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पथरिया के सरस्वती शिशु मंदिर हाईस्कूल में एसडीएम ने किया अटल टिंकरिंग लैब का शुभारंभ.. इधर मगरोंन संकुल के लिधौरा शाला के शिक्षकों का अभिनव प्रयास..गांव में दीवारों पर लिखी गणित की अवधारणा..

एसडीएम ने किया अटल टिंकरिंग लैब का शुभारंभ 

दमोह। भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना सपनों का नया भारत के तहत स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर हाईस्कूल पथरिया में अटल टिंगरिंग का शुभारंभ एसडीएम  श्रीमती अदिति यादव ने किया। उल्लेखनी है कि इस विद्यालय का चयन अटल टिंकरिंग लैब के लिए केन्द्र सरकार के नीति आयोग ने किया था जो कि पथरिया नगर के लिए गौरव की बात है।

जिला मीडिया प्रभारी ओमप्रकाश खरे ने बताया कि कार्यक्रम की पथरिया में अनुविभागीय अधिकारी के पद पर पदस्थ अदिति यादव देवास सरस्वती शिशु मंदिर की पूर्व छात्रा हैं। जिनके सशिम विद्यालय पथरिया में आगमन से बेहद हर्ष देखा गया। इस अवसर पर प्रेम सिंह चैहान सीएमओ नगर परिषद पथरिया, अंकुर रायजादा नोडल अधिकारी, शिवानन्द सिनहा प्रान्त सह प्रमुख महाकोषल प्रान्त, डाॅ. सुरेन्द्र चैरसिया जिला सचिव, नंदकिषोर चैरसिया समिति अध्यक्ष, श्रीमती नीति अग्रवाल सहसचिव, रतनचंद जैन समिति सदस्य, श्री संदीप जैन समिति सदस्य, गनेश पाली समिति सदस्य, प्राचार्य राजीव कुमार तिवारी, आचार्य दीदी एवं भैया बहिन,  पृथ्वीराज सिंह, पंकज चैरसिया, प्रशांत मिश्रा, अमित मिश्रा, योगेष, सचिन शर्मा, निकेत खरे, अश्विन नायक, विकास बर्मिया, मानवेन्द्र सींग की उपस्थिति रही। प्रशिक्षक प्रेंमसिंह ठाकुर की देखरेख में लैब की तैयारी हुई। 

 लैब की खासियत- अटल टिंकरिंग लैब में थ्री डी प्रिंटर, रोबोटिक्स सेंसर टेक्नाॅलाजी, इन्टमेंट आॅफ थिग्ंस, माइक्रो इलेक्ट्राॅनिक उपकरणों सहित अन्स जरूरी उपकरण लगाए गए है। लैब के जरिए बच्चे राकेट निर्माण, लेंस निर्माण, विज्ञान प्रयोग, थ्रीडी पेंटिंग, स्लाइड परमाणु माॅडल, इंजीनियरिंग के गुण, गणितीय प्रयोग, आर्टिफियरिंग इंटेलीजेंस के अतिरिक्त अन्य तकनीक सीख सकेंगे। भारत सरकार की देष की षिक्षा व्यवस्था में मिसाल कायम करने वाली इस योजना का प्रमुख उद्देष्य देष के नौनिहालों के बीच इनोवेषन, क्रिएटिविटी और वैज्ञानिक पहलुओं को बढाबा देना है।

गांव में दीवारों पर लिखी गणित की अवधारणा..

दमोह।यदि किसी के मन मे लगन और समर्पण हो तो उसके लिए कोई भी कार्य असंभव नही होता। इस बात का उदाहरण प्रस्तुत किया है बटियागढ़ विकासखंड के मगरोंन संकुल की माध्यमिक शाला लिधौरा के शिक्षकों माधव पटेल और जगपाल सिंह ने अब जब कोरोना के कारण विद्यालयों को पूरे सत्र तक के लिए बंद करने के आदेश जारी हो चुके है तो शिक्षकों के समक्ष समस्या उत्पन्न हुई कि विद्यार्थियों को शिक्षा की मुख्य धारा में कैसे बनाये रखे ऑनलाइन पद्धति में डिजिलेप के माध्यम से विद्यार्थियों को बुनियादी दक्षता का ज्ञान तो मिल रहा था लेकिन मुख्य विषयों का नही ऐसे में माध्यमिक शाला लिधौरा के शिक्षकों ने गांव की दीवारों पर बोर्ड बनाकर गणित के सूत्रों और आकृतियों को उकेर दिया जिससे बच्चे आते जाते या खेलते हुए जब भी दीवारों को देखते है तो उनके सूत्रों की पुनरावृत्ति हो जाती है और वहाँ बैठे अभिभावक भी बच्चों को प्रोत्साहित करते है।

इस संबंध में प्रधानाध्यापक माधव पटेल का कहना है कि सामान्यतः गणित विषय को कठिन माना जाता है साथ कुछ अभिभावक भी गणित में पूरा सहयोग नही कर पाते जिस कारण विद्यार्थियों को कठिनाई का सामना करना पड़ता है। इन सभी बाधाओं को दूर करने के लिए गणित के प्रमुख सूत्रों और अवधारणाओं को दीवारों पर ही लिख दिया है। इसके सकारात्मक परिणाम भी मिल रहें है।

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