Header Ads Widget

जहां चाह होती है वहां राह भी मिलती है.. आपको जीने की चाह है और कोरोना से बचना है तो अपने खान-पान आचार विचार रहन सहन में परिवर्तन लाना होगा- वैज्ञानिक संत आचार्यश्री निर्भय सागर जी महाराज..

जैन धर्मशाला में हुआ आचार्य श्री के मंगल प्रवचन
दमोह। वैज्ञानिक संत आचार्य श्री निर्भय सागर जी महाराज ने जैन धर्मशाला में प्रवचन में कहा संसार की सभी शक्तियों में संकल्प शक्ति सबसे बड़ी शक्ति है संकल्प शक्ति से ही परमाणु बम बना है संकल्प शक्ति से ही यदि कोई आत्मा परमात्मा बना है तो वह सिर्फ संकल्प शक्ति से, संकल्प का अर्थ है नियम लेना जैन मुनियों के पास सबसे बड़ी शक्ति संकल्प शक्ति होती है इसी संकल्प शक्ति के माध्यम से वे 24 घंटे में एक बार भोजन पानी ग्रहण करते हैं बीच में कुछ भी नहीं लेते ठंडी गर्मी बरसात सहन करते हैं 1 दिन में 50 किलोमीटर दूरी तक नंगे पैर पदयात्रा कर लेते  है। संकल्प शक्ति से वे अपनी आत्मा को परमात्मा बना लेते हैं 
आचार्य श्री ने कहा भगवान महावीर स्वामी ने अपनी दृढ़ संकल्प शक्ति से स्वयं को भगवान बनाया संकल्प शक्ति प्रतिकूलता में जीना सिखाती है शत्रुओं से लड़ने की प्रेरणा देती है। असफलता में भी सफलता की किरण प्रदान करती है आत्मविश्वास आत्म नियंत्रण अपनी शक्ति अनुसार पुरुषार्थ एवं उम्मीद अर्थात आशा यह चार चीजें संकल्प शक्ति की सहायक है जब व्यक्ति निराश हो जाता है तब संकल्प शक्ति कमजोर पड़ जाते हैं। आचार्य श्री ने कहा प्रत्येक पदार्थ में अनंत शक्ति है प्रत्येक आत्मा में अनंत गुण अनंत ज्ञान एवं अनंत शक्ति विद्यमान है उसे उद्घाटित करने के लिए दृढ़ संकल्प शक्ति की आवश्यकता होती है मुर्दे को उठाने के लिए भले ही 4 लोगों की आवश्यकता पड़ती है लेकिन स्वयं के जीवन को ऊपर उठाने के लिए सिर्फ दृढ़ संकल्प शक्ति की आवश्यकता पड़ती है आशा की किरण हमेशा बनाए रखना चाहिए निराश व्यक्ति सफल होते हुए कार्य को भी असफलता में बदल लेता है आशा आस्था को पैदा कर दीजिए आस्था संकल्प शक्ति को पैदा करती है संकल्प शक्ति समर्पण भाव पैदा करती है समर्पण भाव पुरुषार्थ सील बनाता है आत्म नियंत्रण एवं विनय भाव पैदा करती है मन में उमंग तन मैं स्फूर्थी लाती है और यही सब मिलकर सफलता प्रदान करते हैं। 
आचार्य श्री ने कहा कोरोना से लड़ने के लिए दृढ़ संकल्प शक्ति की जरूरत है निराश होकर बैठने की नहीं, जो आया है वह जाएगा जो बना  है  वह नष्ट होगा जहां चाह होती है वहां राह भी मिलती है आपको जीने की चाह है और कोरोना से बचना है तो अपने खान-पान आचार विचार रहन सहन में परिवर्तन लाना होगा इसके लिए सर्वप्रथम आप विटामिन बी सिक्स का सेवन करें जो हमारी इम्यूनिटी को बढ़ाता है संक्रमित कोशिकाओं को ठीक करता है बेचैनी अनिद्रा को कम करता है विटामिन बी सिक्स चना केला आदि में होता है विटामिन डी विषाणु से लड़ने में मदद करता है इसकी कमी से निमोनिया ब्रोंकाइटिस आदि बीमारी होती है। विटामिन डी सर्वाधिक सूर्य किरणों से मिलता है इसलिए प्रातः जस्ट 15 मिनट तक सूर्य प्रकाश में सरसों का तेल लगाते हुए सेवन करना चाहिए विटामिन सी श्वेत रक्त कणिकाओं को निर्मित करता है पेट के विचारों को निकालता है ऊतक की मरम्मत करता है यह विटामिन संतरा मौसमी नींबू आदि फलों में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है विटामिन ई फ्री रेडिकल्स को बाहर निकालता है हृदय रोग और कैंसर के खतरे को कम करता है संक्रामक बीमारियों से बचाता है जो बादाम शिमला मिर्च सूरजमुखी के तेल में अधिकांश पाया जाता है इसलिए कोरोना से लड़ने के लिए इन पदार्थों का सेवन अवश्य करना चाहिए। 

Post a Comment

0 Comments