अतिथियों द्वारा चित्रकला प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों, निर्णायक और प्रभारीयों को सम्मानित किया गया। बुंदेली दमोह महोत्सव अध्यक्ष अंबालाल पटेल, सचिव प्रभात सेठ, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विवेक शेंडेय, उपाध्यक्ष केप्टन वाधवा, सिद्धार्थ मलैया, प्रबधक कार्यकारणी संयोजक मोहित संगतानी, घनश्याम पाठक, रवि गोस्वामी सहित बड़ी टीम ने महोत्सव को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया। एकलव्य विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ओडिशा नृत्य के प्रसिद्ध नृत्यकार तपन साहू ने ओडिशा नृत्य का मंचन कर सभी को मंत्रमुग्ध किया। अंकुर मिश्रा और उनकी टीम द्वारा भजनों की और खेमचंद अठ्या और टीम द्वारा गजलों की प्रस्तुति दी गई। 
बुंदेली दमोह महोत्सव के मंच पर नारी गौरव और पुरुष गौरव के माध्यम से ऐतिहासिक और पौराणिक महापुरुषों के चरित्र को जीवंत किया गया। नारी गौरव जीजाबाई, रानी दुर्गावती, रानी पदमावती, रानी लक्ष्मी बाई, चित्तूर की महारानी (चिनम्मा), झलकारी बाई, रानी अवंतीबाई, लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर, सावित्री बाई फुले और पुरुष गौरव डॉ भीमराव अंबेडकर, रामकृष्ण परमहंस, चंद्रशेखर आजाद, अटल बिहारी बाजपेयी भगत सिंह के चरित्र के जीवंत प्रस्तुति को सफल बनाने सहयोगी श्रीमती रोजी बग्गा, श्रीमती खुशबू सुरेखा, भरत राय, कृष्णा तिवारी, नीतेश राठौर रहें।
मप्र हिंदी साहित्य सम्मेलन की व्याख्यान माला सम्पन्न.. दमोह। मप्र हिंदी साहित्य सम्मेलन जिला इकाई के तत्वाधान में हिंदी साहित्य के पुरोधा मोहन राकेश जन्मशती के उपलक्ष्य में रामकुमार विद्यालय में व्याख्यान माला सम्पन्न हुई। मुख्य अतिथि मुख्य वक्ता प्रोफे.डॉ.एस.पी पचौरी व अध्यक्ष अमर सिंह राजपूत रहें। सरस्वती आराधन वंदन उपरांत इकाई अध्यक्ष रमेश तिवारी ने मोहन राकेश के रचना संसार की पूर्व पीठिका में कहा कि उनके कहानी, उपन्यास विशेषकर नाटक मानवीय सम्वेदनाओ से ओतप्रोत है। जो समाज में व्याप्त विषंगतियों को उजागर कर मुक्ति हेतु नव चेतना जागरण के स्थायी स्तम्भ है। मुख्य वक्ता पचौरी जी ने कहा कि मोहन राकेश के गद्य साहित्य में नाटक लेखन जो कि दृश्यकाव्य कहलाता है। यह लेखन विद्या चुनौती पूर्ण होती है। क्योकि दृश्यकाव्य में कल्पना न होकर यथार्थ का चित्रण होता है। उनके द्वारा रचित नाटको में आधे अधूरे नामक नाटक सर्वाधिक सफल चर्चित व मंचित हुआ है।
जिसमें लेखन काल से आज तक व्यक्ति की बेचैनी, संत्रास, उत्पीड़न, अभाव की भाव की ओर अंधी दौड़ का जीवत चित्रण है। उनके लेखन में समाज का वो चित्रण है जिसे हम नित्य देख रहे है भोग रहे है। पूरे समाज की रीढ़ स्त्री है जो नाटक की आधार भूमि है सम्पूर्ण समाज में लोग शरीर की पूर्ति के लिये नहीं मन की पूर्ति के लिये जी रहे है। इन्ही तथ्यो का सुंंसयोजन आपके नाटको में समाया है। द्वंद्व तथा अंतरद्वंद्व के धरातल पर आधारित एवं समय सापेक्ष रचना धर्मी थे मोहन राकेश आधे अधूरे नाटक के माध्यम से उन्होनें सहसंदेश सारांशतः सिद्व किया कि हर आधा आदमी घर से बाहर निकलता है पूरा होने के लिये किंतु उसे बाहर ऐसे ही आदमी मिलते है जिससे वह आधा अधूरा ही रह जाता है। अध्यक्ष अमर सिंह राजपूत ने कहा कि मोहन राकेश का लेखन समाज के दैनिक चुनौती पूर्ण जीवन का समावेश है। जो समाज को नई दिशा देने में समर्थ सिद्व हुआ है। कार्यक्रम में नगर रचनाकर रामकुमार तिवारी, पीएस परिहार, ओजेन्द्र तिवारी, राजेश शर्मा, इरफान उस्मानी, किशोर तिवारी, संजय चौरसिया, बीएम दुबे, परसोत्तम रजक, नरेन्द्र अरजरिया, पीसी गुप्ता, रिषी उपाध्याय की उपस्थिति रहीं। अंत में इकाई सचिव मानव बजाज से सबसे प्रति आभार ज्ञापित किया।
विद्यार्थियों को जिले के एक मात्र आर्द्रभूमि क्षेत्र सर्किट हाउस का भ्रमण कराया.. दमोह। विद्यार्थियों द्वारा आर्द्रभूमि क्षेत्र का भ्रमण एवं हरित शपथ का आयोजन जलवायु एवम् पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली तथा पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एप्को) मप्र शासन, भोपाल द्वारा संचालित पर्यावरण शिक्षण कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस ज्ञानचंद श्रीवास्तव शासकीय स्नातकोत्तर महा विद्यालय दमोह में ईको क्लब के अंतर्गत “वेटलैंड संरक्षण कैंपेन“ के अंतर्गत महाविद्यालय में नमभूमि मित्र का शपथ  एवं विद्यार्थियों को जिले का एक मात्र आर्द्रभूमि क्षेत्र जटाशंकर, सर्किट हाउस दमोह का भ्रमण कराया गया। यह भ्रमण प्रभारी प्राचार्य डॉ आरके व्यास के मार्गदर्शन एवं ईको क्लब प्रभारी डॉ0 मीरा माधुरी महंत के दिशा निर्देशन में संपन्न हुआ।
यह कार्यक्रम पर्यावरण हितैषी जीवन शैली अपनाने हेतु प्रकृति को नजदीक से समझने का अवसर प्रदान करने के साथ- साथ छात्र छात्राओं को पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान देने एवं अपने आसपास को स्वच्छ बनाए रखने हेतु प्रेरित करता है। इस आयोजन में वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ0 सुभाष कुमार अग्रवाल, डॉ0 जितेंद्र कुमार चौधरी, श्री मनीष साहू द्वारा सराहनीय सहयोग प्रदान किए गए। आज के प्राचार्य डॉ0 व्यास जी द्वारा महाविद्यालय के छात्र छात्राओं को नम भूमि मित्र की शपथ कराया गया। उक्त आयोजन में महाविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारी एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

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