अमानक मिली 6 आयुर्वेदिक औषधिया प्रतिबंधित
दमोह।
जिला आयुष अधिकारी डॉ राजकुमार पटैल ने एक महत्वरपूर्ण कदम उठाते हुए 6
आयुर्वेदिक औषधियों को दमोह जिला में क्रय.विक्रय और उपयोग पर तत्काल
प्रभाव से प्रतिबंध लगाया हैं। इन औषधियों के क्रय.विक्रय पर रोक लगा दी गई
हैं। ये औषधियॉ राज्यस्तरीय आयुर्वेद औषधि प्रयोग शाला ग्वालियर की जॉच में
अमानक पायी गई हैं। ड्रग्स एवं कॉस्मेटिक एक्ट 1940 के नियम 33 ईई के तहत
इन औषधियों को मानव उपयोग के लिए असुरक्षित मानते हुये यह कार्यवाही
संचालनालय आयुष भोपाल के निर्देशन में की गई।
प्रतिबंधित
औषधियों में शर्मायु जैनयुन आयुर्वेद दतिया द्वारा निर्मित गिलोय सत्व बैंच
नंबर 005पी.1 निर्माण तिथि 03 2025 और कामदुधा रस बैंच नंबर 25117002 पी.1
निर्माण तिथि 06ध 2025 श्री धनवंतरी हर्बल सोलन एचपी द्वारा निर्मित
प्रवाल पिष्टी बैंच नंबर पीपीएमबी.077 निर्माण तिथि 06 2024 और मुक्ता
शुक्ति बैंच नंबर एमएसबीडी.059 निर्माण तिथि 07ध्2025ए डाबर इंडिया लि
साहिबाबाद उप्र द्वारा निर्मित कफ कुठार रस बैंच नंबर एसबी00066 निर्माण
तिथि 04 2025 तथा लक्ष्मी विलास रस बैंच नंबर एसबी 00665 निर्माण तिथि
02023 औषधियां अमानक पाए गये हैं।
संविधान दिवस के उपलक्ष्य में विशाल पदयात्रा आज..
दमोह।
जिले के सभी अम्बेडकरवादीयो एवं संविधान प्रेमीयो क़ो सूचित किया जाता है, 26 नवंबर 2025 क़ो “भारतीय बेरोजगार संघ“ के संस्थापक कोमल अहिरवार के नेतृत्व में संविधान दिवस के सुअवसर पर भारतीय संविधान और बाबा साहेब अम्बेडकर जी के सम्मान में प्रत्येक वर्ष की तरह विशाल पद यात्रा का आयोजन किया गया है.. पद यात्रा का मार्ग.. डॉ अम्बेडकर चौक दमोह से पद यात्रा प्रारम्भ होगी..पद यात्रा से पूर्व सर्व प्रथम संविधान के रचेता बाबा साहेब अम्बेडकर जी क़ो माल्यार्पण कर भारतीय संविधान की प्रस्तावना का वाचन कर पद यात्रा घंटाघर होते हुये राय चौराहा, स्टेशन चौराहा, बस स्टेण्ड, कीर्ति स्तम्भ,के बाद डॉ अम्बेडकर चौराहे पर समापन होगा.. एवं पद यात्रा में आये सभी साथी भारतीय संविधान की रक्षा करने एवं मौलिक कर्तव्यों का अनुश्रण करने भारतीय संविधान की शपथ लेगे। यह कार्यक्रम पूर्ण रूप से गैर राजनैतिक रहेगा, साथ हीं सभी जाति/धर्म/दल एवं सामाजिक संग़ठनो से विनम्र अपील है 26 नवम्बर 2025 क़ो दोपहर 12 बजे डॉ अम्बेडकर चौक दमोह पर अधिक से अधिक संख्या में पहुँचकर संविधान दिवस क़ो राष्ट्रीय पर्व स्वतन्त्रता दिवस की तरह घूमधाम से मनाये।
कादंबरी साहित्य महाकुंभ में डॉ गणेश राय सम्मानित..
दमोह। शहीद स्मारक प्रेक्षा ग्रह गोल बाजार जबलपुर
में दमोह के बुंदेली हस्ताक्षर डॉक्टर गणेश राय को पुस्तक बेड़िया कब तक
कादंबरी से सम्मानित किया गया। संस्कारधानी जबलपुर में आचार्य भागवत दुबे
अध्यक्ष राजेश पाठक प्रवीण सचिव अंतरराष्ट्रीय संस्था कादंबरी 2025 का कभी
स्वर्गीय छेदीलाल चौक से सम्मान से सम्मानित किया गया।
अंधविश्वास पाखंडता
सामाजिक विसंगतियों विद्रूपताओं पर प्रहार करती डॉ गणेश राय की पुस्तक
संवेदनात्मक समसामयिक कृति है जिससे हिंदी साहित्य अकादमी भोपाल के अनुदान
से प्रकाशित किया है। इस कृति पर मध्य प्रदेश लेखक संघ भोपाल का देवकीनंदन
माहेश्वरी सम्मान वर्ष 2018 में भी प्राप्त हो चुका है दमोह के वरिष्ठ
साहित्यकार पदमा तिवारी ओजेंद्र तिवारी प्रेमलता उपाध्याय एवं आराधना राय
की उपस्थिति रही। दमोह के सभी साहित्यकारों ने अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की।51 रक्तदानी में से 43 ने पहली बार किया रक्त दान.. दमोह।
रक्तदान दूसरों को जीवनदान देने के साथ स्वयं को स्वस्थ रखने में मदद करता
है। सोमवार को आयोजित रक्तदान जीवनदान शिविर में 51 से अधिक रक्तदानियों
द्वारा रक्तदान किया गया जिसमें 43 रक्तदानियों ने पहली बार रक्तदान किया।
जिले के ग्राम मडि़यादो में 32 युवाओं द्वारा रक्तदान किया गया इनमें एक
आशा कार्यकर्ता सहित 31 युवाओं ने पहली बार रक्त दान किया । यह पहला अवसर
था जब मडि़यादो में रक्तदान शिविर का आयोजन सीबीएमओ हटा डॉ उमाशंकर पटेल
द्वारा किया गया। रक्तदान शिविर में युवाओं की भागीदारी अधिक संख्या में
रही। रक्तदानियों द्वारा सोशल मीडिया पर रक्तदान करती हुई तस्वीर और अपील
बहुप्रसारित की गई जो उनके उत्साह को दिखा रही थी।इसी
क्रम में हटा सिविल अस्पताल से 10 रक्तदानी और उपजेल हटा से 11
रक्तदानियों द्वारा अपना रक्तदान किया। उपजेल हटा से दो महिलाकर्मी और 8
अन्य स्टाफ द्वारा रक्तदान किया गया। जेल अधीक्षक नागेंद्र सिंह चौधरी ने
भी रक्तदान किया और अपने स्टाफ के लिए रक्तदान करने प्रेरित किया। सीबीएमओ
हटा उमाशंकर पटेल ओर प्रभारी सुपरवाइजर मडियादो श्रीराम गोस्वामी ने
रक्तदान करने के लिए युवाओं से आग्रह किया और रक्तदान करने के फायदे सभी को
बताए । अधिकारियों की अपील के बाद युवा उत्साह के साथ रक्तदान करने शामिल
हुए। तेंदूखेड़ा में चेतन जैन ने जन्मदिन पर किया रक्तदान..
तेंदूखेड़ा। “रक्तदान महादान” की भावना को साकार करते हुए स्थानीय नागरिक युवा समाजसेवी चेतन जैन ने अपने जन्मदिन के शुभ अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, तेंदूखेड़ा में रक्तदान किया। चेतन जैन ने कहा कि जन्मदिन जैसे विशेष दिन पर यदि किसी जरूरतमंद की जान बचाने में योगदान मिले तो इससे बड़ा उत्सव कोई नहीं। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे भी आगे आकर नियमित रूप से रक्तदान करें और समाज में सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत करें।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों एवं स्टाफ ने चेतन जैन के इस प्रेरणादायक कदम की सराहना करते हुए उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएँ दीं और कहा कि इस तरह के प्रयास समाज में जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। श्री जैन को मानवता के इस पुनीत कार्य के लिए बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता मूरत सिंह ठाकुर, पूर्व मंडल अध्यक्ष गोविंद यादव, नगर परिषद उपाध्यक्ष लक्ष्मी नामदेव,सतेंद्र जैन, महेंद्र पाटकर, महेश झरिया, नंदू घोष डाक्टर संजय विश्वकर्मा, डॉक्टर दिनेश अवस्थी जी के अलावा अन्य कार्यकर्ता की उपस्थिति रही।
SIR कार्य में बीएलओ पर बढ़ते दबाव पर महासंघ ने चिंता जताई.. दमोह। मध्यप्रदेश शिक्षक संघ के राष्ट्रीय स्तर के संगठन “अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के दौरान बूथ लेवल ऑफिसर्स के ऊपर बढ़ते कार्य-दबाव, तकनीकी अव्यवस्था और प्रशासनिक दवाब को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है। अखिल भारतीय अध्यक्ष प्रो. नारायण लाल गुप्ता ने कहा कि बीएलओ को लगातार 16दृ18 घंटे फील्ड और पोर्टल कार्य करना पड़ रहा है, जबकि ऐप और पोर्टल के बार-बार क्रैश होने, नेटवर्क के अभाव तथा तकनीकी सहायता न मिलने से काम और भी कठिन हो गया है।
मध्यप्रदेश शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष डॉ श्री क्षत्रवीर सिंह राठौर जी ने अपने राष्ट्रीय संगठन के समक्ष अपनी बात रखते हुए बताया कि मध्यप्रदेश के कई जिलों में अधिकारियों द्वारा धमकीपूर्ण भाषा, नोटिस, वेतन रोकने की चेतावनियाँ और अपमानजनक व्यवहार की शिकायतें मिली हैं, जिसने ठस्व् शिक्षकों में भारी मानसिक तनाव पैदा किया है।कुछ राज्यों में आत्महत्या जैसी दुखद घटनाएँ भी सामने आई हैं, जो इस स्थिति की गंभीरता और मानवीय पक्ष की ओर स्पष्ट संकेत करती हैं। महासंघ की महामंत्री प्रो. गीता भट्ट ने कहा कि बीएलओ को आवश्यक संसाधन, तकनीकी प्रशिक्षण और सहयोगी स्टाफ उपलब्ध न होने के कारण उन्हें अपने निजी संसाधनों से कार्य पूरा करना पड़ रहा है। दूरस्थ, पहाड़ी और मरुस्थलीय क्षेत्रों में नेटवर्क की अनुपलब्धता के चलते ऑनलाइन सत्यापन और डेटा अपलोड लगभग असंभव हो जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि 20 वर्ष पुराने दस्तावेज़ मांगने पर जनता में भ्रम और असहयोग की स्थिति है, जिसके कारण कई बार बीएलओ को अभद्रता और तनावपूर्ण स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है।
आयोग द्वारा इस गहन सर्वे की पर्याप्त जानकारी आम जनता तक न पहुँच पाने से यह समस्या और बढ़ गई है। महासंघ ने भारत निर्वाचन आयोग से आग्रह किया है कि पुनरीक्षण कार्य की अंतिम तिथि को पर्याप्त आगे बढ़ाया जाए, ताकि बीएलओ बिना दबाव के गुणवत्तापूर्ण कार्य कर सकें। महासंघ ने इस कार्य में दबाव के कारण असामयिक मृत्यु या आत्महत्या करने वाले ठस्व् शिक्षकों के परिवारों को 1 करोड़ का अनुग्रह मुआवजा और एक आश्रित को सरकारी सेवा देने, तथा इन सभी मामलों की उच्च स्तरीय जांच कर दोषी अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई की माँग की है। साथ ही, प्रत्येक बूथ और ब्लॉक स्तर पर तकनीकी सहायक, कंप्यूटर ऑपरेटर या बीएलओ सहयोगी उपलब्ध कराने, बीएलओ को 5ळ नेटवर्क, टैबलेट/लैपटॉप, यात्रा भत्ता और अन्य आवश्यक संसाधन देने की आवश्यकता भी रेखांकित की गई है। महासंघ ने यह भी कहा है कि अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया जाए कि वे धमकी, दबाव या अपमानजनक भाषा का उपयोग न करें और बीएलओ के साथ सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित करें। महासंघ ने आयोग से इन सब बिंदुओं को ध्यान रखते हुए संवेदनशील और त्वरित हस्तक्षेप करने की मांग की है।
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