देश के आकांक्षी जिलों में दमोह जिले का 4था स्थान..
दमोह। भारत सरकार के नीति आयोग द्वारा 115 आकांक्षी जिलों की स्वास्थ्य सूचकांकों की सितंबर 2020 की डेल्टा रेकिंग में दमोह जिले ने चैथा स्थान प्राप्त किया है एवं प्रदेश स्तर के 06 आकांक्षी जिलों में प्रथम स्थान पाया है। कलेक्टर श्री तरूण राठी के मार्गदर्शन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संगीता त्रिवेदी के कुशल नेतृत्व से दमोह जिले की स्वास्थ्य सेवाओं में पिछले माहों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है । जिसमें आकांक्षी जिले की कार्ययोजना अनुरूप हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंन्टर का क्रियाशील होना एवं प्रथम तिमाही में गर्भवती माताओं का पंजीयन एवं संस्थागत प्रसव तथा नवजात शिशुओं के टीकाकरण आदि में तेजी से वृद्वि होना प्रमुख है।
जिले के हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर के सक्रिय होने से हाई रिस्क गर्भवती माताओं का चिन्हांकन और उनके ईलाज मे तेजी से सुधार हुआ है, जिससे उनका सफल संस्थागत प्रसव कराकर उनका एवं उनके शिशुओं का जीवन सुरक्षित किया जा रहा है। होम डिलेवरी को निरूसाहित करने के लिये जिले में 108 कॉल सेन्टर के माध्यम से जननी एक्सप्रेस सेवा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अलावा ई-संजीवनी के माध्यम से लोगों को ग्राम स्तर पर ईलाज की सुविधा मिल रही है कोविड -19 महामारी के दौर में दमोह जिले ने न सिर्फ कोविड बीमारी का प्रबंधन सही ढंग से किया गया बल्कि कठिन परिस्थियों में जिले के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रमों को सुचारू रूप से संचालित कर मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर काफी हद सुधार किया है।
लॉकडाउन के दौरान दमोह जिले में बडी संख्या में आये प्रवासी मजदूरों की गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण, जांचे, संस्थागत प्रसव एवं शिशुओं का टीकाकरण एक अभियान के रूप जिले में सफलता पूर्वक चलाया गया । इसके अलावा दमोह जिले में टीबी के मरीजों के नोटिफिकेशन एवं उनके ईलाज हेतु गांव-गांव में प्रचार -प्रसार गतिविधियों को बढावा देकर ब्लाक स्तर पर कैम्प लगाये गये। जिससे अधिक से अधिक टीबी मरीजों को डाट्स का ईलाज देकर स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया गया ।
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