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गजफेरी के साथ भगवान बामन देव की शोभायात्रा ने नगर भ्रमण किया.. पर्युषण महापर्व पर जैन कांच मंदिर में आरती नृत्य प्रतियोगिता.. परशुराम टेकरी के पास 21 दिवसीय राम कथा को विराम.. पितृपक्ष में बेलाताल टापू पर श्रीमद् भागवत कथा.. स्व. फीरोज सिद्दकी की श्रद्वांजलि सभा..

भगवान बामन देव की शोभायात्रा ने किया भ्रमण 

दमोह। भगवान विष्णु के पांचवे अवतार भगवान बामन देव का प्राकट्योत्सव हर साल भाद्रपद शुक्ल द्वादशी को वामन जयंती मनाई जाता है। ऐसा माना जाता है कि, भगवान विष्णु ने पृथ्वीलोक को असुरराज बलि के अन्याय और अत्याचार से मुक्ति दिलाने के लिए वामन अवतार धारण किया था, जो कि श्री हरि के दशावतार में से पांचवा था। इस दिन भक्त उपवास रहकर भगवान विष्णु की विधिवत पूजा अर्चना करते हैं।

पुराणों के अनुसार, भगवान वामन ने तीन कदमों में तीनों लोक नापकर प्रहलाद पौत्र राजा बलि का घमंड तोड़ा था। इसी उपलक्ष्य पर प्रति वर्ष अनुसार ब्राह्मण समाज दमोह की ओर से इस वर्ष भी भगवान बामन देव की शोभायात्रा का आयोजन किया गया जिसमें प्रातः काल भगवान बामन देव का हवन पूजन एवम सुंदरकांड का आयोजन किया गया शाम 06 बजे शिवपार्वती मन्दिर से शोभायात्रा निकाली गई जिसमें भारी संख्या में महिला बच्चों पुरुषों की मौजद रही.. शोभायात्रा में सबसे आगे चल रहा हाथी जनसमूह के लिए आकर्षण का केंद रहा..

वहीँ जटाशंकर शिव मंदिर से आई महाकाल झांझर टोली उसी तरह डमरू झांझर का वादन कर रही थी जिस तरह का दृश्य उज्जैन महाकाल की आरती के समय होता है जिसने भी झांझर समूह को देखा वह सहसा ही रुकने पे मजबूर हो गया शोभायात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई वापिस शिवपार्वती मंदिर में समाप्त हुई जहाँ विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। 

जैन कांच मंदिर में आरती नृत्य प्रतियोगिता..
दमोह। श्री आदिनाथ दिगंबर जैन कांच मंदिर दमोह में पर्युषण पर्व पर प्रतिदिन रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम की श्रंखला चल रही है। विगत दिवस रात्रि में बालिका मंडल कांच मंदिर द्वारा आरती नृत्य प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों के दो ग्रुप तैयार किए गए। जूनियर ग्रुप और सीनियर ग्रुप बी में आरती नृत्य प्रतियोगिता में सभी प्रतिभागियों के द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई।

देर रात तक चली इस प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल श्रीमती सीमा जैन, श्रीमती रेशमा जैन, श्रीमती प्रगति जैन के द्वारा प्रतियोगिता परिणाम की घोषणा की गई। जूनियर ग्रुप ए में कुमारी खुशी रचना जयकुमार पुरा वाले को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। कुमारी सृष्टि तृप्ति रजनीश जैन को सीनियर ग्रुप में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। 

बालिका मंडल के इस उत्कृष्ट आयोजन पर जैन कांच मंदिर के अध्यक्ष श्री सतीश जैन कल्लन भैया, महामंत्री सोनू जैन नेताजी, वरिष्ठ मार्गदर्शक श्री रूपचंद जैन संगम द्वारा मंडल के कार्य की सराहना की गई। साथ ही प्रथम आने पर कु खुशी जैन, कु सृष्टि जैन को बधाई एवं सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया गया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री विजय जैन विजय श्री, नबती इटोरया, नरेंद्र जैन कन्हैया टेंट, श्रेयांस जैन बांसा एवम निर्णायक मंडल का सम्मान व आभार बालिका मंडल द्वारा किया गया।

परशुराम टेकरी के पास 21 दिव. राम कथा को विराम
दमोह। 21 दिवसीय श्री राम कथा का भव्य आयोजन एवं संगीतमय कथा का 21 दिवस राम जन्म उपरांत कथा को विराम  दिया गया l कथा वाचक पंडित श्री अरविंद दुबे जी के मुखारविंद से 21 दिनों तक श्री राम कथा का आयोजन हुआ  सभी भक्तों ने माताओं बहनों ने राम कथा का आनंद भक्ति पूर्वक लिया आज कथा के 21 में दिवस पर कथा विराम की गई। 
कथावाचक पंडित श्री अरविंद दुबे द्वारा समापन के दिन बताया गया कि कथा को जीवन में उतार लो,  प्रभु की भक्ति  में लगा लो जीवन सफल हो जाएगा। कथा वाचक अरविंद दुबे जी ने यह भी बताया की कोई भी कथा हो कथा के उपरांत व्यास पीठ को नमन छूकर प्रणाम करने से जितने दिन भी अवगुड पाप आपने किए है और आपने कथा का श्रवण किया है तो आपके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं इसलिए कथा के अंतिम दिवस कहीं भी कथा के विराम के बाद व्यास पीठ को छूकर नमन करना चाहिए आपके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं l पीठ पर बैठकर किसी भी कथा वाचक को कथा में हुई त्रुटि की क्षमा नहीं मांगनी चाहिए क्योंकि जो भी व्यास पीठ पर बैठता है उसके मुखारविंद से कभी भी कोई त्रुटि हो ही नहीं सकती, जब तक वह व्यास पीठ पर विराजमान है l
कथा पॉलिटेक्निक कॉलेज के पहले परशुराम टेकरी के नीचे जबलपुर नाका ग्राम आम चोपड़ा  में चल रही थी l सयोजक परसू चौबे सहयोगी सरपंच जयपाल यादव, मुकुट बिहारी खरे, महेंद्र गोस्वामी, रामजी चौबे, जमना प्रसाद चौबे समस्त ग्रामवासी एवं नगर वासियों का सहयोग रहा। हवन उपरांत भंडारा में भी बड़ी संख्या में सभी भक्त वृंद माताएं बहनो ने सहभागिता दर्ज कराई।
पितृपक्ष में बेलाताल टापू पर होगी श्रीमद् भागवत कथा
दमोहपितृपक्ष के पावन पर्व पर जिसमें पुरखो की आत्मा की शांति के लिये लगे तालाबों, नदियों पर जाकर पुरखों को पानी देते है इसी तारतम्य में पितरो के निमित्त पितरों की शांति के लिये दिनांक 4 अक्टूबर 2023 से बेलाताल टापू मंदिर स्थित साईमंदिर में भगवताचार्य कमलेश्वरा नंद महराज के मुखारबिंद से दोपहर 2 बजे से 5 बजें तक श्रद्धालुओ को कथा का श्रवण कराया जायेगा। 
आयोजन समिति के सदस्य बिहारी लाल गौतम, राजकुमार सोनी, विक्रम चंदेल, अभिषेक ठाकुर, शिवम सोनी, देवेश तिवारी, विकास शर्मा, नन्हेलाल बरैया, कैलाश नामदेव ने बताया कि प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया है। जिसमे नगर के वह व्यक्ति जो पितरों के निमित्त तर्पण करेंगे वह कथा में यजमान बनना चाहते है वह समिति के सदस्यों से सम्पर्क करले।
सिद्वीकी परिवार ने मृत्युभोज बंद की घोषणा की
दमोह
गत दिवस पथरिया फाटक सिद्वीकी निवास में समाज सेवी शासकीय ठेकेदार स्व.फीरोज सिद्वीकी के 18 अगस्त 2023 को अकस्मात हद्यगति रूक जाने से हुए निधन पर श्रद्वांजलि सभा हुई जिसमें जिले के हर वर्ग के लोग शासकीय अधिकारी, कर्मचारी, पत्रकार, ठेकेदार, राजनेता, जनप्रतिनिधि ने शिरकत कर अपने एवं फीरोज सिद्वीकी की यादे साझा करते हुए श्रद्वांजलि प्रस्तुत की। दमोह विधायक अजय टंडन ने आश्चर्य व्यक्त किया कि एक घंटे पूर्व मेरी मुलाकात हुई और अचानक कैसे हो गया। कांग्रेस अध्यक्ष रतनचंद जैन, महामंत्री सतीश जैन, रमन खत्री ने भी अपने विचार व्यक्त किये। वरिष्ठ पत्रकार सुनील गौतम ने भी भाव विमोर होकर अपने और फीरोज सिद्वीकी के संबंधो को साझा किया। मुस्लिम समाज के वरिष्ठ समाज सेवी उवेद गोरी, अलीम ठेकेदार, तख्खयुल कुरैशी, मुरसलीन कुरैशी पूर्व पार्षद ने फीरोज सिद्वीकी के निधन से समाज को हुई छति पर प्रकाश डाला.. लोक निर्माण विभाग के सभी अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहें जिसमें श्री तिवारी जी, एसडीओ ने बताया कि श्री स्व.फीरोज भाई सदैव जरूरतमंदो गरीबों के साथ खड़े रहते थे। 
अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के संरक्षक राकेश हजारी एवं अध्यक्ष सत्यानारायण तिवारी ने अपने विचारों में कहा कि स्व.फीरोज सिद्वीकी हम कर्मचारियों में बहुत घुले मिले थे। स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष केआर पाण्डे एवं प्रसिद्व कवि बीएम दुबे ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए श्रद्वांजलि दी। लद्यु वेतन कर्मचारी संघ के प्रांतीय संरक्षक शेख हनीफ एवं जिलाध्यक्ष प्रमोद अहिरवार ने भी विचार व्यक्त किये। सभा में आये भूप सींग ठाकुर, वरिष्ठ अधिवक्ता कमलेश भारद्वाज ने अपने विचार रखते हुए श्रद्वासुमन अर्पित किये। भूप सींग ठाकुर, सगीर भाई, तरवर सींग आदि ने अपने विचार व्यक्त किये। सभा का आयोजन स्व.फीरोज सिद्वीकी के सहपाठी श्री रत्नेश चतुर्वेदी, अतुल सोनी, नीतू रिजवी ने किया एवं सफल संचालन वीरेन्द्र सिंह ने किया। अंत में आभार परिवार की ओर से कर्मचारी नेता महमूद सिद्वीकी ने व्यक्त किया साथ ही यह बताया कि सिद्वीकी परिवार मृत्यु भोज का आयोजन नहीं करेगा उसके स्थान पर एक बड़ी रकम किसी शुभ कार्य शुभ स्थान में स्व.फीरोज सिद्वीकी के नाम से दान किये जावेगा।

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