सिध्द चक्र विधान के पांचवें दिन 512 अर्घ्य समर्पित हुए
दमोह।
श्री पारसनाथ दिगंबर जैन नन्हे मंदिर धर्म शाला में आचार्य श्री समय सागर
जी महाराज के आशीर्वाद से मुनि श्री सुब्रत सागर जी महाराज के सानिध्य में
श्री सिध्द चक्र महामंडल विधान का आयोजन भक्ति भाव के साथ चल रहा है। विधान
के पांचवें दिन मुनिश्री के निर्देशन में ब्रह्मचारी स्वतंत्र भैया ने 512
अर्घ्य समर्पित करवाये।
इस अवसर पर भोपाल में होने वाले जैन युवक युवती परिचय सम्मेलन की पत्रिका संजोग का लोकार्पण अरविंद इटोरिया के द्वारा किया गया। वही समाज के प्रमुख जनो के द्वारा मुनी को शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य प्राप्त किया गया। विधान में शामिल सभी लोगों के बुधवार को भोजन की व्यवस्था महेश बड़कुल के द्वारा किए जाने की घोषणा की गई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में सकल जैन समाज के लोगों की मौजूदगी रही।
तारादेही में आज नवीन वेदी पर श्री जी को विराजमान किया जाएगा.. दमोह। शांतिधाम तारादेही मैं परम पूज्य संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी की शिष्या और आचार्य श्री समय सागर जी के आशीर्वाद से आर्यिका श्री विमलमति माताजी जी के ससंघ सानिध्य में बाल ब्रह्मचारी विनय भैया जी के निर्देशन में ग्राम तारादेही मैं भगवान शांतिनाथ भगवान जिनालय में दो नवीन वेदी का निर्माण किया गया है। जिन पर जिनबिम्ब प्रतिष्ठा महोत्सव की श्रृंखला मैं आज तीसरे दिन सुबह जिनेद्र भगवान की प्रतिमा विराजमान की जाएंगी।
तीन दिवसीय कार्यक्रम की श्रंखला के दौरान जाप्य अनुष्ठान, वेदी शुद्धि, ध्वजारोहण, पात्र चयन आदि अनुष्ठानों के पश्चात भव्य तरीके से यागमंडल विधान का आयोजन किया गया। भक्त से भगवान बनने की यात्रा मनुष्य से अरिहंत बनने का पुरुषार्थ ब्रह्मचारी विनय भैया जी के निर्देशन सानिध्य में त्रिदिवसीय कार्यक्रम हुआ। जिसमे भक्तो ने बड़ चडकर भाग लिया। ब्रह्मचारी विनय भैया ने कहा की भारतीय संस्कृति की यही सुंदरता है की कोई किसी के अधीन नही। सभी अपने आप में पूर्ण है। मनुष्य से मोक्ष की यात्रा भक्त से भगवान बनने की यात्रा बहुत सुंदर तरीके से व्यवस्थित वर्णित है। व्रत नियम संयम पूजा विधान इसी अनुष्ठान के महत्वपूर्ण अंग है जिसे हमे समय समय पर करते रहना ही सच्चा पुरुषार्थ है।
दमोह। हिमाचल प्रदेश के समूचे विश्व में अपनी अलग पहचान बनाने वाले कथावाचक श्री हरि प्रसाद जी की मध्यप्रदेश में पहली बार कथा का आयोजन दमोह शहर के एसपीएम नगर स्थित श्री शिव शनि हनुमान मंदिर में आज से आयोजित की जा रही है। इस श्रीमद् देवी भागवत कथा की कलश यात्रा का आयोजन आज दोपहर 2.00 बजे से एसपीएम नगर स्थित देवी मंदिर से प्रारंभ होकर श्री शिव शनि हनुमान मंदिर में समापन होगा। इसके पश्चात श्रीमद् देवी भागवत कथा का आयोजन प्रारंभ होगा। गौतम परिवार द्वारा आयोजित की जा रही इस कथा में हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध कथा वाचक पं हरिप्रसाद जी के मुखारविंद से श्रीमद् देवी भागवत कथा का श्रवण भक्तों को कराया जाएगा। 28 नवंबर तक आयोजित होने वाली इस कथा में प्रतिदिन ढाई बजे से शाम 6 बजे तक कथा आयोजित होने के उपरांत आरती एवं प्रसाद वितरण किया जाएगा। इस कथा में सभी धर्म प्रेमी बंधुओं से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थिति की अपील की गई है।
अतिथियों का स्वागत जालिंदर मोरे व हेमराज मनिहार ने किया। समिति प्रबंधक संदीप सोनवने ने बताया कि समिति 2008 में रजिस्टर्ड हुई थी आज इसकी सदस्य संख्या 2500 है। समिति द्वारा सदस्यों के मेधावी बच्चों का सम्मान व युवाओं को समिति के खर्चे पर बेंगलुरु से रोजगारोन्मुखी ट्रेनिंग कराई जाकर देश-विदेश में प्लेसमेंट दिलाया जाता है । संजीव दुबे ने वैश्विक स्तर पर सहकारिता के इतिहास की जानकारी दी। इस अवसर पर सुनील अहिरवाल, तिलक सिह ठाकुर, रामसेवक मिश्रा, लेखन सिह, सुरेंद्र चौरसिया, टीकाराम प्रजापति, अशोक रैकवार व यशवंत राय सहित बड़ी संख्या में समिति के महिला सदस्यों की उपस्थिति रही। संचालन सहकारी संघ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संजीव दुबे ने किया।
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