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विद्यार्थी परिषद ने लगाया छात्र सहायता शिविर.. वनरक्षको ने काली पट्टी बांधकर किया विरोध प्रदर्शन.. सौरभ सिंघई ने किया रात्रि 12 बजे रक्तदान.. PWD कॉलोनी में शांति व्यवस्था हेतु ज्ञापन.. हिन्दी लेखिका संघ की काव्यगोष्ठी सम्पन्न

 विद्यार्थी परिषद ने लगाया छात्र सहायता शिविर

दमोह। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद महाकोशल प्रांत दमोह इकाई द्वारा स्थानीय शासकीय ज्ञानचंद श्रीवास्तव स्नातकोत्तर महाविद्यालय में छात्रों की सहायता के लिए छात्र सहायता केंद्र का आयोजन गया। जिसमे नगर मंत्री राहुल कुमार ने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छात्र हित के साथ-साथ राष्ट्रीय हित में भी कार्य करने वाला दुनिया का सबसे बड़ा छात्र संगठन है। जो निरंतर छात्रों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रयासरत हैं।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज कैम्पस में छात्र सहायता शिविर का आयोजन किया गया। ताकि छात्रों को किसी भी प्रकार की कठिनाईयों का सामना न करना पड़े। छात्रों की सुविधा के लिए कार्यकर्ता सदैव प्रयास करते हैं। कि कोई भी छात्र किसी भी प्रकार की समस्या परिसर में महसूस न करें। जिसमें प्रमुख रूप से उपस्थित महाकोशल प्रांत के प्रांत सहमंत्री एवं जिला संघठन मंत्री आदित्य बरमैया, नगर महाविद्यालय प्रमुख बसन्त राजपूत, नगर स्टडी सर्कल आदर्श मिश्रा आदि बड़ी संख्या में छात्र छात्राओं की मौजूदगी रही।
वनरक्षको ने काली पट्टी बांधकर किया विरोध प्रदर्शन
दमोह। मप्र वन रक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित रोशन नायक ने बताया कि दमोह वन मंडल में वनविभाग द्वारा बाघ गणना की जा रही जिसमे सभी बीटो मे वनरक्षकों द्वारा बाघ गणना मोबाइल पर ऐप लोड करके की जा रही है जोकि पूरी तरह तकनीकि कार्य है शासन प्रशासन वनरक्षको से हमेशा तकनीकी कार्य तो करती है लेकिन वनरक्षक का पद तकनीकी घोषित नहीं करता है ना ही वनरक्षकों को तकनीकी कार्य का वेतन देती है वनरक्षकों द्वारा काली पट्टी बांधकर शासन प्रशासन को एवं समाजसेवीओ को ये बताने की कोशिश की है कि हम जो बाघ गणना का कार्य कर रहे है वो दबाब मे कर रहे है क्योकि हमारा यह कार्य नही है ये कार्य तकनीकि है जो वनरक्षक का तकनीकि पद नहीं है। 

 वनरक्षकों ने शासन प्रशासन का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए काली पट्टी बांधकर बाघ गणना का कार्य किया ताकि शासन प्रशासन को लगे कि जो हम लोग से तकनीकि कार्य किया जा रहा है वह हमारा काम नहीं है फिर भी हम ईमानदारी से मेहनत से पूर्ण लग्न से कार्य कर रहे हैं और इसके पूर्व भी जो विभाग में तकनीकि कार्य हमे दिए जाते है वो सभी तकनीकी कार्य  हम करते है शासन प्रशासन तकनीकी कार्य तो हम लोगों से कराती है लेकिन संसाधन हम लोगों के लिए नहीं देती है ना ही किसी प्रकार का अतिरिक्त वेतन जबकि अन्य विभागों में शासन-प्रशासन सुविधाएं उपलब्ध कराती है एवं संसाधन भी देती है। वनरक्षक कल्याण संघ द्वारा मांग की गई है कि अगर शासन को हमसे तकनीकी कार्य कराना है तो हमारा पद तकनीकी करने का कष्ट करें। 
 अगर ऐसा ही दबाव में हम लोगों से तकनीकि कार्य किए जाते हैं तो हम लोगों को मजबूरी मे आंदोलन करने को विवश होना पड़ेगा साथ ही न्यायपालिका की शरण लेना पड़ेगा इसलिए शासन प्रशासन से हम वनरक्षक कल्याण संघ मांग करते हैं कि हमारा वनरक्षक का पद तकनीकी घोषित करने की कृपा करें। काली पट्टी बांधकर बाघ गणना का समर्थन मध्य प्रदेश वनरक्षक कल्याण संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित रोशन नायक, दमोह जिला के अध्यक्ष राकेश सरबरिया, उपाध्यक्ष रशीद कुरेशी, सचिव अजय तिवारी, महबूब खान, आशीष श्रीवास्तव, नजमा खान, आकांक्षा विश्वकर्मा, राहुल कोरी, अजय तिवारी, बरूण चौबे, मुकेश नामदेव, लच्छू अहिरवार, शैलेन्द्र सिंह, अभय गुरू, नेमा, कौशल सिंह, ईश्वरकांत मिश्रा, हरिशंकर अहिरवार, बृजेश महोबिया, गौरव मिश्रा, दिलीप मूल सींग, दिनेश नेमा आदि वन रक्षकों ने समर्थन दिया है।
सौरभ सिंघई ने किया रात्रि 12 बजे रक्तदान..
दमोह। आचार्य श्री जी के आचार्य पदारोहण दिवस पर देर रात जिला अस्पताल दमोह में आपातकालीन स्थितियों में प्रशांत जैन को ए प्लस ब्लड की सख्त आवश्यकता थी उनका हीमोग्लोबिन तीन पर्सेंट बचा था जैसे ही यह जानकारी रक्तदान सेवा समिति रक्तदान महावीर समिति के नियमित रक्तदाता भाई सलिल लहरी मंटू को प्राप्त हुई उन्होंने रात्रि में सौरभ से चर्चा की और सौरभ सहज ही रक्तदान करने के लिए तैयार हो गए

 उन्होंने कहा आज मेरे लिए यह बड़ा ही सौभाग्य का दिन है कि आज आचार्य श्री का पदारोहण दिवस है और मेरे रक्त से आज किसी जरूरतमंद की मदद होगी इस पुण्य कार्य में विशेष सहयोग दिया भाई मंटू लहरी एवं  ब्लड बैंक स्टाफ की श्रीमती गुप्ता मैडम जी का हृदय से धन्यवाद दिया।

पीडब्ल्यूडी कॉलोनी में शांति व्यवस्था हेतु ज्ञापन 
दमोह। पीडब्ल्यूडी कॉलोनी में सुबह से लेकर शाम तक और रात तक असामाजिक तत्वों के जमावड़ा, शराब खोरी आदि की वजह से कॉलोनी में निवासरत परिवार महिलाओं बच्चों का जीना दूभर हो रहा है तथा अशांति भरे हालात में घरों से निकलना मुश्किल जिसको लेकर कॉलोनी वासियों द्वारा कलेक्टर एसपी एवं लोक निर्माण मंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सोते हुए तत्काल असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
ज्ञापन में बताया गया है कि कॉलोनी में रहने वाले कर्मचारियों के साथ कई बार बदसलूकी कई बार पैसों की मांग जैसी घटनाएं हो चुकी है। शाम के समय असामाजिक तत्वों का ज्यादा ही जमावड़ा लगता है जिससे कॉलोनी का माहौल अशांत क्षेत्र जाता खो जाता है गाली गलौज गुंडागर्दी भरे माहौल का बच्चों तथा महिलाओं पर प्रतिकूल असर पड़ता है वही रोकने पर यह तत्व लड़ने पर आमादा हो जाते हैं। उपरोक्त अशांति भरे माहौल से कॉलोनी वासियों को सुरक्षा मुहैया कराते हुए इन असामाजिक तत्वों से कॉलोनी को मुक्त कराने कठोर कार्यवाही की मांग की गई है
हिन्दी लेखिका संघ की काव्यगोष्ठी सम्पन्न
दमोह।
सरस्वती कन्या विद्यालय के सभा कक्ष में डॉ.प्रेमलता नीलम के आयोजकत्व में हिन्दी लेखिका संघ दमोह की मासिक काव्यगोष्ठी सम्पन्न हुई। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि गीता त्रिवेदी, विशिष्ट अतिथि धारा धगट, अध्यक्ष पुष्पा चिले थीं। कार्यक्रम के प्रथम चरण में संस्था अध्यक्ष ने वार्षिक कार्यक्रम एवं स्मारिका “सुरम्या“के विषय में जानकारी दी और बताया कि इस वर्ष सुरम्या मध्यप्रदेश की प्रसिद्ध कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान पर केन्द्रीय होगी। दूसरे चरण में सरस काव्यगोष्ठी हुई। 

पुष्पा चिले ने पढा कहाँ से पाते शतदल कमल की जड को तुम, मेरी गहराइयों के तल को भी न छू पाये। डा. नीलम ने पढा कभी कभी मन भर आये, सुधि सावन जब घिर जाये। आराधना राय ने पढा झांसी की रानी थी वह उत्साह था उन धमनियों में। प्रेमलता उपाध्याय ने पढा है शिव की महिमा अति पावन रोग सभी मिट जायें हमारे। भावना शिवहरे ने पढा आज दूषित पान सहारा, जब दूषित लग सोच खोटी। संगीता पान्डे ने पढा चाहेंगे तुझे पर कभी रुसवा न करेगे। डॉ.इंद्रजीत कौर ने पढा ऐसा नहीं कि दर्द मुझ तक आया नहीं, हौसला है मेरा जो दिल कुम्हलाया नहीं। क्षत्राणी थी मर्दानी थी वह भारत की नारी थी। 
कमलेश शुक्ला ने पढा माँ अपना दर्द अपने बच्चों से छुपा लेती है। अंजु सेठ ने पढा महाप्रतापी रघुकुल मणी, देख रहे सिया मुख चन्द्र की ओर। विनीता जडिया ने पढा पलना पाल झुलादऊं री अपने गोपाल जी खों। धारा धगट ने पढा मृदुल कल्पना के पंखों पर हम तुम दोनों हो आसीन, भूल जगत के कोलाहल को रच लें अपनी सृष्टि नवीन। गीता त्रिवेदी ने पढा भारत के वीरो तुम्हें करती नमन मैं, तुमसे बडा न कोईबलीदानी है। राशि धगट ने माँ पर केन्द्रित रचना का पाठ किया। कुसुम खरे ने विदाई गीत गाया। कार्यक्रम का सफल संचालन एवं आभार डॉ.प्रेमलता नीलम ने किया।

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