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बुंदेलखण्ड की प्राचीन लोक कला को संरक्षित करने के उदेश्य से.. शेर नृत्य कला का प्रदर्शन आयोजित.. कलाकारों ने शेर नृत्य के जरिए किया कला का प्रदर्शन.. विधायक राहुल सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष अजय टंडन भी हुए शामिल..

 स्व.चन्द्रशेखर पाठक की स्मृति  में शेर नृत्य कार्यक्रम

दमोह। बुंदेलखण्ड की प्राचीन लोक कला को संरक्षित करने के उदेश्य से बुंदेलखण्ड को शेर नृत्य कला का प्रदर्शन प्रतिवर्ष युवा जागृति मंच द्वारा स्व.चन्द्रशेखर पाठक की स्मृति में किया जाता है। नवरात्रि की सप्तमीं पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि दमोह विधायक राहुल सिंह, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अजय टंडन ने कहा कि धीरे-धीरे यह कला विलुप्त हो रही है। युवा जागृति मंच का यह प्रयास सराहनीय है क्योंकि इसे प्रोत्साहित नहीं किया गया तो आगामी पीढ़ी को इसकी जानकारी ही नहीं रहेगी। विधायक राहुल सिंह द्वारा आगामी वर्ष में इसे जिला स्तर पर आयोजित करने की पहल करते हुए संस्कृति विभाग से सहयोग का आश्वासन दिया ताकि पूरे प्रदेश में इसकी पहचान बन सकें। 

कार्यक्रम के आयोजक युवा जागृति मंच के अध्यक्ष नितिन मिश्रा ने बताया कि लगभग 15 वर्ष से इस कार्यक्रम का आयोजन संस्था कर रही है सप्तमी के दिन माता रानी के वाहन शेर का रूप रखकर कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करते है। दमोह में बड़ा दिवाला क प्रभु बाबा, गडरयाऊ के रघुनंदन पंडा के दिवाले के कलाकारों के साथ जिले के कई क्षेत्र में यह नृत्य होता है। पहले कई समाजों के लोग इस नृत्य को करते थे धीरे-धीरे यह सीमित होती जा रही है। अंतः इस कार्यक्रम में माध्यम से उसे संरक्षित करने का प्रयास किया जाता है। कार्यक्रम के पूर्व महाआरती का आयोजन किया गया। 


कार्यक्रम में मोनू पाठक, विधायक प्रतिनिधि पवन गुप्ता, राजकुमार कछवाहा, उमाशंकर चैबे, बिल्लू वाधवा, वीरेन्द्र ठाकुर, धनसिंह राजपूत, केके अग्रवाल, अजय यादव, ताहिर खान, शमीम कुरैशी, आशीष राजौरिया, संतोष यादव, नरेश विश्वकर्मा, राजेश चैबे, ओम पाण्डे, चंदन ताम्रकार, सौरभ अयाची, भरत राज, मार्तण्ड सिंह, गौरव राय, वीरेन्द्र सोनी, परशु अहिरवाल, मनोज देवलिया, विनोद पटेल, अंशु रैकवार की उपस्थिति रहीं।


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