कोरोनावायरस निवारण हेतु एकादश दिवसीय रुद्राभिषेक
ऐसा शिव पुराण का कथन है रुद्राक्ष भस्म धारण करने वाले को किसी भी प्रकार के रोग और मृत्यु का भय नहीं रहता जब तक ललाट पर भस्म धारण ना की जाए और गले मे रुद्राक्ष को ना पहना जाए तब तक रुद्राभिषेक का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता इसलिए जब भी हम भगवान भोलेनाथ जी का अभिषेक पूजन करें तो हमें सबसे पहले आचमन आदि करके त्रिपुंड भस्म ललाट पर लगाना चाहिए उसके बाद रुद्राक्ष माला को गले में धारण करना चाहिए तदुपरांत ही क्रमानुसार भोलेनाथ जी का विधिवत रुद्राभिषेक पूजन करना चाहिए।
दमोह। श्री देव जागेश्वर नाथ धाम बांदकपुर में चल रहे एकादश दिवसीय रुद्राभिषेक के आयोजन में आज भी श्री देव जागेश्वर नाथ जी का प्रतिदिन की तरह पंचामृत स्नान के साथ रुद्राभिषेक संपन्न कराया गया। जिसके बाद मंदिर ट्रस्ट के प्रबंधक पंडित राम कृपाल पाठक के मार्गदर्शन में मंदिर के समस्त पुजारियों के द्वारा मंदिर परिसर में स्थित यज्ञशाला में रुद्राभिषेक संपन्न कराया गया। विधिवत दूध दही घी शक्कर शहद गंगाजल स्नान के बाद दुग्ध मिश्रित जलधारा से भोलेनाथ का विधिवत अभिषेक हुआ।मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित सुरेश मेहता ने बताया कि यह संपूर्ण आयोजन कोरोनावायरस रूपी महामारी के जल्दी से जल्दी निवारण के लिए कराया जा रहा है श्री मेहता ने बताया कि शिव पुराण के अनुसार पंचामृत स्नान में क्रमशः दूध दही घी शहद शक्कर स्नान कराने का सबका अलग अलग महत्व है शहद से स्नान कराने से समस्त मनोकामनाएं की सिद्धि होती है जो भी भक्त जिस किसी भी मनोकामना से भोलेनाथ जी का विधिवत रुद्राभिषेक करता है और भोलेनाथ जी पर शहद धारा छाेड़ते ओम नमः शिवाय शुभं शुभं कुरू कुरू शिवाय नमः मंत्र बोलते हुए भोलेनाथ जी का अभिषेक करता है निश्चित ही उस भक्त की समस्त मनोकामनाएं सिद्ध होती हैं असाध्य कार्य भी सिद्ध हो जाता है।
ऐसा शिव पुराण का कथन है रुद्राक्ष भस्म धारण करने वाले को किसी भी प्रकार के रोग और मृत्यु का भय नहीं रहता जब तक ललाट पर भस्म धारण ना की जाए और गले मे रुद्राक्ष को ना पहना जाए तब तक रुद्राभिषेक का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता इसलिए जब भी हम भगवान भोलेनाथ जी का अभिषेक पूजन करें तो हमें सबसे पहले आचमन आदि करके त्रिपुंड भस्म ललाट पर लगाना चाहिए उसके बाद रुद्राक्ष माला को गले में धारण करना चाहिए तदुपरांत ही क्रमानुसार भोलेनाथ जी का विधिवत रुद्राभिषेक पूजन करना चाहिए।
जो भी भक्त मनोकामना सिद्धि चाहता है उसको यत्न पूर्वक शुद्ध शहद से भोलेनाथ जी का अभिषेक करना चाहिए ट्रस्ट की ओर से विधिवत रुद्राभिषेक संपन्न हो की भावना से व्यवस्थित रूप से अभिषेक पूजन की सामग्री आज उपलब्ध कराई गई मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने समस्त दर्शनार्थियों से आग्रह किया है की दर्शन के समय सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए एवं मुँह मे माक्स लगा कर के ही मंदिर में प्रवेश करें जिससे वैश्विक बीमारी कोरोना महामारी से हमारी सुरक्षा हो सके। पंडित रवि शास्त्री की रिपोर्ट
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