बांदकपुर में जैन मंदिर का शिलान्यास 28 फरवरी को
दमोह। वैज्ञानिक संत आचार्य श्री निर्भय सागर जी महाराज बांदकपुर ग्राम में विराजमान है। आचार्य श्री का प्रातः काल भव्य मंगल प्रवेश बांदकपुर में हुआ । जैन श्रावको अपने घरों के सामने मंगल चौक पूरा पाद प्रक्षालन एवं आरती की। लगभग एक किलोमीटर दूर से और जयकारों के साथ आचार्य श्री ने सैकड़ों भक्तों के साथ मंगल में प्रवेश किया। जैन मंदिर के दर्शन करने के उपरांत मंगल प्रवचन हुए।
आचार्य श्री ने मंगल उपदेश देते हुए कहा जो व्यक्ति प्रत्येक क्षण नए-नए विचार करता है वह महान व्यक्ति है। जो व्यक्ति घटना घट जाने के बाद विचार करता है वह सामान्य व्यक्ति है। जो किसी घटना के बारे में अथवा भविष्य के बारे में कोई विचार ही नहीं करता वह मूर्ख व्यक्ति है । हमारी जिंदगी एक महाभारत है। शरीर हस्तिनापुर है ।अंधी कामवासना धृतराष्ट्र है। मन में बैठा दुराग्रह दुर्योधन है ।दुराचार दुशासन है। अंदर बैठी कुंठा है कुंती है । किसी व्यक्ति या कार्य का विद्रोह करने वाला विकर्ण है ।संवेग की भावना गांधारी है । करुणा कुंती है। विवेक विदुर है एवं अहिंसा सत्य अचौर्य ब्रह्मचारी एवं अपरिग्रह ये पंचशील ही अंदर बैठे पांच पांडव है।दुराचार को छोड़ देने पर आत्मा पवित्र नहीं होती है।
आचार्य श्री ने कहा कि सदाचार का पालन करने वाला सदा आदरणीय होता है। दुराचार पतन का कारण है। जीवन को महाभारत नहीं महावीर बनाओ महावीर वही बनता है ,जिसके दिल में श्रद्धा हो ,वाणी में मिठास हो ,जीवन में सदाचरण हो , गुण ग्रहण का भाव हो, दूसरों पर संदेह ना हो ,किसी की बुराई दिखने पर बदनामी के भाव ना होकर सुधार की भावना हो। समाज पर आई आपत्ति विपत्ति को गुरु झेल लेते हैं। आचार्य श्री ने कहा विवेक से काम लेना चाहिए जिसके अंदर विवेक होता है वह कभी गलत कार्य में हाथ नहीं डालता है। दिगंबर जैन संत समाज में आए हुए दोषों को दूर करते हैं।
जैन संत तोड़ने का नहीं जोड़ने का कार्य करते हैं। पुलिस को देख कर शराबी का नशा उतर जाता है और संत को देखकर मोही के मिथात्व का नशा उतर जाता है ।आचार्य श्री के सानिध्य में जैन समाज बांदकपुर की एक मीटिंग हुई जिसमें निर्णय लिया गया था मंदिर का विस्तार किया जाए इसमें दो नई विधि का निर्माण किया जाए आजू बाजू की जमीन को लेकर मंदिर का विस्तारीकरण किया जाए। मंदिर की दो वेदियों एवं मंदिर का शिलान्यास 28 फरवरी 2021 रविवार को दोपहर 1:00 बजेकिया जाएगा
0 Comments