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सिद्ध चक्र महामंडल विधान में 128 अर्घ समर्पित, सोमवार को 256 अर्घ समर्पित होगे.. प्यासी मंदिर में तुलसी शालिग्राम विवाह.. प्रभा स्मृति अलंकरण सम्मान समारोह एवं काव्य संध्या सम्पन्न..

सिद्ध चक्र महामंडल विधान में 128 अर्घ समर्पित

दमोहनगर के श्री पारसनाथ दिगंबर जैन नन्हे मंदिर एवं सिंघई मन्दिर जी मे अष्टानीका महापर्व के अवसर पर श्री 1008 सिद्ध चक्र महामंडल विधान का आयोजन भक्ति भाव के साथ चल रहा है। 6 नवंबर तक चलने वाले भव्य आयोजन के पांचवे दिन श्रीजी के समक्ष समवशरण में भक्ति भाव के साथ 128 अर्घ समर्पित किए गए।  छठवें दिन सोमवार को 256 अर्घ समर्पित किए जाएंगे।
श्री पारसनाथ दिगंबर जैन नन्हे मंदिर जी में आठ दिवसीय भक्तिमय अनुष्ठान में रविवार को प्रतिष्ठाचार्य सुरेश शास्त्री, ब्रह्चारी स्वतंत्र भैया, अजय भैया झापन एवं गोलू भैया विजयनगर के निर्देशन में प्रात श्रीजी को उच्चासन पर विराजमान करके करके अभिषेक उपरांत शांति धारा संपन्न हुई। नव देवता पूजन उपरांत विधान प्रारंभ हुआ। श्री सिध्द यंत्र जी की पूजन करके मैना सुंदरी श्रीपाल श्री चंद्र कुमार खजरी परिवार द्वारा यंत्र जी के अभिषेक एवं धूप समर्पित करके विधान प्रारंभ किया गया।
श्रीजी के समक्ष मंडल पर अर्घ समर्पित करने का सौभाग्य सौधर्म इंद्र राजेंद्र अटल मनीषा, भरत चक्रवर्ती संतोष अविनाशी परिवार, श्रीपाल मैना सुंदरी चंद्र कुमार अभिषेक खजरी परिवार, आनंद लैब कुबेर इंद्र, मुकेश अर्चना जैन खजरी महायज्ञ नायक परिवार, सुनील बड़े राय यज्ञ नायक, नवीन निराला उर्मिला जैन ईशान इंद्र परिवार मनीष आउटलुक सनत इंद्र परिवार, पदमचंद रानू जैन खजरी द्रव्य पुण्यार्जक परिवार ध्वजारोहण करता रूपचंद जैन बनवार परिवार के साथ बारी बारी से सभी श्रावक जनों को प्राप्त हुआ।
आज शिवनगर जैन मंदिर के आसामियों द्वारा भक्ति भाव के साथ विधान के लिए द्रव्य प्रदान करते हुए आगामी 9 दिसंबर को शिवनगर मंदिर की वर्षगांठ अवसर पर आयोजित महा मस्तकाभिषेक कार्यक्रम का सभी को आमंत्रण दिया। औषधालय कमेटी के अध्यक्ष मीनू जैन, वसुंधरा नगर मंदिर से महेंद्र करुणा सुनील वेजीटेरियन परिवार, नसिया मंदिर से अभय बनगांव एवं महेश दिगंबर सहित शिव नगर मंदिर के आसामियों ने समवसरण में इंद्र इंद्राणीयो के साथ प्रातिहार्य समर्पित किये। शाम को श्रीपाल मैना सुंदरी परिवार चंद्र कुमार जैन खजरी भवन से धूमधाम से महा आरती शोभायात्रा निकाली गई।
शाम 7 से बजे मंदिर जी में भक्तांबर पाठ के साथ 48 दीप समर्पित किए गए इसके बाद मंगलमय महा आरती संपन्न हुई। विधान व्यवस्था प्रभारी अमरदीप जैन लालू एवं मनीष बजाज ने बताया कि विधान के छठवें दिन सोमवार को को 7ः30 बजे से श्री जी का अभिषेक पूजन प्रारंभ हो जाएगा। तत्पश्चात 8 बजे शांति धारा संपन्न होगी। रविवार को 256 अर्घ समर्पित किए जाएंगे। सकल जैन समाज से इस अवसर पर स परिवार सहभागिता की अपील मंदिर कमेटी कोषाध्यक्ष शैलेंद्र बजाज द्वारा की गई है।
प्यासी मंदिर में तुलसी शालिग्राम विवाह सम्पन्न.. दमोह। देव श्यामलाधीश प्यासी मंदिर में धूमधाम से तुलसी शालिग्राम विवाह सम्पन्न हुआ।इस वर्ष कन्यादान लेने का सौभाग्य कार्तिक व्रत करने वाली सखी मंन्जु नेमा को मिला।एक मास व्रत,पूजन करने वाली बहनों ने अपने घर सखियों को आमंत्रित कर तुलसी पूजन करवाया और कार्तिक के बुन्देली मधुर कृष्ण भक्ति से ओत-प्रोत भजनों का आनंद लिया। आंवला नवमी को पुष्पा चिले के निवास पर भजन संध्या आयोजित की गई।
मुख्य बुन्देली भजन गायिका के रूप में भारती राय सुमधुर भजनों का गायन कर भाव विभोर कर दिया और अनेक सखियों ने मन भावन नृत्य किया। पुष्पा चिले ने बुन्देली गायिका भारती राय को शाल श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर लता गुरु, संगीता पान्डे, अंजना तिवारी, पद्मा तिवारी, ममता गुरु, सुनीता पटेल, गीता त्रिवेदी, शीला दीक्षित, संगीता गौतम, सुप्रिया सेन, सुनीता यादव, गौरी छिरौल्या, सरिता नेमा, मंजु नेमा, सावित्री सेन, गीता रैकवार, मीरा पटेल, कल्पना दुबे, ज्योति चिले, मोनिका चिले, हिरण्या चिले, सुनीता तिवारी, लता सोनी आदि बड़ी संख्या में बहनों उपस्थिति रही।
प्रभा स्मृति अलंकरण सम्मान समारोह एवं काव्य संध्या आयोजित.. दमोह। महारानी लक्ष्मीबाई बाई कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आयोजित किया गया दमोह में प्रथम सत्र में दीप प्रज्जवलित कर प्रभा स्मृति अलंकरल सम्मान आयोजक आराधना डा.गणेश राय और जिले के समस्त साहित्य कारों के कर कमलों से पूर्व शिक्षा अधिकारी वरिष्ठ साहित्यकार प.पी. एल शर्मा एवं दादा ठा.नारायण सिंह वरिष्ठ पत्रकार को दिया गया..
जिसके अध्यक्ष भाषाविद् पूर्व प्राचार्य एन.आर. राठौर मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार एवं चिकित्सक डा. रघुनंदन चिले तथा विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र दुबे और वृंदावन राय सरल सागर रहें। 
 द्वितीय सत्र में मां को समर्पित काव्य संध्या का आयोजन किया गया जिसमें सरस्वती वंदना विमला तिवारी ने की सभी रचनाकारों ने एक से बढ़कर एक रचनाएं पेश की डा. प्रेमलता नीलम ने मां से है संसार, के.के.पान्डे ने इतनी ताक़त कहां कलम में मां को परिभाषित कर पायें, मनोरमा रतले ने मां से बढ़कर कोई नहीं, आंनद जैन आज़ तेरी पहचान मैं हूं,। इंजीनियर अमर सिंह राजपूत ने महान मां है जिसने बेटों को कुर्बान किया आशिक अंजुम मुझको हासिल करार है मां से, फ़ैसल रज़ा मां की खिदमत इक इबादत है,अदीव दमोही मां से वेहतर उस्दाद कोई कहां होता है, पी.एस.परिहार ने मुझको तमाम रात जगाती रही हवा, ताहिर दमोही ने एक बच्चे की तरह मां से चिपक जाता है, वृंदावन राय सरल दर्द में भी मुस्कुराना चाहिए..
बबीता चौबे आंचल फिर उढाओ मां बचपन में ले जाओ मां, आराधना राय इमलाई पर अपने बच्चों के लिए दुनिया से लड़ सकती हूं, हमारे लिए वह चिड़िया है चिड़िया के बच्चों के लिए चिड़िया मां है आदि रचनाएं सुनाकर सभी को भाव विभोर कर दिया अंत में नरेंद्र दुबे का शानदार उद्वोधन और मेहमान अनवारूल हक उस्दाद के मां के संस्मरण ने सभी की आंखें नम कर दी  कार्यक्रम का सफल संचालन इंजीनियर अमर सिंह ने किया अंत में प्राचार्य आलोक सोनवलकर और सभी का आभार डॉ.गणेश राय इमलाई ने सभी का आभार माना।

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