मिशन लाइक तहत 5 जून तक कार्यक्रम होंगे
दमोह। युवा कार्यक्रम खेल मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा संचालित नेहरू युवा केंद्र संगठन दमोह उपनिदेशक सुधीर सिंह एवं लेखपाल तेज खान के कुशल निर्देशन में विकासखंड हटा के अंतर्गत शासकीय महाविद्यालय राघवेंद्र सिंह हजारी गांधी मैदान में छायादार एवं फलदार पौधा रोपित किया ।
इस दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य एवं मुख्य अतिथि डॉ पीके ढाका ने कहा इस पौधे का संरक्षण मेरे द्वारा किया जाएगा। नेहरू युवा केंद्र की ओर से राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक एवं कार्यक्रम प्रभारी सोमनाथ विश्वकर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि मिशन लाइक के अंतर्गत 5 जून तक लगातार कार्यक्रम संचालित किए जाने हैं और केंद्र सरकार की नीतियों पर कार्य किया जावेगा।
इस अवसर पर एनएसएस कार्यक्रम प्रभारी जीवन लाल कुर्मी क्रीड़ा अधिकारी प्रशांत सूर्यवंशी एनएसएस कार्यक्रम प्रभारी श्रीमती शिवानी राय अध्यापक आकाश कुर्मी एनएसएस के स्वयं सेवक गवेश राजपूत अजीत विश्वकर्मा विपिन प्यासी मानसी राजपूत अन्य स्वयंसेवकों की उपस्थिति रही।
जैन मिलन द्वारा एक करोड़ महामंत्र का जाप
दमोह श्रुत पंचमी का पर्व जैन समाज के इतिहास में एक महत्वपूर्ण आयोजन है क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अतिवीर दिलेश जैन चौधरी ने कहा कि भारतीय जैन मिलन ने पूरे देश में एक करोड़ महामंत्र की जाप कराने का निर्णय लिया था परंतु क्षेत्र क्रमांक 10 के सभी शाखाओं के अध्यक्ष मंत्री विशेषकर जैन मिलन नगर प्रमुख शाखा के चौधरी राज कुमार जैन तारण की अथक मेहनत से एक करोड़ का लक्ष्य केवल जैन मिलन क्षेत्र क्रमांक 10 ने पूरा किया है
क्षेत्र की इस सफलता पर राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय पदाधिकारियों ने बधाई दी है
क्षेत्र की सफलता पर बधाई देते हुए भारतीय जैन मिलन के राष्ट्रीय मंत्री अतिवीर कमलेंद्र जैन ने कहा श्रुत पंचमी क्यों मनाते हैं इसका इतिहास अवश्य जान्ना चाहिए उक्त विचार रखते हुए उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष ज्येष्ठ शुक्ला पंचमी को जैन समाज में, श्रुतपंचमी पर्व मनाया जाता है। इस पर्व को मनाने के पीछे एक इतिहास है, भूतबलि आचार्य ने इन षटखण्डागम सूत्रों को लिपिबद्ध किया और ज्येष्ठ सुदी पंचमी के दिन चतुर्विध संघ सहित कृति कर्मपूर्वक महापूजा की। इसीलिए इसी दिन से इस पंचमी का श्रुतपंचमी नाम प्रसिद्ध हो गया। तब से लेकर लोग श्रुतपंचमी के दिन श्रुत की पूजा करते आ रहे हैं। पुनः भूतबलि ने जिनपालित को षट्खण्डागम ग्रन्थ देकर पुष्प दन्त मुनि के पास भेजा। उन्होंने अपने चिन्तित कार्य को पूरा हुआ देखकर महान हर्ष किया और श्रुत के अनुराग से चातुर्वर्ण संघ के मध्य महापूजा की। आचार्य पुष्पदंत ने समस्त सत् प्ररूपणा के बीस अधिकार रचे, इसके पश्चात समस्त ग्रन्थ आचार्य भूतबलि द्वारा रचा गया। अपर्युक्त विवरण से ज्ञान होता है कि आचार्य पुष्पदन्त और भूतबलि ने षटखण्डागम ग्रन्थ की रचना कर ज्येष्ठ शुक्ला पंचमी के दिन चतुर्विध संघ के सथ उसकी पूजा की थी, जिससे श्रुतपंचमी तिथि दिगम्बर जैनों में प्रख्यात हो गई। ज्ञान की आराधना का यह महान पर्व हमें वीतरागी संतों की वाणी की आराधना और प्रभावना का संदेश देता है। इस दिन षट्खण्डागम, धवला, महाधवलादि ग्रन्थें को विराजमान कर महामहोत्सव के साथ उनकी पूजा करना चाहिए। श्रुतपूजा के साथ सिद्धभक्ति और शांतिभक्ति का भी इस दिन पाठ करना चाहिए। विशेष विधान करना चाहिए। शास्त्रों की देखभाल, उनकी जिल्द आदि बनवाना, शास्त्र भण्डार की सफाई आदि करना, इस तरह शास्त्रों की विनय करना चाहिये। जिनवाणी की प्रभावना हेतु ग्रंथों का शक्ति अनुसार दान करें।
क्षेत्रीय मंत्री कविता ऋषभ जैन ने कहा कि श्रुत पंचमी के दिन सभी वीर वीरांगना को जिनवाणी का स्वाध्याय का नियम करना चाहिए क्योंकि यही उन पूर्वाचार्यों के प्रति सच्ची विनयांजलि होगी जिन्होंने अपनी साधना और जीवन के महत्त्वपूर्ण क्षणों को जिनवाणी को आप तक पहुचाने में समर्पित कर दिए। स्वयं स्वाध्याय करें और दूसरों को भी स्वाध्याय करने की प्रेरणा दीजिए। ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता उसके संस्कार अगले जन्म में अवश्य जाते हैं। उन्होंने उन सभी शाखाओं को बधाई दी है जिन्होंने जाप करने के साथ ही मंदिर जी में पूजन जिनवाणी मां की बैयाब्रत्ती की है
विधानसभा अध्यक्ष 28 मई को दमोह आयेंगे
दमोह। प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष श्री गिरीश गौतम 28 मई 2023 को प्रात 9 बजे सलैहा से चलकर प्रात 11.30 बजे दमोह आयेंगे। दोहपर 12.30 बजे तक का समय आरक्षित रखा गया है।विधानसभा अध्यक्ष श्री गौतम दोपहर 12.30 बजे विश्रामगृह से स्थानीय मानस भवन अम्बेडकर चौक के लिये प्रस्थान कर दोपहर 1 बजे अंबेडकर चौक में छात्रक्रांति दल एवं छात्र सर्व कल्याण समिति द्वारा आयोजित युवा समागम कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित होंगे। आप अपरान्ह 3 बजे दमोह से रीवा के लिये प्रस्थान करेंगे।
.वनवासी लीला प्रस्तुतियों का मंचन 30 से
दमोह। राज्य के संस्कृति विभाग द्वारा भक्तिमती शबरी निषादराज गुह्य और लछमन चरित लीलाएं विशेष रूप से परिकल्पित कर तैयार कराई गई है। इसके साथ ही इन लीलाओं को पटकक्षा आधारित चित्रांकन भी कराया गया है जिनका प्रदर्शन लीला प्रस्तुति के दौरान किया जायेगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री जी घोषणा अनुसार इन लीला प्रस्तुतियों का मंचन प्रदेश के 89 जनजातीय बहुल विकासखण्डों में किया जा चुका है। इसी क्रम में जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी भोपाल इन लीलाओं के समारोह का समन्वय और आयोजन विभाग की ओर से कर रही है। जिला संयोजक जनजातीय कार्य विभाग जिला संयोजक ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी से कार्यक्रम के लिये स्थानीय स्तर पर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने कहा है उन्होंने कहा तीन दिवसीय यह कार्यक्रम 30 मई से 01 जून 2023 तक दमोह में प्रस्तावित किया गया है।
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