मां नर्मदा भक्त परिवार ने किया 1100 कन्याओं का पूजन
दमोह। हटा
मां नर्मदा भक्त परिवार के सदस्यों द्वारा 5 फरवरी बुधवार को कु मधु
सोनाली शर्मा की स्मृति में 1100 कन्याओं का पूजन किया गया मां नर्मदा भक्त
परिवार के मार्गदर्शक पूर्व क्षेत्रीय संयोजक बजरंग दल मध्य प्रदेश
छत्तीसगढ़ राव उदय प्रताप सिंह कौरव जी के मार्गदर्शन में कार्यक्रम मौजानंद
आश्रम शास्त्री वार्ड गढ़िया मैं संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में मां नर्मदा
भक्त परिवार के संस्थापक व संयोजक अर्जुन पंडित दमोह, प्रभारी नितिन शर्मा,
अभिषेक शर्मा, अंकित शर्मा, विकास शर्मा, मोनू शर्मा, मुकुल शर्मा, अमित,
अंशु, सौरभ कूड़ेरिया, प्रदीप, सुनील यादव, राकेश पंडित,शैलेश गौतम, अजय
चौरसिया, रामस्वरूप सेन, राम स्वरूप शर्मा, अवधेश जी, बहादुर जी, मनीष
चौरसिया, दिनेश चौरसिया, जागेश्वर गुप्ता, आनंद भट्ट अटल शर्मा शिवांश
शर्मा उपाशु अग्रवाल निर्मल शर्मा अन्नू गर्ग, रविंद्र सोनी सहित अनेक
युवाओं की उपस्थिति रही। कार्यक्रम के संयोजक अर्जुन पंडित ने सभी का आभार
व्यक्त किया।
आज होगी सहस्त्र चंडी यज्ञ की पूर्णाहति.. दमोह।
शहर के मां सिद्धिदानी धाम मंदिर प्रोफेसर कॉलोनी में चतुर्थ पंचकुंड
आत्मक सहस्त्र चंडी महायज्ञ में आज बुधवार को आचार्य पंडितों संजय
शास्त्री, श्री राधे महाराज जी ने यजमानों के साथ पूजन पाठ यज्ञ शाला में
हवन पूजन किया। माँ सिद्धिदानी धाम मंदिर में यज्ञ आचार्य परम पूज्य डॉ
पंडित नारायण उपाध्याय (वाराणसी) के 5 आचार्यों व जिले के 51 विद्वान
पंडितों द्वारा पाठ पूजन हवन संपन्न कराया जा रहा है। सहस्त्र चंडी यज्ञ
के बारे में आचार्य श्री संजय शास्त्री जी ने बताया कि इसका वर्णन
मार्कंडेय पुराण में श्री दुर्गा सप्तशती नामक गंथ में वर्णित है। श्री
दुर्गा सप्तशती के पाठ को 108 बार करने को शतचंडीपाठ महायज्ञ कहा जाता है,
पाठ को 1000 बार करने को सहस्रचंडी महायज्ञ कहा जाता है और पाठ को एक लाख
बार करने पर लक्ष्यचंडी महायज्ञ कहा जाता है… मां
दुर्गा को शक्ति की देवी कहा जाता है। दुर्गा जी को प्रसन्न करने के लिए
जिस यज्ञ विधि को पूर्ण किया जाता है, उसे शतचंडी यज्ञ बोला जाता है।
नवचंडी यज्ञ को सनातन धर्म में बेहद शक्तिशाली वर्णित किया गया है। इस यज्ञ
से बिगड़े हुए ग्रहों की स्थिति को सही किया जा सकता है और सौभाग्य इस
विधि के बाद आपका साथ देने लगता है। इस यज्ञ के बाद मनुष्य खुद को एक
आनंदित वातावरण में महसूस कर सकता है। वेदों में इसकी महिमा के बारे में
यहां तक कहा गया है कि शतचंडी यज्ञ के बाद आपके दुश्मन आपका कुछ नहीं
बिगाड़ सकते हैं। इस यज्ञ को गणेशजी, भगवान शिव,नवग्रह और नव दुर्गा (देवी)
को समर्पित करने से मनुष्य जीवन धन्य होता है। यज्ञ विद्वान ब्राह्मण
द्वारा किया जाता है, क्योंकि इसमें 700 श्लोकों का पाठ किया जाता है, जो
एक निपुण ब्राह्मण ही कर सकता है। नव चंडी यज्ञ एक असाधारण,बेहद शक्तिशाली
और बड़ा यज्ञ है, जिससे देवी मां की अपार कृपा होती है। सनातन इतिहास में
कई जगह ऐसा आता है कि पुराने समय में देवता और राक्षस लोग इस यज्ञ का
प्रयोग ताकत और ऊर्जावान होने के लिए निरंतर प्रयोग करते थे। शतचंडी पाठ
महायज्ञ को करने वाला ब्राह्मण विद्वान होना चाहिए, जो पाठ का शुद्ध
उच्चारण कर सके, जिससे लाभ की प्राप्ति हो। अगर पाठ का अशुद्ध उच्चारण हुआ,
तो तत्काल हानि की प्राप्ति होती है।वही मंदिर के पुजारी पंडित महेश
मिश्रा, राम जी ने बताया कि आज गुरुवार 6 फरवरी को यज्ञ की
पूर्णाहुति 12 बजे होगी एवं उसके बाद प्रसाद वितरण मंदिर प्रांगण में ही
किया जाएगा । आप सभी नगर वासी आकर प्रसाद ग्रहण करें।स्वास्थ्य विभाग की विभागीय बैठक का आयोजन हुआ.. दमोह। कार्यालय
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी दमोह स्वास्थ्य विभाग में मंगलवार को
नव नियुक्ति लिपिक संघ अध्यक्ष श्री राजीव बढ़कुल की अध्यक्षता में
स्वास्थ्य विभाग दमोह में कार्यरत लिपिको की बैठक का आयोजन किया गया।
जिसमें लिपकीय कर्मचारियों की विभिन्न मांगों के संबंध में अध्यक्ष से
चर्चा की गई
जिसमें वेतन विसंगतियों की पूर्व से चली आ रही मांग के बारे
में विस्तृत चर्चा की गई बैठक में माननीय अध्यक्ष की अनुमति से लिपिक
विभागाध्यक्ष स्वास्थ्य का चयन किया गया जिसमें श्री इरफान खान को लिपिक
विभाग अध्यक्ष नियुक्त किया गया। बैठक में राजीव कटारिया, दीपक जैन, आमिर
अली, सुधांशु सोनी, नरेन्द्र पाल, अक्षित दुबे एवं अन्य महिला कर्मचारियों
की उपस्थिति रहीं। बैठक में प्रांतीय संगठन से नीरज सोनी, राजेन्द्र बरदिया
भी बैठक में शामिल रहें।वैश्य महासम्मेलन युवा इकाई रक्तदान शिविर 8 को.. दमोह वैश्य महासम्मेलन युवा इकाई नगर अध्यक्ष राजकुमार राजू नामदेव ने बताया
कि वैश्य महासम्मेलन द्वारा उमाशंकर गुप्ता प्रदेश अध्यक्ष सुधीर अग्रवाल,
युवा इकाई अध्यक्ष विकास डागा के निर्देशन में संगठन के संस्थापक स्व.
नारायण प्रसाद गुप्ता की पुण्यतिथि के अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन 8
फरवरी 2025 को जिला चिकित्सालय में सुबह 10 बजे से किया जायेगा
।
संत शिरोमणि गुरू रविदास जी महाराज की जयंती मनाने बैठक.. दमोह।
संत शिरोमणि गुरू रविदास जी की 648 वीं जयंती आगामी 12 फरवरी को भव्यता के
साथ मनाने सामाजिक संगठन सभी एक साथ मिलकर मनाये जाने पर सभी की सहमति बनी।
साथ ही बैठक में जयंती समारोह के अध्यक्ष पारसनाथ चौधरी, कोषाध्यक्ष सुनील
आनंद, सचिव टी.आर. जाटव को सभी की सहमति से नियुक्त किया गया। तथा सभी नगर
वासियों से अपील की गई कि जयंती को सफल बनाने अपने अपने वार्डो से जुलूस
झाकियां लेकर रामकुमार स्कूल के पास पहुंचे तथा कार्यक्रम को सफल बनाये।
बैठक में उपस्थित प्रताप रोहित, हिम्मत बाबू, हेतराम आदर्श, सोहनलाल, टी
चौधरी, प्यारेंलाल भारती, गंगाराम, संतूलाल हरवेन्द्र लारिया, संजय
रोहितास, देवेन्द्र चौधरी, भूपसींग मासाब सहित अन्य प्रार्थी उपस्थित रहे।
23 फरवरी को होगा दमोह साहित्य समागम.. दमोह। मध्यप्रदेश लेखक संघ
दमोह के तत्वाधान में 23 फरवरी को दमोह साहित्य समागम एवं आंचलिक सम्मेलन
का आयोजन मानस भवन में होने जा रहा है।लेखक संघ की कोर समिति की बैठक,
ठाकुर नारायण सिंह जी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें डॉक्टर रघुनंदन
चिले, इंजी अमर सिंह राजपूत, नन्हे सिंह ठाकुर, पिम्मी परिहार, ओजेंद्र
तिवारी एवं बी एम दुबे की उपस्थिति में आयोजन से संबंधित निर्णय लिए गए।
आयोजन में मुख्य अतिथि माननीय श्री धर्मेंद्र सिंह जी लोधी पर्यटन संस्कृति
एवं धार्मिक न्यास राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार मध्य प्रदेश शासन
रहेंगे, विशेष अतिथि श्री जयंत कुमार मलैया पूर्व वित्त मंत्री एवं
विधायक दमोह, श्री श्याम शिवहरे अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी, डॉ राम
वल्लभ आचार्य संरक्षक मध्य प्रदेश लेखक संघ भोपाल, श्री ऋषि शृंगारी प्रदेश
उपाध्यक्ष, श्री मनीष बादल प्रदेश मंत्री रहेंगे। अध्यक्षता संस्था के
प्रदेश अध्यक्ष श्री राजेंद्र गट्टानी जी की रहेगी। आयोजन की प्रथम सत्र
में साहित्य सृजन से संबंधित समसामयिक विषयों पर विमर्श के साथ जाने-माने
साहित्यकार एवं गीतकार श्री सत्य मोहन जी वर्मा के व्यक्तित्व और कृतित्व
पर चर्चा कर उनका सम्मान किया जावेगा। द्वितीय सत्र में नगर के ख्यातिलब्ध
कवियों के द्वारा काव्य सुधारस का अभिसिंचन होगा। उक्त कार्यक्रम में एक
वीथिका की प्रदर्शनी भी रहेगी, जिसमें नमन स्मरण के तहत नगर के वह
साहित्यकार जिन्होंने अपनी कलम साधना से दमोह का नाम रोशन किया है और अब
हमारे बीच नहीं है उनके रचना संसार को प्रदर्शित किया जावेगा। साथ ही
वर्तमान के साहित्यकारों की रचनाओं की झलक भी देखने मिलेगी। पुस्तक वीथिका
में दमोह के लेखकों की पुस्तकें भी आमजन के अवलोकन एवं क्रय के लिए उपलब्ध
रहेंगी। इस आयोजन की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रहेगी कि यह कार्यक्रम, नगर के
संपूर्ण साहित्य समाज को समर्पित होगा, जिसमें हर संस्थाओं के साहित्यकारों
साथ नगर के गणमान्य एवं बुद्धिजीवी भी सम्मिलित रहेंगे।
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