नन्हे मंदिर जी में ऋजुमति माता जी के सानिध्य में 1008 कलशों से मस्तकाभिषेक..
दमोह। देवाधिदेव श्री आदिनाथ भगवान का जन्म कल्याणक महोत्सव देश दुनिया के साथ दमोह के जैन मंदिरों में भी भक्ति भाव के साथ मनाया गया। इस अवसर पर श्री पारसनाथ दिगंबर जैन नन्हे मंदिर जी में प्रथम वेदी पर मूलनायक श्री आदिनाथ भगवान का महा मस्तकाभिषेक समारोह आर्यिका रत्न ऋजु मति माताजी के ससंघ सानिध्य में संपन्न हुआ।
कांच मन्दिर जी मे मनाया गया भगवान आदिनाथ जी का जन्मकल्याणक..
दमोह। श्री आदिनाथ दिगंबर जैन काँच मंदिर जी दमोह मे युग प्रणेता युग प्रबर्तक असी, मसी, कृषि, कला, वाणिज्य व शिल्प को सिखाकर आत्मनिर्भर बनाने वाले आदिपुरुष आदि ब्रम्हा भगवान श्री आदिनाथ स्वामी का जन्मकल्याणक बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सभी श्रावक जन कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए भक्ति भाव मे विभोर होकर मूलनायक भगवान आदिनाथ का 1008 कलशो से महा मस्तकाभिषेक किया गया। इस पावन अवसर पर परम पूजनीय गणिनी माँ 105 श्री ऋजुमति माता जी ससंघ के मुखारबिंद से मंत्रोच्चार से विश्व शांति व समस्त जीवों के आरोग्य की भावना व कोरोना महामारी से जनमानस की रक्षार्थ मंगल भावना से बृहत्त शांतिधारा की गई।
प्रतिष्ठाचार्य पंडित द्वय डॉक्टर श्री अभिषेक जी डॉक्टर श्री आशीष जी जैन सगरा वालो के सानिध्य में संगीतकार दमोह गौरव एस जे एम ग्रुप भायजी मंदिर दमोह द्वारा संगीतमय श्री बड़ेबाबा जी विधान सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन सहित अनेक प्रमुख लोगों ने कार्यक्रम में शामिल होकर धर्म लाभ अर्जित किया।
श्री जी के जन्म कल्याणक के अवसर पर राजकुमार सुनील कुमार जैन बांदकपुर वालो के सौजन्य से मिष्ठान पंचमेवा का वितरण सभी नगरवासियों व यात्रियों को किया गया। मंदिर जी के बाहर मेन रोड पर पंचमेवा का वितरण राह चलते सभी लोगों को पंचमेवा प्रदान करके आदिनाथ जयंती की खुशियां मनाई गई। आयोजन को सफल बनाने में दिगंबर जैन पंचायत के महामंत्री और मंदिर समिति के प्रमुख रूपचंद संगम, सतीश जैन कल्लन भैया, रजनीश जैन सहित अन्य पदाधिकारियों तथा युवा जैन पंचायत के अध्यक्ष रानू स्मार्ट व उनकी टीम का विशेष योगदान रहा
रात्रिकालीन कार्यक्रम में महाआरती, श्री भक्तामर पाठ के 48 काव्यों का उच्चारण कर 48 दीपों का प्रज्ज्वलन कराया गया। इस जन्म कल्याणक आयोजन के संयोजक इंजीनियर आर के जैन एवम समस्त प्रबंधकारिणी कांच मंदिर के अथक प्रयासों से सकल जैन समाज को इस भव्य कार्यक्रम में सम्मिलित होकर पुण्यार्जन करने का अवसर प्राप्त हुआ।
कुंडलपुर में आदिनाथ जयंती मनाई गई..
दमोह। जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर आदि ब्रह्मा ऋषभदेव ने युग के आदि में संपूर्ण मानव जाति को मोक्षमार्ग के साथ-साथ संसार मार्ग को भी व्यवस्थित जीने का मार्ग बताया उन्होंने असी मसी कृषि विद्या वाणिज्य और शिल्पा की शिक्षा प्रदान की उन्होंने सर्वप्रथम अपनी बेटियों ब्राह्मी और सुंदरी को लिपि का ज्ञान कराकर नारी जाति को सर्वप्रथम शिक्षित किया वे सर्वप्रथम प्रजा पालक राजा समाज के संस्थापक थे। उपरोक्त उदगार आर्यिका रत्न उपशांत मति माताजी ने आदिनाथ जयंती के उपलक्ष में कुंडलपुर में अभिव्यक्त किए।
0 Comments