फिल्म को दो अंतरराष्ट्रीय अवार्ड फिल्म फेयर में चयन
दमोह। बुंदेलखंड के ओरछा में निर्मित फिल्म ओरछा इज हरदोल अलाइव(क्या हरदौल जिंदा है) के कलाकारों का दमोह विधायक अजय टंडन ने एक कार्यक्रम के दौरान सम्मान किया विधायक अजय टंडन ने कहा लाला हरदौल इस इलाके के सर्वाधिक पूजनीय लोक देवता है और उनके ऊपर बनी है फिल्म न केवल इतिहास की पाबंदियों को तोड़ने वाली बल्कि लोक मान्यताओं में आस्था को बढ़ाने वाली फ़िल्म है इस फिल्म के निर्देशक डॉ रश्मि जेता और निर्माता श्रीमती रश्मि जेता सहित पूरी टीम को यहां से सम्मानित् किया गया।
दरअसल यह फिल्म ओरछा के लाला हरदौल पर बनाई गई है।इतिहास में अक्सर हर घटना के पीछे प्रमाण तलाशे जाते हैं पर ये फिल्म इस बात पर जोर दे रही है कि लोक मान्यताएं जो सदियों से चली आई है उनमें कारण ढूंढने की आवश्यकता नहीं अगर वह मान्यताएं आज भी जीवित है तो किसी न किसी वजह से जीवित है जिसे प्रमाण की आवश्यकता नही, इस फिल्म को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया गया है। जिसे दर्शकों ने खूब सराहा वहीं इस फ़िल्म को दो अंतरराष्ट्रीय अवार्ड जिसमें कॉलीवुड इंटर नेशनल फिल्म फेस्टिवल, दूसरा क्राउनबुड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल जो की कोलकाता में आयोजित होता है।
बेस्ट शार्ट फिल्म का अवार्ड मिला है,साथ ही जाने माने फिल्म अवार्ड फ़िल्म फेयर शॉट फिल्म अवार्ड में इस फिल्म को हाल ही में सिलेक्शन मिला है फिल्म की टीम की माने तो आगे ये फिल्म और भी बड़े खिताब जीत सकती है। इस फिल्म में मुख्य मुख्य भूमिका मनीष सोनी, जूही खुशी सोनी ने निभाई है वही धर्मेंद्र यादव मंशा सोनी, हरप्रसाद अहिरवार की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही है। फ़िल्म की एडीटिंग नरेंद्र अठया और राहुल तिवारी ने की है वही कैमरे के पीछे सनी पारोचे रहे है विशेष सहयोग दिनेश ठाकुर अज्जू ठाकुर और शुभम सोनी का रहा। निर्देशक डॉ रश्मि जेता द्वारा पहले भी कई फिल्मों का निर्माण किया जा चुका है जो की बुंदेली संस्कृति और परंपराओं पर आधारित रही है। जिसमें खजुराहो पर आधारित फिल्म खजुराहो की बोलती दीवारें और राई नृत्य पर आधारित फिल्म अभिशप्त रानिया पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय अवार्ड जीत चुकी है।
बेस्ट शार्ट फिल्म का अवार्ड मिला है,साथ ही जाने माने फिल्म अवार्ड फ़िल्म फेयर शॉट फिल्म अवार्ड में इस फिल्म को हाल ही में सिलेक्शन मिला है फिल्म की टीम की माने तो आगे ये फिल्म और भी बड़े खिताब जीत सकती है। इस फिल्म में मुख्य मुख्य भूमिका मनीष सोनी, जूही खुशी सोनी ने निभाई है वही धर्मेंद्र यादव मंशा सोनी, हरप्रसाद अहिरवार की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही है। फ़िल्म की एडीटिंग नरेंद्र अठया और राहुल तिवारी ने की है वही कैमरे के पीछे सनी पारोचे रहे है विशेष सहयोग दिनेश ठाकुर अज्जू ठाकुर और शुभम सोनी का रहा। निर्देशक डॉ रश्मि जेता द्वारा पहले भी कई फिल्मों का निर्माण किया जा चुका है जो की बुंदेली संस्कृति और परंपराओं पर आधारित रही है। जिसमें खजुराहो पर आधारित फिल्म खजुराहो की बोलती दीवारें और राई नृत्य पर आधारित फिल्म अभिशप्त रानिया पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय अवार्ड जीत चुकी है।
वैसे 27 से अधिक अंतरराष्ट्रीय खिताब जीतने वाली इस टीम को उम्मीद है कि आगामी समय में हरदौल फिल्म उन्हें नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी फिल्मी कलाकारों की माने तो वे बुंदेलखंड जैसी छोटी जगह पर एक अपने फिल्म उद्योग की कल्पना कर रहे हैं फिलहाल यह फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुई है जिसे लोग टिकट लेकर देख रहे हैं और यह प्रयोग सफल भी हो रहा है आगामी समय में इस इलाके की फिल्में इस तरह से अच्छा प्रदर्शन करेगी तो रोजगार के क्षेत्र में फिल्म उद्योग भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। फिलहाल विधायक अजय टंडन ने इस फिल्म के उज्जवल भविष्य की कामना की है। इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रतनचंद जैन, सतीश जैन, रजनी ठाकुर, वीरेन्द्र राजपूत, विक्रम ठाकुर, आशीष पटेल सहित कांग्रेस पदाधिकारियों की उपस्थिति रहीं।
स्व.सोनवलकर की स्मृति में चन्द्रकांत सेवा पखवाड़ा शुरू
दमोह। विधि कला एवं शिक्षा क्षेक के बहुआयामी व्यक्तित्व स्व.चन्द्रकांत सोनवलकर की 35वीं पुण्यतिथि पर सेवा पखवाड़ा की भव्य शुरूआत की गई। स्व.श्री चन्दू गुरू की स्मृति में नवीन कन्या हाई स्कूल अभाना में स्मृति कार्यक्रम एवं पुरूस्कार वितरण आयोजित किया गया।
दमोह। विधि कला एवं शिक्षा क्षेक के बहुआयामी व्यक्तित्व स्व.चन्द्रकांत सोनवलकर की 35वीं पुण्यतिथि पर सेवा पखवाड़ा की भव्य शुरूआत की गई। स्व.श्री चन्दू गुरू की स्मृति में नवीन कन्या हाई स्कूल अभाना में स्मृति कार्यक्रम एवं पुरूस्कार वितरण आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डी.के.मिश्रा प्राचार्य एवं कार्यक्रम अध्यक्ष जिला मास्टर ट्रेनर श्री विनय मोहन मिश्रा रहे। दीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण द्वारा स्व.चन्दू गुरू को भावभीनी श्रद्वांजलि अर्पित की गई। कु.रंजीता कौर, कु.नीतू ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। इस अवसर में चन्द्रकांत सेवा सम्मान से छात्राओं को पुरूस्कृत किया गया। इनमें भारती लोधी, साक्षी, त्रिवेणी लोधी, करूणा, मनीषा, लक्ष्मी अठ्या, दीपिका, नीतू ठाकुर आदि को पुरूस्कृत किया गया। श्री मिश्रा ने उद्बोधन में कहा कि दमोह के कला जगत में स्व. चन्द्रकांत जी का अहम योगदान है। गुरू बिरले व्यक्तित्व थें। उनका कोई सानी नहीं है।
सोनवलकार परिवार के कुल दीपक स्व.चन्द्रकांत ने नई पीढ़ी को आगे बढ़ाया। स्व.चन्द्रकांत जी के नाम से शासकीय जिला ग्रन्थालय का नाम करण एक अनूठीपहल है। दमोह की युवा पीढ़ी इसका लाभ ले रही है। कार्यक्रम का संचालन सुशील श्रीवास्तव ने और आभार प्रदर्शन सतीश त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम में एनएल अहिरवाल, इसरार खान, विपिन तिवारी, सी खरे, नीलम यादव, ब्रजेन्द्र सिंह, सुल्तान सहित बड़ी संख्या में नागरिकगणों की उपस्थिति रहीं।सोनवलकार परिवार के कुल दीपक स्व.चन्द्रकांत ने नई पीढ़ी को आगे बढ़ाया। स्व.चन्द्रकांत जी के नाम से शासकीय जिला ग्रन्थालय का नाम करण एक अनूठीपहल है। दमोह की युवा पीढ़ी इसका लाभ ले रही है। कार्यक्रम का संचालन सुशील श्रीवास्तव ने और आभार प्रदर्शन सतीश त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम में एनएल अहिरवाल, इसरार खान, विपिन तिवारी, सी खरे, नीलम यादव, ब्रजेन्द्र सिंह, सुल्तान सहित बड़ी संख्या में नागरिकगणों की उपस्थिति रहीं।
जबेरा में जैन महिलाओं ने मनाया सुगंध दसवी पर्व..
दमोह। जबेरा स्थित जैन धर्मशाला में जैन समाज की महिलाओं द्वारा सुगंध दसवीं का पर्व बड़े ही धूमधाम ब उत्साह के साथ मनाया गया । सुगंध दसवीं के अवसर पर जैन धर्मशाला में पूजन किया गया सुगंध दसवीं को धूप दसवीं भी कहते हैं। जैन मंदिर के आसपास धूप की खुशबू से पूरा वातावरण सुगंध मय हो गया। पूजन में सभी महिलाएं विशेष श्रृंगार किए हुए थी।
रीना जैन ने बताया कि सुगंध दसवीं का जैन मान्यताओं में बहुत ही महत्व है पर्यूषण पर्व के अंतर्गत दसवीं के दिन यह पर्व मनाया जाता है इस व्रत को विधि पूर्वक करने से अशुभ कर्मों का क्षय होकर पुण्यबंध का निर्माण होता है । इस दिन पांचो पापों का त्याग कर महिलाए भगवान की पूजा, स्वाध्याय, धर्म चिंतन, कथा श्रवण, सामायिक में समय व्यतीत करके सुगंध दसवीं की पूजा की जाती है। पूजन के उपरांत सभी महिलाओं ने एकत्रित होकर उत्साह के साथ नृत्य किया।पूजन में बड़ी संख्या में महिलाओ की उपस्थिति रही।
भगवान बाहुबली का महामस्तकाभिषेक होगा आज
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