सिंघई मंदिर में गुरू उपकार दिवस मनाया गया
दमोह। चर्या शिरोमणि पट्टाचार्य श्री विशुद्वसागर जी के आठ शिष्यों के मुनि दीक्षा दिवस के अवसर पर शनिवार सुबह सिंघई मंदिर परिसर में गुरू उपकार दिवस का आयोजन किया गया। इसके पूर्व आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी ने सागर नाका एवं नसिया जी जैन मंदिर पहुचकर दर्शन किए। वहीं सिंघई मंदिर परिसर में धर्मसभा उपरांत आचार्य संघ आहारचर्या हेतु निकला। आचार्यश्री को आहार कराने का सौभाग्य जैन पंचायत के अध्यक्ष सुधीर सिंघई परिवार को प्राप्त हुआ। दोपहर बाद आचार्य संघ का जबलपुर की ओर विहार हो गया। रास्तें में जबलपुर नाका जैन मंदिर के दर्शन उपरांत रात्रि विश्राम हथनी मंदिर धर्मशाला में हुआ। सुबह अभाना में भव्य अगवानी होगी।
सिटिनल स्थित सिंघई जैन धर्मशाला में आयोजित उपकार दिवस पर धर्मसभा को सबोधित करते हुए चर्या शिरोमणी पट्टाचार्य मुनि श्री विशुद्व सागर जी महाराज ने कहा किभगवान के पास जाने मात्र से भगवान
नहीं बन सकते स्वयं से मिले बिना भगवान नहीं बना जा सकता। भगवान से मिलना
स्वयं से मिलना है अपनी आत्मा से मिलता है इसलिये कभी भगवान को छोड़ना नहीं।
क्योंकि भगवान की भक्ति से ही हमे संसार से मुक्ति की शक्ति प्राप्त होगी। संसार में प्रत्येक कार्य भगवान की कृपा से नहीं मानना चाहिए अन्यथा गाय के गले पर धुरी चलाने वाला भी इसे भगवान की मर्जी मान लेगा।भगवान को कर्ता मत बनाईये। हमारे अच्छे बुरे कर्मो के जिम्मेदार हम स्वयं होते है। मनुष्य जिस पर्याय में होता है उसी का आनंद आता है। मनुष्य पर्याय में सिद्वो का आनंद नहीं आ सकता। संसारी मनुष्य को संतो के सुख का आभास नहीं हो सकता। संतो की साधना करने वाले देव बनते है और अरिहंत की साधना करने वाले देवादिदेव बनते है। इसके पूर्व दीप प्रज्जवलन एवं मंगलाचरण
उपरांत समाज की विभिन्न संस्थाओ के प्रतिनिधियों के द्वारा आचार्य संघ को
श्रीफल अर्पित किये गये। इस मौके पर आचार्य श्री के अलावा आज के दिन वर्षो
पूर्व दीक्षा ग्रहण करने वाले मुनि श्री समकित सागर जी, मुनि श्री सहर्ष
सागर जी, मुनि श्री सार्थसागर जी, मुनि श्री सिद्वार्थ सागर जी, मुनि श्री
सार्थकसागर, मुनि श्री सम्यक सागर जी एवं मुनि श्री सत्यार्थ सागर जी को
समाज के श्रेष्टी वर्ग के द्वारा शास्त्र भेंट किये गये।
उपकार दिवस पर
सर्वप्रथम मुनि श्री सम्यक सागर जी ने अपने उदगार व्यक्त करते हुए कहा कि
गुरू के उपकार से बढ़कर इस संसार में कुछ नहीं है। योग्य उपादान मिलने पर
आयोग्य भी योग्य बन जाता है। मैं तो गुरू के चरणो की धूल था उन्होनें मुझे
पंच परमेष्ठी के पद पर आसीन करा दिया। मुनि श्री समकित सागर जी ने कहा कि
गुरू ने हमें उपकार दिया है उन्होनें रतनत्रय दयी उपहार दिया है जिससे
देवतत्व की प्राप्ती संभव है। मुनि श्री सार्थक सागर जी ने कहा कि गुरू के
उपकार को शब्दो से व्यक्त नहीं कर सकते मां बाप और शिक्षक भी हमारे गुरू
होते है किंतु आचार्य भगवन परम उपकारी है क्योंकि उन्होनें हमें मोक्ष
मार्ग में लगाया। उपकारी के उपकार को जो भूलता है वह महापापी है। मुनि श्री
सत्यार्थ सागर जी महाराज ने कहा कि मैं तो बांस का टुकड़ा था गुरू ने तराश
कर हमें बांसुरी बना दिया। मैं तो कंकड था गुरू ने हमें कोहिनूर बना दिया।
गुरू हमें मां की तरह डांटते है और पिता के समान हमें वात्सल्य देते है।
मुनि श्री सहर्ष सागर जी महाराज ने कहा कि गुरू के गुणगान को गाने का दिल
है। जिसके जीवन में गुरू नहीं उसका जीवन शुरू नहीं होता है। जब जीवन में
सारे रास्ते बंद हो ता गुरू ही दिशा बनाते है। गुरू के चरणो में अद्भुत
आनंद आता है जो समर्पित होता है वहीं सार्थक होता है। मुनि श्री सिद्वार्थ
सागर जी ने कहा कि गुरू भक्ति से मुक्ति मिल सकती है। मुनि संघ के आहार के
पश्चात् जबलपुर की ओर पद विहार हो गया।
प्रांत स्तरीय राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता का आयोजन आज
दमोह। भारत विकास परिषद शाखा दमोह के तत्वाधान में प्रांत स्तरीय राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता का आयोजन दमोह में हो रहा है दमोह के सागर नाके के पास मौजूद उत्सव विलास पैलेस में यह कार्यक्रम रविवार सुबह 11ः30 से शुरू होने जा रहा हैं प्रान्त स्तरीय इस कार्यक्रम का आयोजन दमोह में हो रहा है इसमें पूरे प्रांत से चुने हुए स्कूलों की टीमें दमोह पहुंच रही हैं और यहां पर समूह गान प्रस्तुत करेंगी इन में से विजय प्रतिभागियों को यहां से सम्मानित किया जाएगा, ये प्रतियोगिता स्कूली छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से हर साल आयोजित की जाती हैं. यह पहला मौका है जब दमोह इस प्रांत स्तरीय कार्यक्रम को आयोजित किया जा रहा है. इस कार्यक्रम के शुभारंभ में मुख्य अतिथि के रूप में मध्य प्रदेश शासन के पशुपालन एवं को संवर्धन विकास राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार लखन पटेल होंगे वही कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व वित्त मंत्री और वर्तमान दमोह विधायक जयंत मलैया करेंगे,विशिष्ट अतिथि के रूप में क्षेत्रीय संस्कार प्रमुख भारत विकास परिषद मध्य क्षेत्र अनिल डागा रहेंगे, वहीं समापन सत्र एवं पुरस्कार वितरण में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांतीय सह बौद्धिक प्रमुख रामलाल पटेल उपस्थित रहेंगें वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता भारत विकास परिषद महाकौशल प्रांत के प्रांतीय अध्यक्ष संजय तिवारी करेंगे, कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में भारत विकास परिषद मध्य क्षेत्र के क्षेत्रीय संस्कार प्रमुख अनिल दगा मौजूद रहेंगे इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ समाजसेवियों और गणमान्य लोगों से उपस्थित की अपील की गई है।
दमोह। भारत विकास परिषद शाखा दमोह के तत्वाधान में प्रांत स्तरीय राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता का आयोजन दमोह में हो रहा है दमोह के सागर नाके के पास मौजूद उत्सव विलास पैलेस में यह कार्यक्रम रविवार सुबह 11ः30 से शुरू होने जा रहा हैं प्रान्त स्तरीय इस कार्यक्रम का आयोजन दमोह में हो रहा है इसमें पूरे प्रांत से चुने हुए स्कूलों की टीमें दमोह पहुंच रही हैं और यहां पर समूह गान प्रस्तुत करेंगी इन में से विजय प्रतिभागियों को यहां से सम्मानित किया जाएगा, ये प्रतियोगिता स्कूली छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से हर साल आयोजित की जाती हैं. यह पहला मौका है जब दमोह इस प्रांत स्तरीय कार्यक्रम को आयोजित किया जा रहा है. इस कार्यक्रम के शुभारंभ में मुख्य अतिथि के रूप में मध्य प्रदेश शासन के पशुपालन एवं को संवर्धन विकास राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार लखन पटेल होंगे वही कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व वित्त मंत्री और वर्तमान दमोह विधायक जयंत मलैया करेंगे,विशिष्ट अतिथि के रूप में क्षेत्रीय संस्कार प्रमुख भारत विकास परिषद मध्य क्षेत्र अनिल डागा रहेंगे, वहीं समापन सत्र एवं पुरस्कार वितरण में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांतीय सह बौद्धिक प्रमुख रामलाल पटेल उपस्थित रहेंगें वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता भारत विकास परिषद महाकौशल प्रांत के प्रांतीय अध्यक्ष संजय तिवारी करेंगे, कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में भारत विकास परिषद मध्य क्षेत्र के क्षेत्रीय संस्कार प्रमुख अनिल दगा मौजूद रहेंगे इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ समाजसेवियों और गणमान्य लोगों से उपस्थित की अपील की गई है।
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