Header Ads Widget

आतंकी हमले में मृतको कैंडिल मार्च निकालकर कांग्रेस ने दी श्रद्वांजलि.. कृषकों से नरवाई ना जलाने एवं उसका प्रबंधन करने आग्रह.. मंगल कलश यात्रा से श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ.. बाँसा तारखेड़ा मे आज निकलेगी गजरथ फेरी

आतंकी हमले में मृतको कैंडिल मार्च निकाल दी श्रद्वांजलि
दमोह। जम्मू कश्मीर के पहलगाम हमले में मृत निर्दोष लोगों के लिये जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अंबेडकर चौक पर एकत्रित होकर कैन्डिल जलाकर वहीं से रैली निकालते हुए घंटाघर पहुंचकर दिवंगतो को शोक श्रद्वांजलि दी। उक्त अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रतनचंद जैन ने कहा कि जिन आतंकियो ने कायराना हरकत करके निर्दोष भारतीयों को उनके परिवार के सामने ही असमय मार दिया ऐसे आतंकियों को और उन्हें शरण देने वाले पाकिस्तानियों के साथ भी वहीं व्यवहार किया जायें।

मानक पटेल, तिलक सींग, रजनी ठाकुर, निधि श्रीवास्तव, राजेश तिवारी, लालचंद राय, आशीष पटेल, प्रदीप पटेल, वीरेन्द्र राजपूत, नितिन मिश्रा, प्रफुल्ल श्रीवास्तव, शमीम कुरैशी, बबलू भट्ट, परम यादव, कमला निषाद, बाबूलाल पटेल, सोनू जैन, वीरेन्द्र चौबे, भूपेन्द्र आजमानी, अजय जाटव, मंजीत यादव ने कहा कि पूरे देश ने उक्त हमले में मृत व्यक्तियों के प्रति सहानुभूति है और भारत देश के समस्त संगठन चाहते है उन आतंकियो को सरेआम गोली मारी जाये।

इस अवसर पर पार्षद विक्रम ठाकुर, राजा रौतेला, शैलेन्द्र सिंह, हेमराज, रफीक खान, अमर सिंह, मिक्की चंदेल, राजू बगीरा, बिन्दु पटोटया, अभिषेक डिम्हा, लाखन सिंह, सरफराज सिद्वीकी, रियाज खान गोपाल रैकवार, पप्पू कुशवाहा, केके अग्रवाल, हरमिन्द, राजपाल, अलीम खान, गौरव राय, अमित नामदेव, शेख वाहिद, गीता ठाकुर, नाना ज देशमुख, अशोक ठाकुर, विजय रैकवार, जावेद खान, आशीष शर्मा सहित अनेको कांग्रेसजनों की उपस्थिति रहीं।

कृषकों से नरवाई ना जलाने एवं उसका प्रबंधन करने किया आग्रह.. दमोह। कृषि विभाग लगातार किसानों को नरवाई ना जलाने के लिए जागरूक कर रहा हैं माननीय कलेक्टर महोदय एवं मध्य प्रदेश शासन द्वारा नरवाई ना जलाने का अभियान लगातार मध्य प्रदेश में चलाया जा रहा है इसके अंतर्गत भारतीय किसान संघ के जिला बीज आयाम प्रमुख प्रगतिशील किसान तीरथ पटेल ने किसानों से आग्रह किया की नरवाई ना जलाएं

और मूंग के किसान भूसा मशीन से भूसा बनवा के ओर जुताई करके फिर रोटावेटर करवा के बोनी कर सकते हैं जिससे नरवाई डी कंपोज्ड होकर खाद का काम करेगी और मूंग में पर्याप्त नमी बनी रहेगी जिससे किसानों को पानी कम लगेगा। तकनीकी मार्गदर्शन कृषि विज्ञान केंद्र दमोह एवं समस्त कृषि विभाग ने किसानों से आग्रह किया की नरवाई ना जलाएं

मंगल कलश यात्रा से हुआ संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ  दमोह। । किशोरी वैष्णवी गर्ग जी के मुखारबिंद से 26 अप्रैल से 3 मई तक शाम 3 बजे से हरी इच्छा तक हो रही हैं श्रीमद्भागवत कथा से पूर्व निकाली गई कलश यात्रा से वातावरण भक्तिमय हो गया। उत्साह व उमंग के साथ कलश यात्रा में भाग लिया । श्रीमद्भभगवद पोथी अपने सिर पे लेकर चल रहे थे। कलश यात्रा में शामिल महिला-पुरुषों का उत्साह देखते ही बन रहा था। सभी भक्त जय श्री राम ,माता रानी के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। डीजे की मधुर भजनों की धुन पर युवा युवती की टोली थिरकते नाचते गाते भक्तों संग कलश यात्रा गंगा झिरिया से दसोंदी धाम पहुंची जहा विधि विधान से पंडितों द्वारा भक्तजानो ने पूजन किया कलश की स्थापना की गई।

भागवत कथा के प्रथम दिवस कथा व्यास किशोरी जी ने कलश यात्रा का महत्व बताते हुए कहा कि कलश सुख समृद्धि का प्रतीक है जो लोग कलश यात्रा में चलते हैं । सुख समृद्धि उनके साथ कभी नहीं छोड़ती और परमात्मा की विशेष कृपा के पात्र हो जाते हैं । श्रीमद् भागवत महात्म्य कथा एवं श्री शुकदेव आगमन, नारदजी की कथा, राजा परिक्षित को श्राप तथा विदुर कथा से वातावरण भक्ति मे सराबोर हो गया। उन्होंने श्रीमद् भागवत कथा का संक्षेप में श्रोताओं को सार बताते हुए कहा कि मनुष्य के जन्म जन्मांतर के पुण्यों का उदय होने पर ही श्रीमद् भागवत जैसी भगवान की दिव्य कथा श्रवण का सौभाग्य मिलता है। भागवत रूपी गंगा की धारा पवित्र और निर्मल है जो पापियों को भी तार देती है। भगवान का वामन अवतार, कपिलोपाख्यान एवं ध्रुव- चरित्रादि का वर्णन और ध्रुव कथा,को नर्सिंग अवतार पर प्रसंग 29 मई को श्रीकृष्ण जन्म, नंदोत्सव, 30 मई को कृष्ण की बाललीला, मटकी फोड़ एवं गोवर्धन पूजा,01 जून को महारास, कंसवध, रुक्मिणी- कृष्ण विवाह व 02 मई को सुदामा चरित्र, श्री शुकदेव पूजन, परीक्षित मोक्ष और 03 मई को पूर्ण आहुति भंडारा के साथ भागवत कथा का विश्राम होगा। इस अवसर पर आसपास से सैकड़ों संख्या में भक्तजन कथा का रसपान के लिए आ रहे है। मुख्य यजमान समस्त दसोंदी धाम भक्तगण आप सभी से कथा श्रवण करने की अपील की है

मुनिसुव्रत तीर्थ बाँसा तारखेड़ा मे आज निकलेगी गजरथ फेरी.. दमोह। बड़े बाबा कुंडलपुर का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले दमोह जिले की धार्मिक नगरी एवं आचार्य श्री 108 उदार सागर जी महाराज की जन्म स्थली बांसा मे श्री 1008 श्रीमज्जिनेंद्र जिनबिम्ब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा गजरथ महोत्सव एवं विश्वशांति महायज्ञ यह  21 अप्रैल से चल रहा पंचकल्याणक महोत्सव अब अपने समापन की ओर अग्रसर है।
इस अवसर पर 27 अप्रैल को समापन के दिन एक भव्य गजरथ फेरी का आयोजन किया जाएगा, जो सुबह 8:30 बजे से प्रारंभ होगी। एवं गौरव सिंघई द्वारा जानकारी दी गई कि यह फेरी धर्म, श्रद्धा और भक्ति का अनुपम संगम होगी, जिसमें रथ, हाथी, घोड़े व सुसज्जित झांकियाँ पंडाल के चारों और भ्रमण करेंगी। इस धार्मिक आयोजन में आप सभी श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में पधारकर धर्म लाभ अर्जित करने की अपील की गई है। यह पंचकल्याणक महोत्सव आचार्य श्री 108 उदार सागर जी महाराज एवं मुनि श्री 108 उपशांत सागर जी महाराज ससंघ के मंगल सानिध्य मे संपन्न होगा।

 

Post a Comment

0 Comments