दमोह। मध्य प्रदेश लेखक संघ के तत्वावधान में मानस भवन में साहित्य समागम एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग राज्य मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी रहे, अध्यक्षता म.प्र. लेखक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र गट्टानी ने की एवं विशिष्ट अतिथि अजय टंडन रहे। अतिथियों द्वारा मंचासीन होने से पूर्व स्मृति शेष साहित्यकारों के छायाचित्रों व उनकी रचनाओं का अवलोकन किया गया। समारोह का शुभारंभ मां सरस्वती के पूजन एवं डॉ. रघुनंदन चिले द्वारा शंख वादन से हुआ। सरस्वती वंदना पुष्पा चिले ने प्रस्तुत की, इसके बाद मंचासीन अतिथियों का स्वागत साहित्यकारों द्वारा किया गया।वरिष्ठ पत्रकार नारायण सिंह ठाकुर द्वारा स्मृति शेष रचनाकारों के बारे में, डॉ. रघुनंदन चिले ने सत्यमोहन वर्मा की रचनाओं के बारे में जानकारी दी, नन्हे सिंह ठाकुर ने अभिनंदन पत्र का वाचन किया, पीएस परिहार एवं गणेश राय द्वारा काव्य पाठ किया गया। अतिथियों द्वारा वरिष्ठ साहित्यकार एवं गीतकार सत्यमोहन वर्मा का सम्मान किया गया, श्री वर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह मेरा नहीं, हिंदी का सम्मान है। विशिष्ट वक्तागण में प्रदेश उपाध्यक्ष ऋषि श्रृंगारी ने कहा कि जहां करुणा होती है वहां अनुभूति होती है तथा इस अनुभूति से साहित्य का सृजन होता है, डॉ एनआर राठौर ने अपने उद्बोधन में कहा कि संस्कृति जड़ है एवं साहित्य वृक्ष की तरह है। विशिष्ट अतिथि अजय टंडन ने कहा कि यहां के रचनाकारों ने यह दिखाया है कि दमोह में साहित्य जिंदा है। सारस्वत अतिथि डॉ. श्याम सुंदर दुबे ने कहा कि साहित्य व संस्कृति मानवता का आधार है। प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र गट्टानी ने बताया कि साहित्य को जनमानस की जुबान कहा जाता है, स्मृति शेष साहित्यकारों के छायाचित्र एवं रचनाओं का प्रदर्शन निश्चित ही एक उत्कृष्ट कार्य है। मुख्य अतिथि धर्मेंद्र सिंह लोधी ने अपने उद्बोधन में कहा कि साहित्य समाज का दर्पण है, स्वतंत्रता संग्राम में भी साहित्यकारों की बड़ी भूमिका रही, साहित्य समाज को सही दिशा दिखाता है। समारोह के अंत में राज्य मंत्री सहित अतिथियों ने पुस्तक दीर्घा “हमारा रचना संसार“ का अवलोकन किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में साहित्यकारों, साहित्य प्रेमियों एवं गणमान्य नागरिकों की मौजूदगी रही। समारोह का संचालन अमर सिंह राजपूत एवं बीएम दुबे ने किया तथा आभार अनिल जैन ने माना।
भारत विकास परिषद दमोह इकाई मनाएगी हिन्दू नव वर्ष.. दमोह। सनातन वैदिक हिन्दू नव वर्ष की की प्रतिपदा पर दमोह के घंटाघर पर विशेष आयोजन होने जा रहा भारत विकास परिषद दमोह इकाई इस दिन की शुभ अवसर पर हिंदू भाइयों को तिलक लगाकर शुभकामनाएं देगी दरअसल दमोह के घंटाघर पर यह पूरा आयोजन होने जा रहा है,
भारत विकास परिषद दमोह इकाई के जिला समन्वय राजीव कृष्ण बिल्थरे और जिला अध्यक्ष दीपक सिंघानिया ने जानकारी देते हुए बताया कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, 30मार्च 2025 दिन रविवार, को हिन्दू नव वर्ष,सर्वाधिक प्राचीन सनातनी “सृष्टि संवत 1960853126, नव संवत्सर, विक्रम संवत 2082, यूगाब्ध (युधिष्टिर) 5127, श्री कृष्ण संवत 5251 व श्री शाली वाहन शक संवत “शार्वरी“ 1947 के शुभारम्भ पर, भारत विकास परिषद दमोह इकई के सभी सदस्य गण के घंटाघर पर इकट्ठे होंगे और सभी सनातनी भाइयों को तिलक लगाकर शुभकामनाएं देंगे, हिन्दू नव वर्ष, गुड़ी पड़वा, चेटीचन्द, युगादी व् माँ दुर्गा की आराधना के पर्व नवरात्रि के आरम्भ के शुभ अवसर पर यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसमें उपस्थिति की अपील सभी परिषद के सदस्यों और सनातनियों से की गई है।पुस्तक मेले में उमड़ रही भीड़ आज भी मिलेगी सामग्री.. दमोह। कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर के निर्देशन पर शिक्षा विभाग द्वारा शहर के मध्य स्थित महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के परिसर में पुस्तक मेले का आयोजन किया गया है जहां पर सभी विद्यालयों की एनसीईआरटी की पुस्तकें उपलब्ध हैं। शहर के सेंट जॉन्स महर्षि गुरु नानक सेंट नॉबर्ट शाइनिंग स्टार निताई नवजागृति ओजस्विनी सरस्वती शिशु मंदिर सहित सभी अशासकीय एवं शासकीय विद्यालयों की पुस्तकए स्टेशनरी यूनिफॉर्म अभिभावकों द्वारा एमएलबी स्कूल में चल रहे पुस्तक मेले से खरीदी जा रही हैं।
दमोह.जिला स्तरीय पुस्तक मेले में तीसरे दिन जिले के कोने.कोने से विद्यार्थी और उनके अभिभावक पहुंचकर पुस्तकें एवं स्टेशनरी सामग्री खरीद रहे हैं। इसके अलावा यूनिफॉर्म स्टेशनरी जूते आदि भी पालकों के द्वारा खरीदे जा रहे हैं मेले में तीसरे दिन 900 से अधिक अभिभावको द्वारा अपने बच्चों की सामग्री क्रय की और मेले की सराहना की। पुस्तक मेला 31 मार्च तक प्रतिदिन शाम 4 बजे से रात्रि 9 बजे तक जारी रहेगा।
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