मातृशक्ति होली मिलन स्नेह समारोह आयोजित.. दमोह। आज स्थानीय होटल अरिहंत रेजिडेंसी सभागार में महिला आयाम पर्यावरण गतिविधि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा मातृशक्ति होली स्नेह मिलन का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
होली का पारंपरिक महत्व पर सभी आगंतुकों ने अपने विचार रखें और पर्यावरण को बचाने पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए संकल्पित हुए। होली के पारंपरिक गायन एवं नृत्य का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम
संयोजक महिला आयाम प्रमुख पर्यावरण गतिविधि इंजीनियर शुभ्रा जैन जिला
पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रंजीता गौरव पटेल जनपद सदस्य श्रीमती संगीता श्रीधर
दमोह जनपद अध्यक्ष श्रीमती प्रीति राजू ठाकुर श्रीमती शिखा जैन भारतीय
जनता पार्टी महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती कविता बजाज श्रीमती सीमा जाट
महिला समन्वय श्रीमती मंजू राजपूत श्रीमती इंदु वैध श्रीमती वंदना बजाज
श्रीमती मंजूषा जैन श्रीमती नीता मिश्रा श्रीमती अर्चना जैन श्रीमती रंजना
जैन श्रीमती संगीता जैन पार्षद विभिन्न अनुसांगिक संगठन राष्ट्रीय सेविका
समिति बीजेपी विश्व हिंदू परिषद स्वदेशी जागरण मंच जैन मिलन साहित्य परिषद इत्यादि संगठन की मातृशक्ति की विशेष उपस्थिति रही।
एकलव्य विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई का सात दिवसीय विशेष शिविर बरबाँसा में प्रारंभ.. दमोह। एकलव्य विश्वविद्यालय दमोह की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा सात
दिवसीय विशेष शिविर गोद ग्राम बरबाँसा में ग्राम भ्रमण कर किया गया। यह
शिविर दिनांक 17 मार्च से 23 मार्च 2025 तक गोदग्राम बरबाँसा में आयोजित
किया जाना है। इस विशेष शिविर का शुभारंभ ग्राम पंचायत सरपंच लीला गौड़ की
स्वीकृति एवं सहयोग से किया जा रहा है। यह आयोजन एकलव्य विश्वविद्यालय की
कुलाधिपति डॉ. सुधा मलैया, प्रति कुलाधिपति श्रीमती पूजा मलैया, श्रीमती
रति मलैया के कुशल नेतृत्व एवं कुलगुरू प्रोफेसर डॉ. पवन कुमार जैन,
कुलसचिव डॉ. प्रफुल्ल शर्मा के निर्देशन में किया जा रहा है। इस अवसर पर
एकलव्य विश्वविद्यालय के माननीय कुलगुरू प्रोफ़ेसर डॉ. पवन कुमार जैन,
कुलसचिव डॉ. प्रफुल्ल शर्मा, मुख्य परीक्षा नियंत्रण डॉ. प्रकाश खम्परिया,
छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. शैलेन्द्र जैन, राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी
डॉ. हृदय नारायण तिवारी, डॉ. सुधीर गौतम के साथ ही फिजिकल इंस्ट्रक्टर श्री
साहिल कुर्मी, सतेंद्र यादव की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ
सरस्वती के चरणों में दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इसके पश्चात अतिथियों
का स्वागत पौधा देकर एवं स्वागत गीत के माध्यम से किया गया। इसके बाद
रासेयो अधिकारियों के निर्देशन में स्वयं सेवक एवं स्वयं सेविकाओं को बस से
ग्राम पंचायत बरबाँसा के लिए प्रस्थान किया गया। ग्राम पंचायत बरबाँसा
पहुँचकर शिविर के प्रथम दिवस में स्वयं सेवक-स्वयं सेविकाओं ने ग्राम भ्रमण
कर गाँव की मूलभूत समस्याओं को चिन्हित किया। इसी तरह अलग-अलग दिवस में
स्वास्थ्य, साइबर सुरक्षा, स्वच्छता, शैक्षिक जागरूकता, उन्नत कृषि, गौ वंश
संवर्धन आदि विषयों पर शिविर के दौरान ग्रामीण जनों को जागरूक किया जाएगा।
शिविर के प्रथम दिवस में कार्यक्रम के अंत में रासेयो अधिकारी डॉ. हृदय
नारायण तिवारी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए बताया कि एनएसएस इकाई
अपने ध्येय वाक्य मैं नहीं आप को साकार करने की दिशा में समाज के प्रत्येक
वर्ग को जागरूक करने हेतु सतत प्रयासरत है। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा
योजना के स्वयंसेवक, स्वयं सेविकाओं एवं ग्राम वासियों की उपस्थिति रही।
सात दिवसीय विशेष शिविर शुभारंभ के अवसर पर ग्राम भ्रमण के बाद सभी
स्वयंसेवकों ने समाज सेवा हेतु शपथ ली।
त्याग से ही भगवान बन सकते हैं- आचार्य विहर्ष सागर जी.. दमोह।
त्याग से ही भगवान बन सकते हैं संसार को त्यागे बिना कोई मोक्ष नहीं जा
सकता मनुष्य मालिक बनेगा तो गुलाम हो जाएगा क्योंकि वह जिस चीज का मालिक
बनता है उसे उसकी चिंता हो जाती है चिंता चिता के समान होती है उपरोक्त विचार आचार्य श्री
विहर्ष सागर जी महाराज ने दमोह नगर आगमन पर नन्हे मंदिर जैन धर्मशाला में
अपने मांगलिक प्रवचनों में अभिव्यक्त किए।
आचार्य श्री विहर्ष सागर जी महाराज ने कहा कि हमारा जीवन दर्पण की तरह होना चाहिए दर्पण टूट कर भी झूठ नहीं बोलता और हम टूटने के डर से सत्य नहीं बोलते एक दर्पण में सारे शास्त्रों का निचोड़ होता है दर्पण सभी का समान रूप से स्वागत करता है वह किसी के साथ भेदभाव नहीं करता जो जैसा होता है उसको वह वैसा ही आइना दिखा देता है सबका स्वागत करता है किंतु संग्रह कुछ नहीं करता जैन दर्शन यही कहता है सबका स्वागत करो लेकिन किसी का कुछ ग्रहण नहीं करो दर्पण की तरह अपने मन को सदैव स्वच्छ रखो तो मन सदैव निर्मल रहेगा निर्मल मन ही तीर्थ हैं।
आचार्य श्री विहर्ष सागर जी महाराज ने कहा कि हमारा जीवन दर्पण की तरह होना चाहिए दर्पण टूट कर भी झूठ नहीं बोलता और हम टूटने के डर से सत्य नहीं बोलते एक दर्पण में सारे शास्त्रों का निचोड़ होता है दर्पण सभी का समान रूप से स्वागत करता है वह किसी के साथ भेदभाव नहीं करता जो जैसा होता है उसको वह वैसा ही आइना दिखा देता है सबका स्वागत करता है किंतु संग्रह कुछ नहीं करता जैन दर्शन यही कहता है सबका स्वागत करो लेकिन किसी का कुछ ग्रहण नहीं करो दर्पण की तरह अपने मन को सदैव स्वच्छ रखो तो मन सदैव निर्मल रहेगा निर्मल मन ही तीर्थ हैं।
किया इसके पूर्व प्रातः काल अचार्य
संघ के कुंडलपुर से पद विहार करते हुए दमोह नगर आगमन पर समाज के द्वारा
भव्य अगवानी की गई धर्मपुर नाका पर एकत्रित समाज के युवा वर्ग और बुजुर्गों
ने बहुत उत्साह पूर्वक मुनि संघ की अगवानी की मंगल अगवानी में दिगंबर जैन
पंचायत शाकाहार उपासना परिसंघ नन्हे मंदिर कमेटी जैन मिलन आदि संस्थाओं के
पदाधिकारी एवं सदस्य गण सम्मिलित रहे।
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