नवगठित ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति प्रशिक्षण
दमोह। व्यारमा समूह जल प्रदाय योजना पटेरा अंतर्गत नवगठित ग्राम जल एवं स्वच्छता समितियों के सदस्यों के प्रशिक्षण हेतु जनपद पटेरा स्थित सभा भवन में बैठक का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर जल निगम के प्रबंधक मनोज श्रीवास्तव ने शासकीय राजस्व ;जलकर वसूली की प्रक्रिया शासकीय निर्देश एवं तत्संबंध में जारी राजपत्र के दिशानिर्देशों पर विस्तार प्रकाश डाला। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद द्वारा भी राजस्व संग्रह में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया गया। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत श्री दुबे मप्र जल निगम के वरिष्ठ प्रबंधक ;संचालन एवं संधारणद्ध मनोज श्रीवास्तव प्रबंधक ;जन सहभागिता भंवर सिंह एवं क्वालिटी कंट्रोल संस्था में मैकोस लिमिटेड के अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।
रामेश्वर बने भाजपा पथरिया विधानसभा प्रभारी
दमोह। भाजपा दमोह के प्रभारी अभिलाष पांडे, जिला अध्यक्ष प्रीतम सिंह की
अनुशंसा पर भारतीय जनता पार्टी के जिला महामंत्री रामेश्वर चौधरी के लिए
पथरिया विधानसभा का प्रभारी नियुक्त किया गया है। जिसके चलते उनके चाहने
वालों में हर्ष व्याप्त है।
साथ ही भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चे के जिला
अध्यक्ष डॉ.आलोक अहिरवार, आशीष शर्मा, कृष्णा राज, अशोक राज, बीडी बावरा,
सोना बाई, महेश पटेल, अनिल राज, राकेश प्रजापति, बालमुकुंद अहिरवार, मनीष
राज, सोनू राज, राजू, मंडल अध्यक्ष महेश पटेल, बटियागढ़ मंडल अध्यक्ष कपिल
शुक्ला, फतेहपुर मंडल अध्यक्ष राजा वीर सिंह चौहान, नरसिंहगढ़ मंडल अध्यक्ष
लाखन सिंह लोधी, पथरिया मंडल अध्यक्ष ललित कुशवाहा ने शुभ कामनाएं प्रेषित
की हैं।
एकलव्य विवि में आर्ट ऑफ लिविंग ध्यान शिविर संपंन
दमोह। एकलव्य विश्वविद्यालय एवम आर्ट ऑफ लिविंग के संयुक्त तत्वावधान में जय
भारत पिरामिड ध्यान मंदिर में चल रहे छह दिवसीय ध्यान शिविर का समापन
एकलव्य विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ सुधा मलैया, कुलपति प्रो.डॉ. पवन
कुमार जैन, कुलसचिव डॉ. प्रफुल्ल शर्मा एवं आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक
श्री श्री रविशंकर जी के शिष्य योग प्रशिक्षक प्रशांत असाटी, अभिनंदन
मोदी, अतुल चौबे एवं क्षितिज जैन की गरिमामय उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। इस
छह दिवसीय ध्यान शिविर में विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों,
प्राध्यापकों के साथ-साथ विद्यार्थियों की भी उपस्थिति रही।
इस
ध्यान शिविर में उज्जायी एवम भस्रिका का अभ्यास कराया गया। वात, पित्त, कफ
से होने वाले रोगों के निवारण हेतु अनेक प्रकार से सुदर्शन क्रिया का
अभ्यास कराया गया, जिससे सभी लोग रोग मुक्त रहें। इसी क्रम में मंत्र सहित
सूर्य नमस्कार का अभ्यास करते हुए मंत्र स्नान भी कराया गया। इन क्रियाओं
को करने से शरीरिक एवम मानसिक व्याधियाँ नष्ट हो जाती हैं।चतुर्दिक से
प्राप्त होने वाले नकारात्मक विचारों को तत-तत दिशाओं में साधना क्रिया के
माध्यम से वापस भेज दिया गया। इन गूढ़ साधनोपरांत संवाद के माध्यम से
प्राप्त होने वाली जिज्ञासाओं का समाधान किया गया। विश्वविद्यालय की
कुलाधिपति डॉ. सुधा मलैया द्वारा जीवन को सुखमय खुशहाल बनाने हेतु योग और
ध्यान को अपने प्रतिदिन के व्यवहार में उतारने के लिए संकल्पित कराया गया
साथ ही जीवन में सेवाभाव की भावना को आत्मसात करते हुए लोका समस्ताः सुखीनो
भवन्तु अर्थात सभी सुखी हों, ईश्वर से ऐसी प्रार्थना की गई। समापन
के अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षकों का एकलव्य विश्व विद्यालय परिवार
की ओर से स्वागत,अभिनंदन एवम पौधा देकर सम्मान किया गया।
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