कलेक्टर ने खेतों में लगी फसलों का जायजा लिया
सोयाबीन फसल में फंफूद जनित रोग ब्लाइट, एन्थे्रकनोज व राइजोक्टोनिया रूट रॉट भी दिखाई दे रहे है। तथा धान फसल में ब्लास्ट एवं सीथ ब्ला इट की प्रारंभिक अवस्था में दिखाई दे रहा है। उक्त कीटों व रोगों के प्रबंधन हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र दमोह के वैज्ञानिक एवं कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा कृषकों को समसामयिक सलाह दी है।इस समय आर्द्रता एवं तापमान दोनों अधिक है जो कि रोग व कीटों की अनुकूल व्यवस्था है ऐसे में इनका प्रकोप ज्यादा होना स्वाभाविक है। अतः पीला मोजेक के रोकथाम हेतु कृषकों को सलाह दी जाती है, कि थायोमेथाक्साम 25 डब्ल्यू.जी. (व्यापारिक नाम- आरिवा या अनंत या एक्टारा) 250 ग्रामध्हैक्टेयर की दर से छिड़काव करें।
दमोह। कलेक्टर श्री तरूण राठी वृद्धाश्रम पहुंचे। उन्होंने यहां निराश्रित निधि से नवनिर्मित हॉल का अवलोकन किया। इस अवसर पर एडीशनल कलेक्टर आनंद कोपरिहा भी मौजूद रहे। कलेक्टर श्री राठी ने यहां पर वृद्धजनों से चर्चा की, उनका हालचाल जाना। उन्हेांने वृद्धजनों से कहा ऊपर हॉल बनकर तैयार हो गया है, आप में से कुछ लोग यहां पर रह सकते हैं। ज्ञात हो कि श्री राठी दमोह स्थापना के बाद वृद्धाश्रम पहुंचकर यहां का भ्रमण किया था और भवन विस्तार हेतु शासन को पत्र भेजा था। यहां पर हॉल बनकर तैयार हो गया है। श्री राठी ने एडीशनल कलेक्टर से आवश्यक पंलग सहित अन्य सामग्री का प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा। भ्रमण के दौरान डिप्टी कलेक्टर भव्या त्रिपाठी साथ में मौजूद रही।
ग्रन्थालय का जायजा लेकर दिए दिशा निर्देश..
दमोह। कलेक्टर श्री तरूण राठी ने पुरानी जिला पंचायत पहुंचकर यहां स्थापित किये गए चन्द्रकांत सोनवलकर शासकीय जिला ग्रन्थालय का अवलोकन कर आवश्यक दिशा निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिये गये। कलेक्टर श्री राठी ने कहा पुरानी बिल्डिंग में पुस्तकालय चल रहा था, भवन जीर्णर्शीण होने पर यहां पर पुस्तकालय शुरू किया जा रहा हे। उन्होंने कहा यह पुस्तकालय जिले के सांस्कृतिक एवं साहित्यक गतिविधियों का केन्द्र बनेगा, इसके लिए जरूरी प्रयास किये जायेंगे। साथ ही छात्रों में पुस्तकालय के प्रति किस तरह से रूझान पैदा हो, इसके लिए स्कूल खुलेंगे तब योजना बनाई जायेगी।
कलेक्टर श्री राठी ने भवन का निरीक्षण करते हुए छात्रों के लिए अध्ययन रूम, ई-पुस्तकालय कमरा, पेपर रीडिंग रूम का अवलोकन कर संबंधितों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने छात्रों की सदस्यता अभियान चलाने और पुस्तकालय में पुस्तकें जन सहयोग से प्राप्त करने के लिए भी काम करने को कहा। उन्होंने कहा एक प्रस्ताव तैयार किया जायें, जिसमें यहां के लिए जो भी आवश्यक हों समाहित किया जायें। श्री राठी ने कहा दिव्यांग छात्रों के लिए भी कम्प्यूटर की भी व्यवस्था की जायें, परिसर के गार्डन को श्रमदान के विकसित करने के निर्देश दिये। भ्रमण के दौरान डिप्टी कलेक्टर भव्या त्रिपाठी, जिला शिक्षा अधिकारी पीपी सिंह, साहित्यकार नरेन्द्र दुबे, विपिन चैबे सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। ज्ञात हो कि पुराना जिला पंचायत भवन को रैनोवेट किया गया है, यह भवन दिखने में आकर्षक लग रहा है, यहां लगे पंखे उस समय के ही हैं, जब यह भवन स्थापित हुआ था।
दमोह। कलेक्टर श्री तरूण राठी तेन्दूखेड़ा सब-डिवीजन के ग्राम चैरई ग्राम के खेत में पहुंचकर सोयाबीन की फसल का अवलोकन किया और फसल के संबंध में कृषि और राजस्व अधिकारियों से चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिये। यहां से कलेक्टर ग्राम जेतगढ़माल पहुंचे। यहां पर उन्होंने खेत में पहुंचकर मूंग और उड़द की फसल का अवलोकन किया, किसान से चर्चा भी की। श्री राठी ने एसडीएम भारती देवी मिश्रा और तहसीलदार मोनिका बाघमारे ओर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी पीआर चक्रवर्ती से गिरदावरी के संबंध में कार्रवाई सुनिश्चित करने कहा।कलेक्टर श्री तरूण राठी के निर्देश पर कृषि अधिकारियों और वैज्ञानिक दल ने विकासखण्ड तेन्दूखेड़ा का किया भ्रमण जानी फसलों की स्थिति एवं कीट व्याधि के नियंत्रण हेतु कृषकों को सलाह दी गई। विकासखण्ड तेन्दूखेड़ा के ग्राम- जैतपुर, तारादेही, हिनौती, हरदुवां हाथीघाट एवं केवलारी का दल द्वारा भ्रमण किया गया। जिसमें पाया कि सोयाबीन व उड़द पीला मोजैक रोग से प्रभावित है तथा सोयाबीन फसल में कहीं-कहीं तना छेदक कीट का प्रकोप भी बहुतायत में दिखाई दे रहा है।
सोयाबीन फसल में फंफूद जनित रोग ब्लाइट, एन्थे्रकनोज व राइजोक्टोनिया रूट रॉट भी दिखाई दे रहे है। तथा धान फसल में ब्लास्ट एवं सीथ ब्ला इट की प्रारंभिक अवस्था में दिखाई दे रहा है। उक्त कीटों व रोगों के प्रबंधन हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र दमोह के वैज्ञानिक एवं कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा कृषकों को समसामयिक सलाह दी है।इस समय आर्द्रता एवं तापमान दोनों अधिक है जो कि रोग व कीटों की अनुकूल व्यवस्था है ऐसे में इनका प्रकोप ज्यादा होना स्वाभाविक है। अतः पीला मोजेक के रोकथाम हेतु कृषकों को सलाह दी जाती है, कि थायोमेथाक्साम 25 डब्ल्यू.जी. (व्यापारिक नाम- आरिवा या अनंत या एक्टारा) 250 ग्रामध्हैक्टेयर की दर से छिड़काव करें।
तना छेदक कीट के नियंत्रण हेतु शुरूआती अवस्था में प्रोपेनोफॉस 40 ई.सी,साइपरमेर्थिन 5 ई.सी. (व्यापारिक नाम- राकेट) 1 ली.ध्हैक्टेयर की दर से छिड़काव करने से प्रभावी नियंत्रण हो जाता है ज्यादा प्रकोप होने पर बेटासाइफलूथ्रिन 8.4 प्रतिशत इमिडाक्लोप्रिड 21 प्रतिशत (व्यापारिक नाम-सोलोमन) या फलूबेंडामाइड 19.9 ई.सी.थायोक्लोप्रिड 19.9 ई.सी. (व्यापारिक नाम-बेल्ट एक्सपर्ट) या एन्डाक्साकार्ब 14.5 ई.सी. एसिटामिप्रिड 7.7 ई.सी. (व्यापारिक नाम माइटी) 250 मिलीध्हैक्टेयर की दर से छिड़काव करने से कई तरह के कीटां का प्रभावी नियंत्रण होता है। राइजोक्टोनिया रूट राट, ब्लाइट एंव एंथ्रिकनोज रोग के प्रभावी नियंत्रण हेतु रोक्लो स्ट्रोबिल़इपोक्सीकोनाजोल (व्यापारिक नाम ओपेरा) 500 मिलीध्हेक्टेयर की दर से छिड़काव करनें से उक्त फंफूदजनित रोगों का प्रभावी नियंत्रण होता हे। कृषकों से अनुरोध है कि उक्त सभी रसायनों को छिड़कने हेतु 500 लीटर पानीध्हैक्टेयर के हिसाब से उपयोग करना चाहिए। धान फसल में ब्लास्ट एवं सीथ ब्लाइट के नियंत्रण हेतु टेब्यूकोनोजोल (केबियेट) 250 ग्रामध्एकड़ के हिसाब से उपयोग करना चाहिए।वृद्धाश्रम पहुच वृद्धजनों का हाल जाना..
दमोह। कलेक्टर श्री तरूण राठी वृद्धाश्रम पहुंचे। उन्होंने यहां निराश्रित निधि से नवनिर्मित हॉल का अवलोकन किया। इस अवसर पर एडीशनल कलेक्टर आनंद कोपरिहा भी मौजूद रहे। कलेक्टर श्री राठी ने यहां पर वृद्धजनों से चर्चा की, उनका हालचाल जाना। उन्हेांने वृद्धजनों से कहा ऊपर हॉल बनकर तैयार हो गया है, आप में से कुछ लोग यहां पर रह सकते हैं। ज्ञात हो कि श्री राठी दमोह स्थापना के बाद वृद्धाश्रम पहुंचकर यहां का भ्रमण किया था और भवन विस्तार हेतु शासन को पत्र भेजा था। यहां पर हॉल बनकर तैयार हो गया है। श्री राठी ने एडीशनल कलेक्टर से आवश्यक पंलग सहित अन्य सामग्री का प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा। भ्रमण के दौरान डिप्टी कलेक्टर भव्या त्रिपाठी साथ में मौजूद रही।
ग्रन्थालय का जायजा लेकर दिए दिशा निर्देश..
दमोह। कलेक्टर श्री तरूण राठी ने पुरानी जिला पंचायत पहुंचकर यहां स्थापित किये गए चन्द्रकांत सोनवलकर शासकीय जिला ग्रन्थालय का अवलोकन कर आवश्यक दिशा निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिये गये। कलेक्टर श्री राठी ने कहा पुरानी बिल्डिंग में पुस्तकालय चल रहा था, भवन जीर्णर्शीण होने पर यहां पर पुस्तकालय शुरू किया जा रहा हे। उन्होंने कहा यह पुस्तकालय जिले के सांस्कृतिक एवं साहित्यक गतिविधियों का केन्द्र बनेगा, इसके लिए जरूरी प्रयास किये जायेंगे। साथ ही छात्रों में पुस्तकालय के प्रति किस तरह से रूझान पैदा हो, इसके लिए स्कूल खुलेंगे तब योजना बनाई जायेगी।
कलेक्टर श्री राठी ने भवन का निरीक्षण करते हुए छात्रों के लिए अध्ययन रूम, ई-पुस्तकालय कमरा, पेपर रीडिंग रूम का अवलोकन कर संबंधितों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने छात्रों की सदस्यता अभियान चलाने और पुस्तकालय में पुस्तकें जन सहयोग से प्राप्त करने के लिए भी काम करने को कहा। उन्होंने कहा एक प्रस्ताव तैयार किया जायें, जिसमें यहां के लिए जो भी आवश्यक हों समाहित किया जायें। श्री राठी ने कहा दिव्यांग छात्रों के लिए भी कम्प्यूटर की भी व्यवस्था की जायें, परिसर के गार्डन को श्रमदान के विकसित करने के निर्देश दिये। भ्रमण के दौरान डिप्टी कलेक्टर भव्या त्रिपाठी, जिला शिक्षा अधिकारी पीपी सिंह, साहित्यकार नरेन्द्र दुबे, विपिन चैबे सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। ज्ञात हो कि पुराना जिला पंचायत भवन को रैनोवेट किया गया है, यह भवन दिखने में आकर्षक लग रहा है, यहां लगे पंखे उस समय के ही हैं, जब यह भवन स्थापित हुआ था।
ज्ञात हो कि केन्द्रीय मंत्री श्री प्रहलाद पटैल ने भी इस पुस्तकालय के संबंध में जिला कलेक्टर द्वारा की जा रही कार्रवाही की सराहना की है। उन्होंने कहा है कि लंबे समय से मंशा थी कि दमोह में पुस्तकालय और साहित्यक गतिविधियों के लिए ऐसा कोई केन्द्र बन जायें। मंत्री श्री पटैल ने इस संस्था के लिए अपने और संस्कृति मंत्रालय की ओर से पूर्ण सहयोग का भरोसा दिया है।







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