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अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस पर एकलव्य विश्वविद्यालय में भव्य नृत्य प्रतियोगिता.. इधर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए धन्यवाद देने सरकारी अस्पताल पहुंचे सामाजिक कार्यकर्ता..

अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस पर एकलव्य विवि में प्रतियोगिता

दमोह। एकलव्य विश्वविद्यालय दमोह में अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस के अवसर पर एकलव्य नाट्य मंच, कला एवं प्रदर्शन विभाग के ओडिसी नृत्य विभाग द्वारा विभिन्न शैलियों में नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह नृत्य प्रतियोगिता विश्वविद्यालय की कुलाधिपति डॉ. सुधा मलैया, प्रति कुलाधिपति श्रीमती पूजा मलैया, श्रीमती रति मलैया के कुशल नेतृत्व में कुलगुरू प्रोफेसर पवन कुमार जैन एवं कुलसचिव डॉ. प्रफुल्ल शर्मा के निर्देशन में किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में ओजस्विनी कॉलेज की प्राचार्य डॉ. शमा खानम, डीपीएस प्राचार्य श्रीमती अंजलि सिंदे एवं निर्णायक मंडल में सीएम राइज स्कूल दमोह की नृत्य शिक्षिका श्रीमती सिंधु राजपूत, श्रीमती ज्योति दुबे तथा श्री भरत राय की गरिमामयी उपस्थिति में नृत्य प्रतियोगिता सम्पन्न हुई। प्रतियोगिता की समन्वयक विज्ञान संकाय अधिष्ठाता डॉ. निधि असाटी एवं संयोजक ओडिसी नृत्य विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री तपन कुमार साहू के अथक प्रयास से इसे मूर्त रूप दिया गया।

इस प्रतियोगिता में देश के अलग-अलग राज्यों से आए प्रतिभागियों ने अपने नृत्य के माध्यम से दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के चरणों में दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इसके बाद अतिथियों का स्वागत पौधा एवं स्मृति चिन्ह देकर किया गया। विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रो.पवन जैन ने सभी का स्वागत करते हुए बताया कि एकलव्य विश्वविद्यालय दमोह में अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस के अवसर पर बुंदेलखंड ही नहीं अपितु संपूर्ण प्रदेश एवं देश की नृत्य में रुचि रखने वाली सभी प्रतिभाओं को बेहतर मंच प्रदान करने के उद्देश्य की पूर्ति हेतु इस नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है, इसमें विभिन्न नृत्य शैलियों जैसे ओडिसी, भरतनाट्यम, कथक के अलावा बुंदेलखंड के नृत्य को भी शामिल किया गया है। नृत्य केवल मनोरंजन का साधन न होकर व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक तनाव को कम करने में  सहायक सिद्ध होती है। इस प्रतियोगिता में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से पंजीकृत लगभग 100 से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग लिया और नृत्य का उत्कृष्ठ प्रदर्शन किया।  इसमें तीन आयु स्तर 7 से 12 वर्ष, 13 से 17 वर्ष एवं 17 से ऊपर आयु के प्रतिभागियों ने नृत्य कौशल को प्रदर्शित किया। एकल, युगल एवं समूह तीनों रूपों में नृत्य प्रतिभा का प्रदर्शन कर निर्णायक मंडल द्वारा चयनित प्रत्येक वर्ग के विजेताओं को नृत्य सुधाश्री अवॉर्ड, मैडल, प्रमाण पत्र के साथ ही नगद राशि का पुरस्कार प्रदान किया गया। इसमें सब जूनियर अर्थात 7 से 12 वर्ष आयु वर्ग में आरव जैन को प्रथम स्थान, आर्द्रा पचौरी एवं अयान खान को द्वितीय स्थान और आरव गुप्ता एवं अर्घ्या कुमारी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। जूनियर अर्थात 13 से 17 वर्ष आयु वर्ग में हृदयांशी को प्रथम, पलक पटेल एवं पूर्णिमा को द्वितीय और तिथि चक्रवर्ती को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। इस तरह 17 वर्ष आयु वर्ग  के ऊपर सीनियर ग्रुप में वैदेही को प्रथम, तमन्ना को द्वितीय एवं रूपल जैन को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। युगल नृत्य में सिद्धि और अनुष्का ने अपना नाम दर्ज किया। कुलसचिव डॉ. प्रफुल्ल शर्मा ने सभी प्रतिभागियों को आशीष देते हुए बताया कि एकलव्य विश्वविद्यालय में नृत्य और संगीत की सभी विधाओं में पारंगत प्राध्यापकों के कुशल निर्देशन में नृत्य की शैलियों में और अधिक निखार लाया जा सकता है। सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र एवं मेडल देकर सम्मानित किया गया साथ ही निर्णायक मंडल के निष्पक्ष निर्णय के आधार पर चयनित प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह, मेडल, प्रमाणपत्र एवं सम्मान राशि देकर मंच द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में समन्वयक डॉ. निधि असाटी द्वारा सभी के प्रति आभार व्यक्त किया गया। संपूर्ण नृत्य प्रतियोगिता का कुशल मंच संचालन हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. हृदय नारायण तिवारी द्वारा किया गया। इस नृत्य प्रतियोगिता को एक हजार से अधिक दर्शकों ने उत्साहपूर्वक देखा और सराहना की।

स्वास्थ्य सेवाओं के लिए धन्यवाद देने सरकारी अस्पताल पहुंचे सामाजिक कार्यकर्ता..
दमोह।
 कोरोना और अन्य गंभीर बीमारियों में मिली मदद के लिए धन्यवाद देने गुरुवार को दिल्ली में रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सचिन स्वर्णकार जिला अस्पताल पहुंचे, और कठिन समय में मिली स्वास्थ्य सेवाओं के लिए डॉक्टर्स प्रह्लाद पटेल और स्वास्थ्य कर्मियों को शुक्रिया अदा किया, और श्री राम नाम का पटका पहनाकर आभार जताया, साथ ही उन्होंने नर्सिंग स्टाफ कविता सूर्यवंशी, स्वर्णलता नागवंशी, दीपक सिंह राजपूत, मनीष सोनी, छोटे लाल चौरसिया और अन्य स्टाफ का शुक्रिया अदा किया।  

उन्होंने बताया कि उन्हें कई बार सरकारी जिला अस्पताल से अच्छा इलाज मिला है, और एम्बुलेंस भी मिली है। दरअसल सचिन स्वर्णकार मूलतः दमोह के रहने वाले हैं, और दिल्ली में एक निजी कंपनी में कार्यरत हैं ,कोविड के दौरान सचिन स्वर्णकार और इनके 74 वर्षीय बुजुर्ग पिता दमोह के जिला चिकित्सालय में भर्ती हुए थे, इनके पिता एक इंच भी नहीं उठ पाते थे , ऐसे गंभीर हालात में दमोह जिला चिकित्सालय के डॉक्टर दिवाकर पटेल, प्रह्लाद पटेल , डॉक्टर सचिन मलैया और अन्य वार्ड बॉय और नर्स और स्टाफ ने बहुत मदद की ,फिर सागर रेफर कर दिया,  लगभग एक महीने तक चले इलाज में सचिन स्वर्णकार ने अपने पिता के साथ साथ कई मरीजों की देख-रेख में साथ दिया। चूँकि स्टाफ के किये गर्मी में पी पी ई किट पहन कर वार्ड के अंदर काम करना बहुत कठिन होता था, उस समय अस्पताल प्रबंधन पर बहुत लोड होता था , ऐसे में सचिन स्वर्णकार ने वार्ड के अंदर ऑक्सीजन फ्लो मीटर में डिस्टिल वाटर डालने , वार्ड के अंदर कभी-कभी सारे टॉयलेट और बाथरूम सफाई करने , पोंछा लगाने जैसे काम करने में स्टाफ की मदद भी की, कोरोना के दौरान सचिन स्वर्णकार और इनके भाई ने अपनी कई तरकीबों और सूझ बूझ से परिजनों की देख -रेख की , इन्होने ऑक्सीजन सप्लाई के लिए साठ फ़ीट का एक फ्लेक्सिबल पाइप बना रखा था ,और घूमने फिरने के दौरान भी मरीजों की ऑक्सीजन सप्लाई बाधित नहीं होने दी, और मरीज के मनोरंजन और मानसिक स्वास्थ्य का भी बहुत ध्यान रखा, सचिन स्वर्णकार की कार्यशैली देखकर सकारात्मक सोच रखने वाले डॉक्टर और स्टाफ प्रभावित हुए और सागर बी एम सी के डॉक्टर रमेश पांडे, डॉ अमित जैन ,डॉ  हिन्देस्वरी, डॉ अहिरवार एवं अन्य डॉक्टर और स्टाफ ने भी इनके पिता का बहुत सहयोग किया। डॉक्टर प्रह्लाद पटेल ने कहा कि कोरोना के समय प्रशासन के साथ मौके की नजाकत को देखते हुए कई पढ़े-लिखे समझदार लोगों और दमोह के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने काफी अच्छा काम किया है, और स्टाफ का हर संभव साथ दिया है। गंभीर मरीजों के साथ लगभग 70 दिन अस्पताल का अनुभव रखने वाले सचिन स्वर्णकार ने बताया कि कई डॉक्टर और स्टाफ की  सेवा भावना और देखकर वो बहुत प्रेरित हुए , उन्होंने कहा कि ज्यादा काम के समय सरकारी कर्मचारियों की मदद भी करना चाहिए, जिससे पूरे समाज को फायदा मिलता है, ईश्वर कि कृपा से इनके पिताजी अब स्वस्थ्य हैं,उन्होंने  अपने सभी शुभचिंतकों और मित्रों और जिला प्रशासन का आभार प्रकट किया।

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