Header Ads Widget

श्रीगणेश महायज्ञ का आयोजन 28 अगस्त से.. गायत्री शक्तिपीठ में युवा चेतना कार्यशाला.. PG कॉलेज में माटी-गणेश, सिद्ध-गणेश प्रतियोगिता.. हिंदी साहित्य भारती की काव्य गोष्ठी एवं व्याख्यान माला..

 11 लाख दुर्वा और एक लाख लड्डुओं से भगवान वक्रतुण्ड का अर्चन होगा-पं.चन्द्रगोपाल पौराणिक..  दमोह। नगर में श्रीगणेश महायज्ञ का आयोजन 28 अगस्त से प्रारंभ होने जा रहा है जो कि 4 सितम्बर तक चलेगा। आयोजन में सनातन धर्म की मान्यताओं और भारतीय परंपराओं के अनुसार प्रतिदिन विशेष प्रकार से पूजनार्चन होगा। आयोजन को लेकर पं.चन्द्र गोपाल पौराणिक ने बताया कि श्री गणेश महायज्ञ का यह प्रथम आयोजन है जिसमें पूजन के साथ ग्यारह लाख दुर्वा एवं एक लाख लड्डुओं से अर्चन किया जायेगा।

उन्होने अर्चन का महत्व बताते हुये कहा कि वेद पुराणों में इसका अत्यधिक महत्व बताया गया है जिसका पुण्य फल इस पवित्र कार्य में सहभागिता करने वाले सभी को मिलता है। पं.पौराणिक ने बताया कि गणेश सहस्त्रनाम,अथर्वशीर्ष,श्री सूक्त एवं दुर्गा सप्तसती पाठ,अर्चन एवं मार्जन के साथ चार दिवसीय कथा का भी आयोजन होगा। उन्होने बताया कि राजा मैरिज हाल में आयोजित होने वाले श्रीगणेश महायज्ञ में श्रीहरिद्रा गणपति की भी स्थापना की जायेगी। सभी प्रकार के मेवा एवं पुंगीफल से पूजनार्चन होगा। पं.पौराणिक ने बताया कि उक्त धार्मिक अनुष्ठान महायज्ञ में बालक बालिकाओं को पूजनार्चन करने मिलेगा जिसके लिये पूर्व से नाम लिखवाना होंगे। ब्रम्हमुर्हुत से प्रारंभ होकर देर रात्रि तक आयोजन चलेगा जिसमें सभी सनातन धर्मावलंबियों से उपस्थित होने का आग्रह किया गया है।

सकल हिन्दु समाज के अध्यक्ष कपिल सोनी ने बताया कि सनातन धर्म के पर्वों को उत्साह उमंग के साथ मनाने एवं विप्र पुरोहितों के बताये मार्ग पर चलने का संकल्प उपस्थित सकल हिन्दु समाज के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने लिया है। बैठक मेें उपस्थित बडी संख्या में नगर के विप्रों,पुरोहितों का पुष्पहार से स्वागत किया गया । सनातन धर्म के विभिन समाज के लोगों के अध्यक्ष प्रतिनिधियों के साथ मातृशक्ति ने बैठक मेें सहभागिता की एवं एकता का परिचय दिया।

 गायत्री शक्तिपीठ में युवा चेतना कार्यशाला आयोजित.. दमोह। गायत्री शक्तिपीठ दमोह के सभागार में जिला स्तरीय युवा चेतना कार्यशाला आयोजित हुई। कार्यशाला के प्रथम सत्र का  उद्घाटन करते हुए सहायक कलेक्टर ऋषिकेश ठाकरे IAS ने अपना अनुभव युवाओं के बीच शेयर करते हुए बताया कि मैने मल्टीनेशनल कंपनी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी की पहले फेल हुआ, दूसरी बार में इंटरव्यू में फेल हुआ और तीसरी बार में आई ए एस बना और मेरी प्रथम पोस्टिंग दमोह में दो माह पूर्व हुई।इसके पीछे की मेहनत की कहानी सुनाते हुए नव युवकों, नव युवतियों में उत्साह का संचार कर दिया। भोपाल से पधारे आई टी कंपनी के मालिक, राहुल श्रीवास्तव एम टेक जिनके अमेरिका,कनाडा में ऑफिस संचालित है, कहा कि गायत्री परिवार से मैने जो बचपन से सीखा उसी का परिणाम है कि 35 वर्ष की उम्र में ही अपने लक्ष्य को प्राप्त कर भारत के कोने कोने में जाकर युवाओं को प्रेरित करता हूँ कि अनुशासन का फल अवश्य मिलता है। जीवन में उपासना,साधना और आराधना के माध्यम से सब कुछ पाया जा सकता है। प्रोजेक्टर के माध्यम से उन्होंने युवाओं को विभिन्न विषयों पर सारगर्भित उद्बोधन दिया।

हटा के डॉ सी एल नेमा द्वारा गायत्री परिवार के अपने संस्मरण सांझा कर कहा कि आप बहुत भाग्यशाली है जो आपको गायत्री परिवार से जुड़ने का सौभाग्य मिला। श्रीमती संगीता श्रीधर ने भी कार्यक्रम में सहभागिता की। द्वितीय सत्र के शुभारंभ पर दमोह कलेक्टर सुधीर कोचर ने बिल्कुल नई शैली में युवाओं को मोटिवेशन दिया, आप पूछिए, हम जवाब देंगे। उनका यह क्रम एक घंटे से ज्यादा चला और एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि कोई ही मनुष्य संपूर्ण नहीं होता, हमे जिसे भी स्वीकार करना है तो उसकी अच्छाइयों और कमियों सहित स्वीकार करने से जीवन शांतिपूर्ण बनता है।किसी को भी किसी की नकल नहीं करनी चाहिए प्रत्येक व्यक्ति को एक दूसरे से अलग ही भगवान ने बनाया है।
उन्होंने अपने संस्मरण और समस्याओं को समाधान करने की शैली भी बताई। कार्यक्रम में जिले भर के 250 से अधिक युवक युवतियों ने सहभागिता की। कार्यक्रम में गायत्री परिवार के वरिष्ठ परिजनों का स्वागत सम्मान युवा प्रकोष्ठ के भाइयों ने किया। कार्यशाला का सफल संचालन प्रखर गर्ग द्वारा और आभार प्रदर्शन जिला समन्वयक बी पी गर्ग द्वारा किया गया।
प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में माटी-गणेश, सिद्ध-गणेश प्रतियोगिता.. दमोह। ज्ञानचंद श्रीवास्तव शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय दमोह में पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन तथा उच्च शिक्षा विभाग भोपाल के संयुक्त तत्वाधान में “माटी-गणेशःसिद्ध- गणेश“ अभियान के तहत उक्त थीम पर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
यह प्रतियोगिता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. ए.के.जैन के दिशा निर्देशन एवं ईको क्लब प्रभारी डॉ. मीरा माधुरी महंत के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य निर्णायक वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. इंदिरा जैन एवं डॉ. एन. पद्मा कुमार रहे। सर्वप्रथम सहभागिता करने वाले सभी प्रतिभागियों को महाविद्यालय के कर्मचारी श्री सौरभ विश्वकर्मा के द्वारा 45 मिनिट का प्रशिक्षण दिया गया, तत्पश्चात सभी प्रतिभागियों को गणेश जी की मूर्ति बनाने हेतु गीली माटी प्रदान की गई।
सभी प्रतिभागियों द्वारा निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद मुआयना कर निर्णायक द्वारा परिणाम घोषित किए गए। जिसमें वंदना पटेल को प्रथम स्थान प्राप्त हुए और प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर डॉ. के एस बामनिया, डॉ. आशा राम यादव, डॉ. ऋषिभा दिक्षित सहित अधिक संख्या में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही।
काव्य गोष्ठी एवं व्याख्यान माला सम्पन्न.. दमोह। नगर के महारानी लक्ष्मीबाई उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में हिंदी साहित्य भारती मध्य प्रदेश जिला इकाई दमोह के तत्वावधान में काव्य गोष्ठी एवं व्याख्यान माला का आयोजन सरस्वती पूजन कर प्रारंभ किया गया। अतिथि स्वागत पश्चात डॉ पीएल शर्मा ने अतिथियों का परिचय दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्कृष्ट पीएम श्री महाविद्यालय की प्रोफेसर इन्द्रा जैन ने की।
मुख्य अतिथि भाव सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस मुझे कवियों से प्रेम है क्योंकि सच को सिर्फ कवि ही कह पाते हैं। उन्होंने कवियों को हमेशा सहयोग देने की बात कही। विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार नारायण सिंह ठाकुर, वरिष्ठ चिकित्सक साहित्यकार डॉ रघुनंदन चिले, आलोक सोनवलकर प्राचार्य थे। व्याख्यानमाला प्रमुख नन्हें सिंह ठाकुर ने दमोह के स्मृति शेष लगभग 35 रचनाकारों का साहित्य में योगदान पर वक्तव्य दिया वहीं लेखिका संघ की अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा चिले ने जिले की महिला साहित्यकारों के योगदान पर व्याख्यान दिया। जिले के सभी साहित्यकार एवं कविवर बन्धु एवं बहनों ने सुन्दर काव्य पाठ किया।
कार्यक्रम के अंत में प्रांतीय सदस्य डॉ एन आर राठौर ने साहित्य भारती के उद्देश्य और साहित्य भारत एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है यह अवगत कराया। मंच संचालन मनोरमा रतले ने किया। आभार कृष्ण कुमार पांडेय ने व्यक्त किया। काव्य पाठ करने वाले कवि कवयित्रियों में पुष्पा चिले, प्रेमलता नीलम, प्रेमलता उपाध्याय, मधुलता पाराशर, डॉ संगीता पाराशर, साधना छिरोल्या, मंजु राजपूत, अमर सिंह राजपूत, पिम्मी परिहार, बीएम दुबे, कृष्ण कुमार पांडेय, भगवान सिंह अनुरागी, चौधरी, रामेश्वर प्रसाद चतुर्वेदी ओजेन्द्र तिवारी, सदन नेमा सहित अन्य सब उपस्थित रचनाकारों ने स्वर सहित रचना पाठ किया।

Post a Comment

0 Comments