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गलत प्रश्न को सही करने के फर्जीवाड़े की CBI जांच की मांग को लेकर NSUI ने ज्ञापन सौंपा.. इधर अंजनी स्व सहायता समूह सिमरी जालम सिंह ई-उपार्जन केंद्र के विरोध में.. ग्रामवासियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा..

 NSUI की जल्द से जल्द कार्यावाही की मांग..

दमोह। एनएसयूआई द्वारा मुख्यमंत्री के नाम पीईबी द्वारा आरएईओ एवं एसएडीओ पदों पर चयन हेतु गलत प्रश्न को सही करने हेतु फर्जीवाड़ा एवं सीबीआई जांच हेतु एक ज्ञापन कलेक्ट्रेट में सौंपा गया। जिसके अनुसार द्वारा दिनांक 10 फरवरी एवं 11 फरवरी को मध्यप्रदेश में पीईबी द्वारा कृषि विभाग के पदों के लिए परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की गई थी तथा दिनांक 17 फरवरी को पीईबी द्वारा उत्तर पुस्तिका जारी की गई जिस के आकलन से कुछ निम्नलिखित असामान्य तथ्य सामने आए।

 जैसे इस परीक्षा में कुछ अभ्यर्थियों को 200 में से 196, 195, 192, 190 ,189 इस प्रकार अंक आए हैं जो कि इस स्तर के प्रश्न पत्र में किसी श्रेणी के छात्र द्वारा लाना असंभव है जो सीधा स्पष्ट करता है कि इन छात्रों को विवि द्वारा प्रश्न एवं उत्तर पुस्तिका पूर्व में ही उपलब्ध हो चुके हैं। जिन अभ्यर्थियों के इस प्रकार के नंबर प्राप्त हुए हैं उनका शैक्षणिक कार्य निम्न स्तर का रहा है तथा वह अपना शैक्षणिक कार्य काल को 8,7,6,5 में पूर्ण किया है। पीईबी द्वारा कुछ आसान प्रश्न के उत्तर गलत किए गए हैं तथा इन विद्यार्थियों के द्वारा भी वहीं पर चुने गए हैं जबकि इनके अंक प्राप्त करने वाले अभ्यार्थी से यह आशा नहीं की जा सकती थी कि वह इतने आसान प्रश्नों के भी गलत जवाब देंगे जिससे यह स्पष्ट होता है कि उनके पास उत्तर पुस्तिका पहले से उपलब्ध थी।

 पूर्व में ही 2011, 2012, 2013 में जो व्यापम वर्तमान में द्वारा आयोजित की गई थी उसमें फर्जीवाड़े में जो शामिल थे जो कि महाविद्यालय स्तरीय जांच में पाए गए थे व संचालक भोपाल व्यापम एवं पुलिस अधीक्षक महोदय ग्वालियर को उपलब्ध कराए गए थे। फर्जीवाड़े में अधिकांश छात्र महाविद्यालय में अनुशासनहीनता सामाजिक गतिविधियों में दे रहे हैं जिसके कारण इनका विश्वविद्यालय द्वारा कई बार स्थानांतरण किया गया है। यदि अभ्यार्थियों से विशेषज्ञों की एक कमेटी बनाकर प्रश्न पूछे जाए तो यह कृषि से संबंधित सामान्य प्रश्नों के उत्तर सामान्य प्रश्नों के उत्तर भी नहीं दे पाएंगे। यह भर्ती 6 साल बाद आई है जब इसमें फर्जीवाड़ा होता है तो पढ़ने वाले छात्रों में निराशा एवं आत्महत्या जैसी भावना उत्पन्न होती है अतः विषय की गंभीरता को समझते हुए अत्यंत आवश्यक है इस प्रकार लोकायुक्त एवं विशेषज्ञों के एक पैनल से जांच कराई जाए समस्त छात्र हमारे परिवारों को न्याय सुनिश्चित किया जा सके,

सरकार किसानों एवं छात्रों के प्रति समर्पण और प्रतिबद्धता को देखते हुए अब पूरी उम्मीद है कि आप इस प्रकरण में उक्त मांगों को शीघ्र सुनिश्चित करेंगे। एनएसयूआई अध्यक्ष शुभम तिवारी का कहना है मध्यप्रदेश की भाजपा की सरकार में पहले भी व्यापम जैसे घोटाले हुए हैं जिसमें सैकड़ों छात्र-छात्राओं एवं अधिकारियों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है एवं हम आशा करते हैं कि इस घोटाले की निष्पक्ष जांच सीबीआई एवं लोकायुक्त द्वारा की जाएगी। ज्ञापन देने वालों में एनएसयूआई अध्यक्ष शुभम तिवारी, महेंद्र पटेल, विकल्प डिक्शन, हेमेंद्र प्रताप सिंह, गौरव अवस्थी, राज पाठक, अनिकेत दुबे, मिथिलेश पटेल, प्रवेंद्र, शीतल पटेल, प्रेम पटेल, कोमल पटेल, अरविंद पटेल, दुर्गेश पटेल रहे। एवं राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर एवं जवाहर नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के छात्रों की उपस्थिति रही।

ई-उपार्जन केंद्र सिमरी जालम के विरोध में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा..

दमोह। अंजनी स्व सहायता समूह सिमरी जालम सिंह ई-उपार्जन केंद्र सिमरी जालम सिंह तहसील जबेरा केंद्र के पदाधिकारियों द्वारा घूसखोरी एवं रिश्वत लेने में गोपाल सिंह पिता उमराव सिंह लोधी (ऑपरेटर) एवं खुमान सिंह पिता शिव सिंह लोधी (खरीदी केंद्र प्रभारी) के द्वारा धान खरीदी एवं चना खरीदी में किसानों से प्रति क्यूंटल 200रु. लिए गए जिससे हम सभी किसानों ने मिलकर विरोध किया एवं तहसीलदार को लिखित शिकायत आवेदन दिया परन्तु कोई उचित कार्यवाही नहीं कि गई एवं उसके बाद 29 जनवरी 2021 को श्रीमान कलेक्टर महोदय को ज्ञापन दिया गया था। जिसमें जांच के दौरान अधिकारियों की मिलीभगत के चलते कोई उचित कार्यवाही नहीं कि गई। इस संबंध में सभी किसानों द्वारा मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचकर पुनः कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा गया। 

सभी कृषकों द्वारा संदर्भ अनुसार अंजनी स्व सहायता समूह की अनियमितताओं एवं घूसखोरी के संबंध में पूर्व में तीन बार ज्ञापन दिया जा चुका है जिसकी जांच भी की गई परन्तु जांच अधिकारियों द्वारा जो प्रतिवेदन बनाया गया उसको पढ़कर भी नहीं सुनाया गया था और गोपाल सिंह के द्वारा पूर्व में चना खरीदी में जो पैसे लिए गए थे उसके संबंध में किसान बोलते रहे लेकिन उस पर किसी भी प्रकार का ध्यान नहीं दिया गया जांच में 15 दिन से ज्यादा हो चुके हैं अब तक दोषियों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई जिसके चलते कलेक्टर को ज्ञापन देकर दोषियों पर दंडात्मक कार्यवाही की मांग एवं समूह को ब्लैक लिस्ट किया जाएं गोपाल सिंह खुमान सिंह के ऊपर कार्यवाही करने एवं अपराधियों को पद से पृथक व समूह को ब्लैक लिस्ट नहीं किया गया तो हम सभी किसान धरना प्रदर्शन हेतु बद्ध रहेंगे जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की रहेगी। ज्ञापन में दृगपाल सिंह लोधी, जगदीश सिंह, माधव करन सिंह, थांमन सिंह, लक्ष्मण सिंह, प्रयाग सिंह, कोदू सिंह, अमर सिंह, मिठ्ठू सिंह, महेंद्र साहू, गुड्डा सींग, पंची साहू, बोटू, जीवन सिंह, परसादी, फूलचंद आदि लोगों की उपस्थिति रही।

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