विश्व शांति महायज्ञ के साथ सिद्धचक्र महामंडल विधान का समापन..दमोह। विजयनगर में चल रहे सिद्धचक्र महामंडल विधान का आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के परम शिष्य मुनी श्री प्रशांत सागर जी महाराज एवं मुनि श्री निर्वेग सागर जी महाराज एवं आर्यिका रत्न ऋजु मति माताजी ससंघ आर्यिका रत्न सत्यमती एवं सकल मति माताजी के मंगल सानिध्य एवं संजीव भैया कटंगी अंकित भैया पंडित अमित एवं पंडित आशीष जी के निर्देशन में विश्व शांति महायज्ञ एवं शोभायात्रा के साथ संपन्न हुआ।
इस अवसर पर पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया, पूर्व विधायक एवं कैबिनेट मंत्री वेयरहाउस अध्यक्ष राहुल सिंह, भाजपा अध्यक्ष प्रीतम सिंह एवं कुंडलपुर क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष संतोष सिंघई, दिगंबर जैन पंचायत अध्यक्ष सुधीर सिंघई एवं संतोष भारती की विशेष उपस्थिति रहीं। उन्होंने मुनि संघ को श्रीफल अर्पित कर आशीर्वाद ग्रहण किया विधान आयोजन समिति के द्वारा अतिथियों का ज्ञान तिलक व श्रीफल भेंट कर सम्मान किया गया।
इसके पश्चात विश्व शांति महायज्ञ ब्रह्मचारी संजीव भैया ने मंत्रोच्चार के साथ हवन कराया इसके पूर्व आर्यिका रत्न ने अपने मंगल प्रवचनों में कहा कि जो संतो के लिए आवास दान देता है उसके लिए मोक्ष महल में स्थान सुरक्षित हो जाता है धार्मिक आयोजनों से मंत्रों के द्वारा मन की पवित्रता और विशुद्धि बढ़ जाती है मुनि श्री निर्वेग सागर जी महाराज ने अपने मंगल उद्बोधन में कहा कि आज मानव के पास सब कुछ है किंतु शांति नहीं है दुखों को दूर करने के लिए धर्म की शरण में आना जरूरी है धर्म हमें जो प्राप्त है वही पर्याप्त है की सीख देता है मनुष्य को कल की चिंता में वर्तमान को खराब नहीं करना चाहिए।
संयम की राह चलना चाहिए राही शब्द स्वयं उल्टा करने पर हीरा का बोध कराता है मनुष्य को अपने जीवन में मरने से पूर्व छहढाला याद कर लेना चाहिए इसमें जीवन का सार है यह लघु समयसार है इसके अलावा मनुष्य को पर स्त्री सेवन से दूर रहना चाहिए कुशील सेवन नहीं करना चाहिए। रावण ने सीता का हाथ पकड़ा था तो उसकी दुर्गति हो गई उसे जान से हाथ धोना पड़ा और नरक जाना पड़ा।मुनि श्री प्रशांत सागर जी महाराज ने कहा कि इंद्रियों पर नियंत्रण रखना ही धर्म की राह पर चलना है धर्म की प्रभावना और संस्कृति को बचाने के लिए विकृतियों से बचना आवश्यक है आज समाज में महिला संगीत हमारी संस्कृति के विपरीत है इसके दुष्प्रभाव समाज पर असर डाल रहे हैं इनसे समाज को बचाना चाहिए।
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