हॉकी दमोह की निगरानी मै गहन प्रशिक्षण प्राप्त कर मध्य प्रदेश की टीम मे स्थान बनाया वही हॉकी दमोह से पंजीकृत एन आई एस कोच सरोज राजपूत को महिला कोच के रूप शामिल किया गया दोनो टीम के चेन्नई तथा आन्ध्र प्रदेश के लिए भोपाल से रवाना हुए..
इनकी उपलब्धि पर पूर्व मंञी विधायक जयंत मलैया सासद राहुल सिंह मंञी द्वय लखन पटेल धर्मेद्र लोधी जी पूर्व विधायक अजय टडन राजेश सालोमन भगवान सिंह विजय ठाकुर आभा रोहित कफील अल्ताफ शेख असार तरूण नामदेव किशन सिंह विवियन जुबेर आदि ने बधाई दी है हॉकी मध्य प्रदेश महासचिव लोकबहादुर ने टीम की घोषणा कर बताया कि दोनो टीम के खिलाडी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर मध्य प्रदेश का नाम रोशन करेगे विदित हो हॉकी मध्य प्रदेश की दोनो टीम डिवीजन ए मे शामिल है।बागेश्वर धाम गौशाला का विधिवत शुभारंभ.. दमोह । शहर में कई वर्षों से निराश्रित, बीमार व घायल गौवंशों की निस्वार्थ सेवा में समर्पित वैष्णवी निस्वार्थ गौ सेवा समिति को मरुताल पंचायत स्थित बागेश्वर धाम गौशाला के संचालन का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. यह दायित्व समिति के लिए एक गौरव का विषय है और क्षेत्र की गौ सेवा को एक नई दिशा देगा. 31 जुलाई गुरुवार को विधिवत मंत्रोच्चार और पूजा-पाठ के साथ गौ माता पूजन कर गौशाला का शुभारंभ किया गया. इस पावन अवसर पर समिति के सभी सदस्य उपस्थित रहे और गौ सेवा के संकल्प को दोहराया.
कार्यक्रम में मरुताल ग्राम पंचायत के सरपंच नारायण राय, उपसरपंच शुभम राजपूत तथा पंचायत सचिव दिलीप पाठक विशेष रूप से उपस्थित रहे.सभी अतिथियों ने गौ सेवा समिति के प्रयासों की सराहना करते हुए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया.वैष्णवी निस्वार्थ गौ सेवा समिति ने संकल्प लिया कि बागेश्वर धाम गौशाला को एक आदर्श गौसेवा केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां हर निराश्रित गोवंश को सम्मान, सुरक्षा और सेवा मिलेगी.यह शुभारंभ सिर्फ एक शुरुआत है..उद्देश्य है हर पीड़ित गौवंश तक सेवा पहुंचाना और समाज में गौ संवर्धन की भावना को सशक्त बनाना. वैष्णवी निस्वार्थ गौसेवा समिति दमोह के अध्यक्ष दीपक नेमा ने बताया कि पूजा पाठ के उपरांत निराश्रित, बीमार और घायल गोवंशों की बहुत अच्छे से सेवा की जाएगी. हम सब की 40 से 50 युवाओं की टीम विधिवत काम करेगी. अगर कहीं इस तरह के गौ वंश मिलते हैं, तो अध्यक्ष दीपक नेमा से संपर्क करें..बांदकपुर मंदिर परिसर में भक्तों को किया गया प्रसाद वितरण.. दमोह-बुंदेलखंड के प्रसिद्ध हिंदू तीर्थ स्थल देव श्री जागेश्वर नाथ धाम बांदकपुर में प्रतिदिन भक्तों की भीड़ लगी रहती है। एवं भगवान जागेश्वर नाथ महादेव को जल अर्पित कर जल अभिषेक किया जा रहा है। एवं बम बम भोले की जयकारे गूंज रहे है। हेमेंद्र असाटी राजन और उनकी टीम द्वारा बांदकपुर मंदिर परिसर में भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया।
बांदकपुर मंदिर प्रबंधक रामकृपाल पाठक ने बताया कि बुंदेलखंड का प्रमुख आस्था का केंद्र देव श्री जागेश्वर नाथ धाम बांदकपुर में दिव्य स्वयंशंभू शिवलिंग विराजमान है। जिनकी ख्याति संपूर्ण भारत में फैली हुई है। 13 वे ज्योतिर्लिंग के रूप में विराजमान भगवान जागेश्वर नाथ महादेव है। भगवान शिव को जल अभिषेक करने से विशेष पुण्य लाभ प्राप्त होता है। और मनोकामना पूर्ण होती है। सुबह से शाम तक बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन आ रहे हैं।नुक्कड़ नाटक के माध्यम से छात्र-छात्राओं ने स्वच्छता के प्रति लोगों को किया जागरूक.. दमोह। सांइनिंग स्टार इंटरनेशनल स्कूल दमोह के कक्षा पांचवीं के छात्र और छात्राओं ने शाला की प्राचार्या समीक्षा बजाज के कुशल मार्गदर्शन में स्थानीय अम्बेडकर चौराहा पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्वच्छता के प्रति आमजन को जागरूक किया गया। दमोह जिले के स्थानीय अम्बेडकर चौराहा पर आयोजित नुक्कड़ नाटक सांइनिग स्टार इंटरनेशनल स्कूल के छात्र और छात्राओं के द्वारा आयोजित किया गया।
नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्कूल के छात्र-छात्राओं के द्वारा स्वच्छता के प्रति आमजन को जागरूक किया गया। इस दौरान सांइनिंग स्टार इंटरनेशनल स्कूल दमोह की प्राचार्या समीक्षा बजाज ने कहा कि हमें अपने आसपास हमेशा स्वच्छता रखनी चाहिए। हमारे लिए कूड़ा करकट नगर पालिका द्वारा निर्धारित जगहों पर ही फेंकना चाहिए, ताकि सफाई कर्मचारी को कूड़ा आदि उठाने में कोई परेशानी न हो। श्रीमती बजाज ने बताया कि आजकल नुक्कड़ नाटक आमजन को जागरूक करने के लिए सशक्त माध्यम है। इस लिए हमारे विद्यालय के छात्र और छात्राओं के द्वारा आमजन को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए आगे भी इसी तरह अभियान चलता रहेगा।इस दौरान छात्र और छात्राओं के अलावा शाला के शिक्षक और शिक्षिकाओं की मौजूदगी रही।
किसान संघ ने मांगो को लेकर ज्ञापन सौंपा.. दमोह। भारतीय किसान संघ महाकौशन प्रांत जिला दमोह के प्रतिनिधिमण्डल द्वारा मुख्यमंत्री के नाम संयुक्त कलेक्टर श्री अविनाश रावत को विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौपा गया। ज्ञापन में बताया कि सेवासहकारी समितियों में समिति प्रबंधको द्वारा समर्थन मूल्य उपज खरीद में अमानक उपज की खरीदी उपज भंडारण में कमी किसानो के भुगतान मे हेरा फेरी गंभीर अनियमिता पाई गई है। लंबे समय से एक ही समिति में कई वर्षो से जमे है और मानमानी करते हैं।
भारतीय किसान संघ की मांगे है कि सभी प्रबंधको का बैंक शाखा से अन्य शाखाओं में स्थानांतरण तुरंत किये जायें। ग्रीष्म कालीन समर्थन मूल्य मूंग खरीद में क्षतिगस्त अमानक स्तर की मूंग का भंडारण किया जा रहा है। समस्त मूंग उपार्जन केन्द्रो की उच्च स्तरीय जांच कराई जायें। यदि 7 दिनों में उपरोक्त मांगों पर कार्यवाही नहीं की जाती है तो समस्त सेवा सहकारी समिति केन्द्र पर धरना प्रदर्शन भारतीय किसान संघ द्वारा किया जाएगा। ज्ञापन सौंपने वालो में जिला मंत्री मयंक श्रीवास्तव, प्रांतसदस्य रमेश यादव, गोपाल सिंह आदि की उपस्थिति रहीं।हिन्दी लेखिका संघ ने तुलसीदास जी का स्मरण किया.. दमोह। हिन्दी लेखिका संघ दमोह ने सरस्वती कन्या विद्यालय के सभाकक्ष में तुलसी जयंती की पूर्व संध्या पर काव्यांजलि आयोजित की। मां सरस्वती के पूजन एवं वंदना के पश्चात आगामी वार्षिक कार्यक्रम एवं सुरम्या के विषय में चर्चा हुई। द्वितीय चरण में संत शिरोमणि तुलसीदास जी को समर्पित रचनाओं का पाठ हुआ। पुष्पा चिले ने कहा बलिहारी रत्ना तेरी, कर दीन्हा उद्धार,पाये तुलसी राम को,यश गाये संसार। डॉ प्रेमलता नीलम पढ़ा हुलसी सुत तुलसी भये,राम भक्ति में लीन,जन जन के मन में बसे मानस सर के मीन। डॉ इन्द्र जीत कौर ने पढ़ा -राम नाम जपते रहे, तुलसी आठों याम। शिव कुमारी शिवहरे ने पढ़ा तुलसीजी ग्रन्थ गये रचके,तब राम कथा सुनने मिलती। साधना बिरथरे ने कहा क्या है वह कलम, क्या है वह वाणी, जिसने रच दी राम कहानी। पद्मा तिवारी ने कहा श्रावण शुक्ला सप्तमी,मूल नक्षत्र में जन्मे थे।
तुलसी संत शिरोमणि थे। उमा नामदेव ने कहा कोटि कोटि प्रणाम तुलसी दास आपको, रामचरित के पन्नों में लिख दिया सियाराम। मनोरमा रतले ने कहा हुलसी के लाल आप क्या से क्या हो गये, रच मानस तुलसी से तुलसीदास हो गये। भावना शिवहरे ने पढ़ा -मानस के रचयिता को बारंबार प्रणाम। कमलेश शुक्ला ने कहा धन्य भाग्य मां हुलसी तुम्हारे, जन्मे तुलसी से लाल तुम्हारे। अर्चना राय ने कहा प्रतिकूल समय में भी रच डाला, रामायण महाकाव्य। आराधना राय ने कहा अकूत ज्ञान धन के भंडार, तुलसी कठिन तपस्या के आधार। मधुलता पाराशर ने पढ़ा थे सियाराम अनुरागी, भक्ति को धारा बहाई। संगीता पान्डे ने पढ़ा जब दुख हुए अपार,तब हुआ तुलसी अवतार। वसुंधरा तिवारी ने कहा ग्रन्थ कयी रच डाले, हुलसी के लाल ने। डॉ संगीता पाराशर ने कहा तुलसी करते नमन हम, लिख डाला महाकाव्य। भारती राय ने कहा शत शत-शत नमन करूं तुलसी जैसे संत हमारे।
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