आयुष विभाग का काढा वितरण, किल कोरोना अभियान
दमोह। कोविड -19 के संक्रमण से हमें डरना नहीं है, इससे लड़ना है और इसको पराजित करना है, इसके लिए सुरक्षा जागरूकता के साथ जो नियम बनाए गए हैं, उनका पालन करना अति आवश्यक है। इस आशय के विचार जिला आयुष अधिकारी डॉ राजकुमार पटेल ने किल कोरोना अभियान के दौरान व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि बीमारी लाइलाज नहीं है, समय रहते जांच और इलाज दोनों आवश्यक है, सुरक्षा ही सर्वोत्तम उपाय है। जन जागरूकता लाने के लिए लगातार प्रयास चल रहे हैं, आयुष विभाग पूरे जिले भर में काढ़ा, अणु तेल, संशमनी वटी के साथ आर्सेनिक एल्बम का वितरण निशुल्क रूप से कर रहा है।
डॉ पटेल ने कहा कि जिले भर में होम क्वॉरेंटाइन व्यक्ति और उनके परिवार से लगातार विशेषज्ञ संपर्क बनाए हुये हैं, प्रतिदिन उनसे समस्याओं को सुनते हैं और निराकरण करने का प्रयास करते हैं। इससे सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। आम जनमानस आरोग्य केयर ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड करें जिसमें समस्याओं के निदान के लिए विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं।
पुलिस और बैंक कर्मचारियों को काढा हुआ वितरण
उन्होंने बताया कोरोना को पराजित करने के लिए निरूशुल्क रूप से दवाओं का वितरण किया जा रहा है और इसी क्रम में दमोह नगर में सिटी कोतवाली के अलावा विभिन्न चैराहों पर लगे पुलिस कर्मियों एवं किल्लाई नाका स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारियों को निशुल्क रूप से काढ़ा, अणु तेल संशमनी वटी और आर्सेनिक एल्बम वितरित की गई। आयुष विभाग के आरएमओ डॉ. अनुराग कुमार अहिरवार, डॉ प्रियंका तारण और डॉ प्रियंका जैन, अरविंद असाटी द्वारा लोगों को दवाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई।
उन्होंने बताया दवा का किस प्रकार सेवन करना है और किस प्रकार सुरक्षित रह कर नियमों का पालन करते सफल हो पाएंगे। इस अवसर पर आरएमओ डॉ अनुराग कुमार अहिरवार ने बताया कि सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं लोगों में आयुर्वेद के प्रति रुचि जग रही है, विश्वास जागृत हो रहा है, पूरे नगर में यह अभियान चल रहा है और आगे चलता रहेगा। डॉ प्रियंका तारण नेबताया कि आयुष विभाग की मंशा के अनुसार हम लोग कार्य कर रहे हैं लोग बड़े धैर्य से पूरी बात को सुनते हैं और दवाओं का सेवन करने के साथ नियमों का पालन करने का भी आश्वासन दे रहे है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर अरविंद श्रीवास्तव ने आयुष विभाग की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा अभियान के चलने से शीघ्र ही कोरोना को हम पराजित कर देंगे। नगर पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने कहा की समस्या विकराल है और ऐसे समय में जब आयुष विभाग दवाओं को लेकर फ्रंटलाइन वर्करों के बीच में पहुंचता है तो उसका स्वागत और उत्साहवर्धन होना चाहिए हमें कोरोना को हराना है।
कोरोना कर्फ्यू का पालन कराने नपा दल सक्रिय..
दमोह। कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट दमोह के आदेश अनुसार कोविड-19 संक्रमण के बचाव एवं सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए नगर सीमा में कोरोना कर्फ्यू को और अधिक प्रभावी बनाने हेतु मुख्य नगरपालिका अधिकारी निशीकांत शुक्ला के मार्गदर्शन में नगरपालिका दमोह ने अपने कर्मचारियों का एक दल गठित किया था, जो कि कोरोना कर्फ्यू (लॉक डाउन) संबंधी व्यवस्थाओं का पालन करवा रहा है।
जिसमें प्रमुख रुप से दुकानों को बंद करवाना जो कि सुबह 7 बजे से 10 बजे तक खुलती है, सब्जी फल विक्रेता हाथ ठेला फेरी लगाकर दूध की दुकान आदि का समय सीमा में संचालन हो इसकी व्यवस्थ करवाएंगे नोडल अधिकारी राजस्व उपनिरीक्षक प्रेम सिंह चैहान के नेतृत्व में 7 समितिय दल गठित किया गया है एवं जो भी बिना मास्क के निकलता है, उनके खिलाफ गठित दल द्वारा चालानी कार्यवाही भी की जा रही है। सीएमओ ने सभी नगर वासियों से अपील की है कि कोरोना कर्फ्यू का पालन करें सोशल डिस्टेंस बनाएं मास्क लगाएं अपने आसपास साफ सफाई रखें बेवजह घर से ना निकले घर में रहें सुरक्षित रहें ।
जबेरा में श्री सिद्धेश्रर संस्था ने एलईडी टीव्ही भेंट की..
कलेक्टर एसपी के आज जबेरा में कोविड केयर सेंटर भ्रमण के दौरान सर्वभौम श्री सिद्धेश्रर सहयोग संगठन द्वारा एक एलईडी टीव्ही मरीजों के मनोरजन के लिए भेट की गई। इस अवसर पर संस्था के पदाधिकारियों सदस्यों की मौजूदगी रही।
हटा कुर्मी समाज के सदस्यों ने दिए मंत्र ध्वनि यंत्र
दमोह। हटा की कुर्मी समाज के सदस्यों राजबहादुर पटेल, कन्हैयालाल पटेल एवं शिक्षक माधव पटेल ने कोविड के मरीजों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने के लिए कोविड केयर सेंटर के सभी कक्षों और चिकित्सालय के कक्षों के लिए मंत्र ध्वनि यंत्र बीएमओ डॉ आर पी कोरी,डॉ यू एस पटेल, डॉ विदेश शर्मा व डॉ सौरभ जैन को भेंट किये। इस संबंध में कनई पटेल ने बताया कि डाक्टरों से चर्चा उपरांत मरीजो के मनोबल हेतु इन ध्वनि यंत्रो की आवश्यकता महसूस हुई इसलिए इनको लगवाया गया।
शिक्षक माधव पटेल ने बताया कि जैसे अप्रिय और नकारात्मक शब्दों से निकलने वाली ध्वनि से धड़कन तेज हो जाती है जिससे रक्त में श्टॉक्सिकश् पदार्थ पैदा होने लगते हैं इसी तरह प्रिय और मंगलमय शब्दों की ध्वनि मस्तिष्क, हृदय और रक्त पर अमृत की तरह आल्हाद कारी रसायन की वर्षा करती है और हानिकारक टॉक्सिन्स को समाप्त करने में सहायक होती है। राजबहादुर पटेल ने इन यंत्रो के महत्ता को समझाया कि इस मंत्रोचारण यंत्र बजने से शरीर, मन और श्वांस को एकाग्र करने में मदद मिलेगी, दिल की धड़कन और रक्तसंचार व्यवस्थित होगा एवं मानसिक रूप से रोगी को लड़ने की सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा और इसका उच्चारण करने वाला और इसे सुनने वाला दोनों ही लाभांवित होते हैं। भविष्य में अस्पताल की आवश्यकता के अनुरूप समाज सहयोग के लिए तत्पर रहेगा।
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