नैनागिरि महामहोत्सव मे आचार्य श्री उदार सागर को "अहिंसा के अग्रदूत" उपाधि
नैनागिरी।
जैन तीर्थ नैनागिरि में आयोजित प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान बुधवार को परम
पूज्य आचार्य श्री उदार सागर जी महाराज को *अहिंसा के अग्रदूत* की उपाधि
से अलंकृत किया गया एवं प्रतिष्ठा महोत्सव के प्रमुख पात्रों इन्द्र
इन्द्राणियों के साथ ही सैकडो श्रद्धालुओं ने मुनिराज आदिनाथ को प्रथम आहार
देकर पुण्य संचय किया तथा केवल ज्ञान की उत्पत्ति होने और समवसरण की रचना
की गई जिसमें पूज्य आचार्य श्री ने प्रवचन किया तथा शंकाओं का समाधान किया ।
इस समवसरण का उद्घाटन मुकेश जैन पूर्व सरपंच हीरापुर ने किया ।
दोपहर में देश के कोने कोने से आयें हजारों श्रद्धालुओं की गगनभेदी
जयकारों के साथ श्री दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र (रेशंदीगिरि) नैनागिरि की
ट्रस्ट तथा प्रबंध एवं महोत्सव समिति ने बुंदेलखंड की विशिष्ट आध्यात्मिक
विभूति , बड़ागांव और बांसा तारखेड़ा आदि तीर्थों के प्रणेता परम पूज्य
आचार्य श्री उदार सागर जी महाराज को *अहिंसा के अग्रदूत* की उपाधि से
अलंकरण किया गया । इस अलंकरण उपाधि प्रशस्ति पत्र का वाचन प्रतिष्ठाचार्य
ब्र.जय निशांत टीकमगढ़ के निर्देशन में इंजी. विधान सिंघई (भोपाल) बैगलोर ने
हाईकोर्ट मे रही न्यायमूर्ति श्रीमती विमला जैन के मुख्य आतिथ्य मे किया।
जैन तीर्थ नैनागिरि की ट्रस्ट कमेटी के अध्यक्ष सुरेश जैन आईएएस,
मंत्री दामोदर सेठ,कोषाध्यक्ष इंजी. अशोक कुमार जैन, संतोष कुमार घडी,
प्रबंध समिति के मंत्री जयकुमार जैन , उपमंत्री वीरेन्द्र सिंघई व सतेन्द्र
लोहिया, डा.अजित जैन एवं महोत्सव समिति के अध्यक्ष देवेंद्र लुहारी,
महामंत्री राजेश जैन रागी पत्रकार, स्वागताध्यक्ष कपिल मलैया के साथ ही
वरिष्ठ समाजसेवी समाजभूषण श्रीमंत सेठ सुरेश जैन सागर, प्राचार्य राजकुमार
सतना, तीर्थ क्षेत्र उत्तरांचल उ.प्र.के मंत्री व युवा विद्वान, लेखक
डा.सुनील संचय ललितपुर, प्रभावना जन कल्याण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष
सुनील शास्त्री टीकमगढ़, कोषाध्यक्ष मनीष विद्यार्थी ,अनिल शास्त्री सागर,
विचार संस्था सागर की अध्यक्ष,तहसीलदार अरविन्द फुसकेले,महासभा के पूर्व
राष्ट्रीय अध्यक्ष रिषभ चंदेरिया कोतमा, जैन तीर्थ अहारजी के अध्यक्ष
महेंद्र बड़ागांव टीकमगढ़, राजकुमार पठा, धन कुमार आचार्य,सुरेश चंद्र
हेमचंद्र बांसा और बीजेएस ,जैन मिलन, तीर्थ क्षेत्र कमेटी, जैन महासभा सहित
अनेक राष्ट्रीय संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने समर्पित किया।
बुंदेलखंड से गुरुभक्तों का जत्था पहुंचा णमोकार तीर्थ
दमोह। बुंदेलखंड के गौरव, शाहगढ़ नगर की पावन धरा पर जन्म लेकर जिन्होंने बुंदेलखंड ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण भारत वर्ष जिन शासन की धर्मध्वजा को फहराने, भगवान महावीर स्वामी के अहिंसा धर्म को जन जन तक पहुँचने वाले विश्वविख्यात गुरुवर का 41वां भव्य पिच्छिका परिवर्तन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
दमोह। बुंदेलखंड के गौरव, शाहगढ़ नगर की पावन धरा पर जन्म लेकर जिन्होंने बुंदेलखंड ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण भारत वर्ष जिन शासन की धर्मध्वजा को फहराने, भगवान महावीर स्वामी के अहिंसा धर्म को जन जन तक पहुँचने वाले विश्वविख्यात गुरुवर का 41वां भव्य पिच्छिका परिवर्तन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
नाशिक (महाराष्ट्र) से मुम्बई हाइवे रोड पर स्थित श्री णमोकार तीर्थ
में आचार्य श्री सहित सभी संघस्थ मुनियों एवं आर्यिका माताजी को चातुर्मास
के पश्चात् समाज जनो व श्रावको द्वारा नई पिच्छिका प्रदान करके आवश्यक
व्रतों को स्वीकार किया। इस अवसर पर दमोह नगर से गुरुभक्त सपरिवार राजकुमार
जैन ’प्रिंस स्टूडियो‘ जैन एकता मंच के मध्यप्रदेश अध्यक्ष जयकुमार जैन
पुरा वाले, ब्रजेश जैन बांसा सहित राजेश जैन स्वाति जैन साफ साबुन जबलपुर
सहित अनेक भक्तो ने श्री णमोकार तीर्थ पहुंचकर गुरुदेव का आशीर्वाद लिया।
कुंडलपर महोत्सव स्मारिका समिति एवं विद्वान समिति की बैठक सम्पन्न
दमोह। स्मारिका समिति एवं विद्वान सत्कार समिति बैठक जैन भवन कुण्डलपुर कार्यालय में सम्पन्न हुई जिसमें स्मारिका प्रकाशन समिति प्रभारी सुधीर विद्यार्थी तथा विद्वान सत्कार समिति प्रभारी डॉ आशीष जैन शिक्षाचार्य के नेतृत्व में विद्वान सत्कार सम्बन्धी चर्चा के साथ स्मारिका के खंडों को महामहोत्सव कुंडलपुर और आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज को केंद्र में रखते हुए विभाजित कर उसकी रूप रेखा तय की गई।
सभी प्रस्ताव डॉ.सावन सिंघई जी के समक्ष प्रस्तुत किये गए जिसे कोर समिति समन्वयक द्वारा अनुमोदन भी किया गया। प्रमुखतः नामकरण शुभकामनाएं कुंडलपुर इतिवृत्त आचार्य विद्यासागर, विस्मयकारी मिलन, पंचकल्याणक महामहोत्सव खण्ड, अन्य विवरण, यह रूप रेखा पर विचार हुए। यह स्मारिका पूर्णतया कुण्डलपुर एवं आचार्य श्री पर केंद्रित होगी। जिसमे कुंडलपुर के इतिहास से लेकर वर्तमान तक आद्योपांत शोधपरक जानकारी दी जाएगी। आचार्यों एवं विद्वानों पुरातत्व विदों वास्तु विदों एवं विषय विशेषज्ञों द्वारा लेख आमंत्रित किये जायेंगे।
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