बाबा केदारनाथ के दरबार मे अमन के लिए दुआ
दमोह। बाबा केदारनाथ के कपाट 25 अप्रेल को खुलते ही मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद नवांकुर संस्था बुन्देल खंड नव निर्माण संगठन एवं युवा जन कल्याण समिति के सदस्य बाबा केदारनाथ के लिए रवाना हुए जहाँ 29 अप्रैल को बाबा के दर्शन कर प्रदेश की खुशहाली अमन शांति की प्रार्थना की। वही अंकित बसेडिया ने बताया कि केदारनाथ धाम देश के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है जो उत्तराखंड में स्थित एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। यह छोटा चार धाम यात्रा के रूप में जाने वाला स्थान है केदारनाथ धाम को महान आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व के साथ हिंदू धर्म में एक अत्यधिक पवित्र स्थल माना जाता है।
जो भारत में सबसे प्रतिष्ठित और शक्तिशाली शिव मंदिर हैं। केदारनाथ धाम का आध्यात्मिक महत्व भगवान शिव और प्राचीन हिंदू धर्मग्रंथों से इसके संबंध में है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, केदारनाथ धाम वह स्थान है जहां भगवान शिव एक त्रिकोणीय ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रकट हुए थे। माना जाता है कि मंदिर महाभारत महाकाव्य में कुरुक्षेत्र युद्ध के बाद पांडवों द्वारा बनाया गया था। यह भी माना जाता है कि प्रसिद्ध हिंदू दार्शनिक और संत आदि शंकराचार्य ने 8वीं शताब्दी में केदारनाथ धाम का दौरा किया था और मंदिर को छोटा चार धाम यात्रा के तभी से माना जाने लगा। यात्रा में दमोह से 6 सदस्यों की टीम ने दर्शन किये एवं दुआ मांगी, जिसमे अंकित बसेडिया, संचित अग्रवाल, अंशुल राजपूत आदि लोग रहे।
गायत्री परिवार का युवा चेतना शिविर संपन्न
दमोह।
गायत्री परिवार के युवा प्रकोष्ठ द्वारा रविवार को गायत्री शक्तिपीठ
सभागार में आयोजित जिला स्तरीय युवा चेतना शिविर में बोलते हुए ने डॉ
दयानन्द समेले ने कहा कि युवा सरकारी नौकरी इसलिए चाहता हैं कि उसको काम कम
करना पड़े, ऊपरी आमदनी होती रहै। उन्होंने कहा कि जहां सरकारी नोकरी का
उद्देश देश सेवा के साथ ही अपना, अपने परिवार के भरण पोषण के लिए अनुपातिक
आय प्राप्त करना होना चाहिए,वहां अब युवा सिर्फ ऊपरी कमाई के लिए ही सरकारी
करना चाहने लगा हैं ताकि वेतन सुरक्षित रहे, रोब बना रहे, और देश सेवा के
भाव से नोकरी ना करना पड़े।
इस अवसर पर मार्गदर्शन
देते हुए शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे श्री अमर धाकड़, इंजीनियर नेतराम
कुर्मी ने कहा कि युवकों युवतियों को आव्हान किया कि हमे अपने विवेक का
अवलंबन लेते हुए कोई भी निर्णय लेना चाहिए, भेड़चाल में नही चलना चाहिए,
यदि कोई राजनेता हमारी युवा शक्ति का दुरुपयोग करते हुए सिर्फ अपना
स्वार्थ सिद्ध करना चाहता हैं तो उसका निर्णय हमे अपने विवेक से लेना हैं,
क्योंकि आज 90% नेता गरीबी को दूर करते हुए खुद गरीबी से दूर हो गए और उनके
अनुयाई आज भी गरीब बने हुए हैं। इंजीनियर दिलीप कटारे ने कहा की मैं छह दिन सुबह से शाम अपनी नोकरी करता हूं और रविवार गायत्री मिशन के कार्य के लिए अलग अलग शहरों में जाकर युवाओं को युग धर्म निभाने के लिए प्रेरित करता आ रहा हूं और उसी क्रम में आज आपके शहर दमोह में आया हूं। स्टीबजाब्स जब बिजनेस में फेल हो गया तब अमेरिका में किसी ने उससे कहा कि तुम भारत जाओ, हरिद्वार में कोई सिद्ध मिल सकता हैं जो तुम्हे सही दिशा दे सकता हैं, हम सबको पता हैं कि लौट कर उसने एपल नामक कंपनी बनाई और दुनिया का सबसे धनवान व्यक्ति बन गया। मार्क जुकर वर्ग के फेल हो जाने पर उसको भी स्टीबजाबस ने कहा कि भारत जाओ, नीम करोली बाबा से मिलो, और आज सारी दुनिया उसकी एक तरह से गुलाम है, फेसबुक, व्हाट्सएप सोशल मीडिया के बादशाह बने हुए हैं।
इसका मतलब युवाओं को अध्यात्म से जुड़े बिना सही दिशा
नही मिल सकती।सनातन पूजा पद्धति ही अध्यात्म कि पहली सीढ़ी हैं। युवाओं को
क्या हर मानव को शाकाहार ही अपनाना चाहिए। प्रकृति में देखो शाकाहारी ही
बुद्धिमान और बलवान होता हैं, भले ही शेर जंगल का राजा कहा जाता हैं किंतु
शाकाहारी हाथी, गेंडे, भेसें से आमने सामने का मुकाबला नहीं कर सकता, हमेशा
पीछे से, छुपकर ही हमला करता हैं,मांसाहारी भीतर से बहुत कमजोर होता हैं। शिक्षिका
नम्रता सेन ने लगभग 35 मिनिट बोलते हुए सभाकक्ष में बैठे प्रतिभागियों को
मंत्र मुग्ध करते हुए कहा कि हम माताएं ही हैं जो अपनी इच्छा अनुसार
संतानों का निर्माण करते हैं। क्या कारण हैं कि जब माता मदालसा ने अपनी
रुचि के अनुरूप अपनी आठों संतानों को गढ़ा, ऋषि कहोड़ की पत्नी सुजाता ने
गर्भ में ही अष्टावक्र को ब्रह्मज्ञान प्रदान कर दिया, अर्जुन जब अपनी
पत्नि सुभद्रा को चक्रव्यूह भेदन करने की विधा सुना रहे थे और गर्भवस्त
शिशु अभिमन्यु सब सुन रहा था, किंतु उस शिशु का दुर्भाग्य ही कहा जायेगा कि
सुनते सुनते उसकी माता सो गई और अभिमन्यु चक्रव्यूह से बाहर आने की कला
नही सीख पाया और चक्रव्यूह तोड़ तो दिया किंतु बाहर निकलना नही सीख पाया और
कोरवो के हाथों वीर गति को प्राप्त हुआ। रामकिशन
मिश्रा, रामशंकर मिश्रा,नीलेश रैकवार की प्रज्ञा टोली द्वारा प्रारंभ में युवाओं को झकझोरने वाले प्रज्ञा गीतो से शुभारंभ किया।
जीवन में सुसंस्कार परमावश्यक- आर्यिका विशिष्टश्री
दमोह। पू. गणिनी आर्यिका विशिष्टश्री माताजी श्री दि़ जैन नन्हें मंदिर में विराजमान प.पू. भारतगौरव गणाचार्य श्री विरागसागर जी महामुनिराज की परम प्रभावक सुयोग्य शिष्या पू. गणिनी श्रमणी आर्यिका विशिष्टश्री माता जी संसध 15 पिच्छी के पावन सानिध्य में निरंतर धर्मगंगा प्रवाहमान हैं पू. माताजी ने रविवार को उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा जीवन में संस्कारों की बहुत आवश्यकता हुआ करती है यदि माता-पिता अपने बच्चों के लिये बचपन से ही सुसंस्कार देते है, साधु ंसतों के पास ले जाते है तो वे बच्चे बड़े होकर गलत मार्ग में नहीं जाते। जो माता पिता बच्चों को मंदिर के दर्शन कराने ले जाते है।
दमोह। पू. गणिनी आर्यिका विशिष्टश्री माताजी श्री दि़ जैन नन्हें मंदिर में विराजमान प.पू. भारतगौरव गणाचार्य श्री विरागसागर जी महामुनिराज की परम प्रभावक सुयोग्य शिष्या पू. गणिनी श्रमणी आर्यिका विशिष्टश्री माता जी संसध 15 पिच्छी के पावन सानिध्य में निरंतर धर्मगंगा प्रवाहमान हैं पू. माताजी ने रविवार को उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा जीवन में संस्कारों की बहुत आवश्यकता हुआ करती है यदि माता-पिता अपने बच्चों के लिये बचपन से ही सुसंस्कार देते है, साधु ंसतों के पास ले जाते है तो वे बच्चे बड़े होकर गलत मार्ग में नहीं जाते। जो माता पिता बच्चों को मंदिर के दर्शन कराने ले जाते है।
वे बच्चे बड़े होकर अपने बूढ़े मात पिता की
सेवा तथा मन्दिर के दर्शन कराते है, वे बच्चे फिर बिगड़ते नही है। बिगड़ते
तो वह बच्चे है जिनके माता-पिता स्वयं सुसंस्कारी नहीं होते पिता स्वंय
व्यसनी हो, माता यदि स्वंय फैसलेबल हो तो ऐसे माता-पिता अपने बच्चों को
क्या संस्कार दे पायेंगे। वे यदि अपने बच्चों को सुसंस्कार देने का प्रयास
भी करेंगे तो बच्चे सहज की कह देंगें कि आप स्वयं भी तो ऐसा करते है। अतः
हर माता पिता को चाहिए कि अपने को इतना अच्छा सुसंस्कारित जीवनयापन करेंगे
तो बच्चे स्वतः ही सुसंस्कारी होगें क्योंकि आज के बच्चे सिखाने से कम
दिखाने से ज्यादा सीखते है। आगामी 2 मई का पू. माताजी के सानिध्य में
नन्हें मन्दिर प्रांगण में प.पू. गणाचार्य गुरूवर का षष्ठिपूर्ति जन्म
जयन्ती 61वी महामहोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जायेगा जिसके लिये समस्त
दमोहवासी उत्साहित है।
बांदकपुर में योग सोसाइटी की प्रांतीय बैठक संपन्न
दमोह। 30 अप्रैल रविवार को जागेश्वर नाथ धाम मंदिर बांदकपुर मैं शासकीय जिला योग सोसाइटी के द्वारा प्रांतीय बैठक एवं योग सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें पूरे मध्य प्रदेश के 52 जिलों से जिला योग प्रभारी एवं प्रांतीय प्रभारियों का आगमन हुआ
प्रांतीय अध्यक्ष श्री ऋषिकेश वशिष्ट जी जिला योग प्रभारी डीपी करकरे जी एवं पतंजलि योग समिति से पंडित कृष्ण कुमार परोहा जिला प्रभारी पतंजलि योग समिति दमोह मध्य प्रदेश पूर्व की उपस्थिति रही।
प्रधान आरक्षक को रिटायरमेंट पर पूर्वक विदाई
दमोह।
कुम्हारी थाना स्टाफ के हेड कॉन्स्टेबल नारायण अहिरवार के 30 अप्रैल को
सेवानिवृत्त होने पर थाना स्टाफ द्वारा समारोह पूर्वक विदाई समारोह आयोजित
करके अपने वरिष्ठ साथी को विदाई दी गई। इस दौरान थाना प्रभारी बंद नागौर और
एएसआई राजेंद्र मिश्रा ने प्रधान आरक्षक नारायण अहिरवार की सेवा भावना एवं
कार्य के प्रति समर्पण की सराहना करते हुए थाना स्टाफ को उनकी कमी खलने की
बात कही। इस अवसर पर पुष्पमाला स्वागत करते हुए साल श्रीफल एवं स्मृति
चिन्ह भेंट कर के सेवानिवृत्त हवलदार को भावभीनी विदाई दी गई। कार्यक्रम
में थाना स्टाफ के लोगों की मौजूदगी रही।
विशेष वाहन चेकिंग अभियान चलाया
पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह के निर्देशन में कुम्हारी थाना अंतर्गत
वाहन चेकिंग की गई तथा दो पहिया वाहन चालकों को यातायात के नियमो की
जानकारी देते हुए नियम पालन करने की शपथ दिलाई गई । रविवार को प्रधानमंत्री
जी की मन की बात को थाना कुम्हारी के सभी पुलिस स्टाफ द्वारा सुना गया। इस
अवसर पर थाना प्रभारी एसआई वंदना गौर, एसआई राजेंद्र मिश्रा, एएसआई
पूरनान्द,राम बहादुर, नागेंद्र, संदीप, राजेश, नेहा, रफीक, प्रीतम, सीमा
समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
मजदूर दिवस पर MPMSRU की वाहन रैली आज
दमोह।
मध्यप्रदेश मेडिकल & सेल्स रिप्रेजेंटटेटिव यूनियन 01 मई
अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर विशाल वाहन सदेश रैली का आयोजन
करेगी। जिसकी शुरुआत सुबह 10 बजे अस्पताल चौक से होगी। वाहन रैली शहर के
मुख्य मार्गो से होते हुये मजदूरो के अधिकारों और हितो की रक्षा के लिये
सरकार से मांग रखेगी। उसके पश्चात् यूनियन ऑफिस में बैठक चर्चा का आयोजन
होगा। दुनिया के निर्माण में अपना सर्वस्व न्योछावर
करने वाले मजदूरो को याद करते हुये विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श
होगा।आगामी कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की जावेगी।वाहन रैली और आयोजन में
समस्त मजदूर संगठनों से शामिल होने का अनुरोध ऋषि तिवारी अध्यक्ष
मध्यप्रदेश मेडिकल & सेल्स रिप्रेजेंटटेटिव यूनियन दमोह ने किया है।
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