अखंड श्री दुर्गा चालीसा पाठ में हुई सम्मिलित..
दमोह। परम पूज्य सदगुरुदेव प्रतिपल स्मरणीय धर्म सम्राट युग चेतना पुरुष सदगुरुदेव परमहंस योगीराज श्री शक्तिपुत्र जी महाराज द्वारा विश्व शांति जन कल्याण सामाजिक सद्भावना एवं धर्म आत्मोत्थान हेतु निरंतर चलाए जा रहे श्री दुर्गा चालीसा अखंड पाठ विभिन्न प्रदेशों के विभिन्न स्थलों पर आयोजित होते रहे हैं इसी कड़ी में दमोह जिले के विकासखंड पथरिया ग्राम मगरधा में भगवती मानव कल्याण संगठन शाखा पथरिया द्वारा 24 घंटे का अखंड श्री दुर्गा चालीसा पाठ का आयोजन 27 नवंबर दोपहर से 28 नवंबर दोपहर तक किया गया।आज श्री दुर्गा
चालीसा पाठ के समापन अवसर पर भारतीय शक्ति चेतना पार्टी की राष्ट्रीय
अध्यक्ष बहन संध्या दीदी एवं भगवती मानव कल्याण संगठन के केंद्रीय मुख्य
सचिव आशीष शुक्ला सम्मिलित होने के लिए दमोह पधारे दमोह आगमन पर राष्ट्रीय
अध्यक्ष एवं मुख्य सचिव का दमोह के समन्ना तिराहे पर संगठन कार्यकर्ताओं
द्वारा भव्य स्वागत ढोल नगाड़ो पुष्प वर्षा आदि से किया गया समन्ना बाईपास
से जटाशंकर जेल तिराहा कोतवाली चौराहा घंटाघर पलंदी चौराहा से होते हुए
रैली निकालते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मुख्य सचिव पथरिया के लिए प्रस्थान
किया।
पथरिया के ग्राम मगरधा में बहन संध्या दीदी ने कहा कि श्री पंचज्योति शक्ति तीर्थ सिद्धाश्रम धाम में प्रत्येक दिन कोई ना कोई नशा मुक्त होने के लिए आता है लोग आश्चर्य करते हैं कि यह चमत्कार कैसे होता है सदगुरुदेव ने कहा है कि यदि कोई मेरी साधना को चुनौती देता है मेरी साधना को झुका देता है तो सारा जीवन उसके चरणों में झुका दूंगा ऐसा कोई महात्मा धर्माधिकारी है जो ऐसा कह सके साधु तो बहुत मिल जाएंगे लेकिन ऐसे कोई धर्मा धिकारी है तो आप ढूंढते रह जाओगे ऐसा कोई प्राप्त नहीं होगा क्योंकि कहीं ना कहीं वह कमजोर है साधुओं का ज्ञान तो प्राप्त कर लिया लेकिन कहीं ना कहीं साधुओं के ज्ञान और साधुओं की समाधि आदि धारण नहीं कर पाए उनकी कथनी व करनी में अंतर है। जिसको कोई डिगा ना पाए जिसको कोई भटका ना पाए मैं एक ऐसे धाम से जोड़ना चाहती हूं जो सिर्फ देना जानते है अपने आशीर्वाद के माध्यम से अपने सेवा के माध्यम से। जो कहते हैं कि धर्म करने वाले को पूजा पाठ करने वाले को राजनीति से मतलब नहीं होना चाहिए उनसे सवाल है पूजा पाठ करने वाला साधना करने वाला क्या राष्ट्र का हिस्सा नहीं है क्या राष्ट्र के कानून उस पर लागू नहीं होते क्या राष्ट्र में हो रही राजनीति उनके ऊपर अधिकार नहीं करती क्या देश का जो नेता है उनका नेता नहीं होता और यदि होता है तो प्रत्येक धर्माधिकारी को राजनीति का अधिकार होता है।आज की राजनीति खेल बन के रह गई है कोई राजनीति को खेल कहता है कोई युद्ध कहता है कौन कितना भ्रष्टाचार कर सकता है कौन समाज को अपनी बातों में लुभा सकता है वहीं देश के नेता बने बैठे। ईमानदार लोगों का राजनीति में अकाल पड़ गया है ईमानदार लोग राजनीति से बचने लगी है राजनीति का पूरा स्वरूप भ्रष्ट हो चुका है चुनाव छोटे हो या बड़े हो सभी में पैसा होता है जो पैसा समाज के हित के लिए लगना चाहिए वह चुनाव में पानी की तरह बहाया जाता है हर नेता अपने आपको इमानदार बताता है और सामने बैठी जनता को चंद पैसों की लालच में खरीद लेते है यदि देश की जनता जाग जाए देश की जनता चाहे तो कोई भी भ्रष्टाचारी देश पर राज नहीं कर सकता।
पथरिया के ग्राम मगरधा में बहन संध्या दीदी ने कहा कि श्री पंचज्योति शक्ति तीर्थ सिद्धाश्रम धाम में प्रत्येक दिन कोई ना कोई नशा मुक्त होने के लिए आता है लोग आश्चर्य करते हैं कि यह चमत्कार कैसे होता है सदगुरुदेव ने कहा है कि यदि कोई मेरी साधना को चुनौती देता है मेरी साधना को झुका देता है तो सारा जीवन उसके चरणों में झुका दूंगा ऐसा कोई महात्मा धर्माधिकारी है जो ऐसा कह सके साधु तो बहुत मिल जाएंगे लेकिन ऐसे कोई धर्मा धिकारी है तो आप ढूंढते रह जाओगे ऐसा कोई प्राप्त नहीं होगा क्योंकि कहीं ना कहीं वह कमजोर है साधुओं का ज्ञान तो प्राप्त कर लिया लेकिन कहीं ना कहीं साधुओं के ज्ञान और साधुओं की समाधि आदि धारण नहीं कर पाए उनकी कथनी व करनी में अंतर है। जिसको कोई डिगा ना पाए जिसको कोई भटका ना पाए मैं एक ऐसे धाम से जोड़ना चाहती हूं जो सिर्फ देना जानते है अपने आशीर्वाद के माध्यम से अपने सेवा के माध्यम से। जो कहते हैं कि धर्म करने वाले को पूजा पाठ करने वाले को राजनीति से मतलब नहीं होना चाहिए उनसे सवाल है पूजा पाठ करने वाला साधना करने वाला क्या राष्ट्र का हिस्सा नहीं है क्या राष्ट्र के कानून उस पर लागू नहीं होते क्या राष्ट्र में हो रही राजनीति उनके ऊपर अधिकार नहीं करती क्या देश का जो नेता है उनका नेता नहीं होता और यदि होता है तो प्रत्येक धर्माधिकारी को राजनीति का अधिकार होता है।आज की राजनीति खेल बन के रह गई है कोई राजनीति को खेल कहता है कोई युद्ध कहता है कौन कितना भ्रष्टाचार कर सकता है कौन समाज को अपनी बातों में लुभा सकता है वहीं देश के नेता बने बैठे। ईमानदार लोगों का राजनीति में अकाल पड़ गया है ईमानदार लोग राजनीति से बचने लगी है राजनीति का पूरा स्वरूप भ्रष्ट हो चुका है चुनाव छोटे हो या बड़े हो सभी में पैसा होता है जो पैसा समाज के हित के लिए लगना चाहिए वह चुनाव में पानी की तरह बहाया जाता है हर नेता अपने आपको इमानदार बताता है और सामने बैठी जनता को चंद पैसों की लालच में खरीद लेते है यदि देश की जनता जाग जाए देश की जनता चाहे तो कोई भी भ्रष्टाचारी देश पर राज नहीं कर सकता।
भगवती मानव कल्याण संगठन के मुख्य सचिव आशीष शुक्ला राजू भैया ने
कहा कि मगरदा गांव सहित पूरे दमोह जिले को गुरुवर ने आशीर्वाद भेजा है आप
लोगों ने बुलाया हम लोग आपके मगरदा है अब हम आप मंगल दा गांव सहित पूरे
दमोह जिले को होने वाले महाशक्ति शंखनाद शिविर मे 22, 23 जनवरी मे होने
बाले शिविर मे आमंत्रित किया और कहा नरेंद्र गिरी जैसे संत सभी संतो की
चेतना जागृत नहीं है सभी संत अंदर से खोखले हैं शक्तिपुत्र जी महाराज ने
पूरे बेस्ट आध्यात्मिक जगत को अपने साध आत्मक तब्बल की चुनौती दी है अगर
किसी मे तागत हो तो सामना करें आभार व्यक्त भारतीय शक्ति चेतना पार्टी
ब्लॉक अध्यक्ष लाल सिंह ने किया।
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