वैक्सीन लगवाने के लिए घर से निकले और बीमारी से मुक्त हो..
दमोह। कोरोना नामक बीमारी से लोग किसी ना किसी रूप से प्रभावित है और आज हर स्तर पर इससे लड़ने का प्रयास कर रहे है पर क्या आप हम यह जानते है, की इससे लड़ने का एक मात्र प्रभावी उपाय सभी जन मानस का वैक्सिनेशन जिससे हमारे समाज में हर्ड इम्यूनिटी लायी जा सके और इसका बहुत बड़ा उदाहरण इज़राइल है जिसने अपनी लगभग 65 प्रतिशत आबादी का वैक्सिनेशन करके इससे काफ़ी हद तक निजात पा लिया है। आज की पोस्ट वैक्सिनेशन के प्रति समाज में चल रही भ्रांतियों के लिए जागरूकता के लिए है ताकि आप हम अपने घर से बाहर निकले और वैक्सीन लगवाकर इस बीमारी से निजात पाए सबसे पहले समझे वैक्सीन क्या है। यह विचार आरएमओ डाँ दिवाकर पटेल ने साझा किए हैं।
अभी भारत देश में दो प्रकार की वैक्सीन उपलब्ध है covaxine और covishield दोनो ही प्रभावी है एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न करने में सक्षम है, इसमें covishield एक recombinant कोविड vaccine है, जो वाइरल वेक्टर टेक्नॉलोजी के आधार पर निर्मित है, जिसमें रोग फैलाने की क्षमता को ख़त्म कर दिया गया है। अगर ये आपके शरीर में जाएगा तो केवल आपके शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाएगा आपसे किसी अन्य में रोग नही फैलाएगा। दूसरी वैक्सीन है covaxin जो की इनैक्टिवेटेड कोरोना वाइरस vaccine है जो की आपके शरीर में जाकर कोरोना वाइरस के विरूद्ध ऐंटीबाडी बनाती है और आप अन्य लोगों को इन्फ़ेक्शन नही फैला पाते।
अब वैक्सीन किसको लगवाना चाहिए और किसको नही
कोरोना की वैक्सीन सभी को लगवाना चाहिए, जिसकी उम्र 18 वर्ष से अधिक हो, केवल गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं और १८ वर्ष से कम के बच्चे और ऐसे व्यक्ति जिन्हें पहले कभी किसी वैक्सीन का रीऐक्शन हुआ हो और वर्तमान में कोरोना के लक्षण है या fevar आ रहा है, इनको छोड़कर बंकि सभी को वैक्सीन लगवाना चाहिए चाहे या उसकी उम्र ज़्यादा हो या उसको कोई गम्भीर बीमारी हो या उनका अंग प्रत्यारोपण हुआ हो या कैन्सर शुगर हार्ट के मरीज़ हो सभी को वैक्सीन लगवाना चाहिए। भारत में लगने वाली वैक्सीन जिनमे covaxine 4 हफ़्ते के अंतर से लगवाना चाहिए और covishield वैक्सीन 6 से 8 हफ़्ते के अंतर से लगवाने से प्रभावी प्रतिरोधक क्षमता प्राप्त होती है।
वैक्सीन लगने के बाद भी corona हो सकता है या नही
बिलकुल कोरोना वैक्सीन लगने के बाद भी लोगों को कोरोना हो रहा है, पर बीमारी का प्रभाव ज़्यादा नही होता है। सामान्य लक्षण उत्पन्न होते है और बहुत ही कम लोगों को भर्ती करने की आवश्यकता पड़ती है। लोग सामान्य दवाइयों से ही ठीक हो जाते है और उनकी इन्फ़ेक्शन फैलाने की क्षमता भी ना के बराबर रहती है। अभी तक भारत देश में लगभग १४ करोड़ लोगों को वैक्सीन लगी है, पर ऐसे मामले मेरी जानकारी में नही आए है और स्वयं मैंने और मेरे जैसे कई स्वास्थ्य कर्मियों ने वैक्सीन लगवाई है, पर किसी को कुछ नही हुआ सब सुरक्षित है और जिन स्वास्थ्य कर्मियों में दुबारा इन्फ़ेक्शन हुआ है वो जल्द ठीक हुए है और उनकी सुरक्षा हो सकी है।
वैक्सीन लगने के कितने दिन बाद प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न होती है
वैक्सीन के दूसरे dose लगने के लगभग १५ दिन बाद प्रतिरोधक क्षमता बनती है, तब तक हमें सुरक्षा के साधनो का प्रयोग निरंतर करना है। अगर आपने एक dose लिया है और दूसरा छोड़ दिया है तो आपको प्रतिरोधक क्षमता नही बनेगी और आपको गम्भीर बीमारी होने की सम्भावना बनी रहेगी।
अगर आपने एक वैक्सीन का dose लिया है
और आप इंफ़ेक्टेड हो गए है तो क्या करे..?
अगर आपने पहला dose वैक्सीन का ले लिया है और दूसरे dose के पहले आपको कोरोना हो जाता है तब भी आपको वैक्सीन का दूसरा dose आपकी पॉज़िटिव रेपोर्ट आने के २८ दिन बाद लगवाना है और अगर वैक्सीन लगने के पहले कोरोना से ग्रसित है तब भी आपको पोसिटिव आने के २८ दिन बाद वैक्सीन के दोनो dose लगवाना आवश्यक है अतः वैक्सीन हर हाल में ज़रूरी है।
इस सबंध में जिला चिकित्सालय के आरएमओ डाँ दिवाकर पटैल ने सभी से आग्रह किया है वैक्सीन के बारे में फैली भ्रामक जानकारी को नकारते हुए वैक्सीन को लगवाए और अन्य लोगों को लगवाने हेतु प्रेरित करे, ताकि हम अपने आपको अपने समाज को अपने ज़िले अपने प्रदेश और अपने देश को इस महामारी से उबार सके और एक नए स्वस्थ्य और सुरक्षित भविष्य का निर्माण करे। अफ़वाहों से बचे और बचाए और आने वाली 01 मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने हेतु प्रेरित करे और जब लगभग 65 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन के दोनो टीके नही लग जाते, तब हम मास्क और sanetiser और सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करे ताकि इस बीमारी का प्रसार रोका जा सके।
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