डंठलों नरवाई में आग लगाने पर होगी कारवाई..
दमोह । प्रदेश में धान एवं गेंहूं मुख्य फसल के रूप में ली जा रही है, इन फसलों की कटाई मुख्य रूप से कंबाईन हार्वेस्टर के माध्यम से की जाती है। कंबाईन हार्वेस्टर से कटाई उपरांत फसल की नरवाई में आग लगाने की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हुई है, आग लगाने से भूमि की उर्वरा शक्ति में कमी होती है तथा पर्यावरण गंभीर रूप से प्रभावित होता है। कलेक्टर श्री तरूण राठी ने कहा है भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के द्वारा नरवाई में आग लगाने की घटनाओं की सेटेलाईट मैपिंग की जा रही है। भारत सरकार के निर्देशानुसार घटनाओं की सघनता के आधार पर दमोह जिले को यलो जोन में रखा गया है। जहां पर 250 से 1000 तक घटनाएं हुई है।
राष्ट्रीय फसल अवशेष प्रबंधन नीति 2014 के अंतर्गत फसल अवशेष प्रबंधन हेतु ष्जिला स्तरीय फसल अवशेष प्रबंधन समितिश्श् का गठन किया गया। निकट भविष्य में धान फसल की कटाई प्रारंभ होने उपरांत रबी में गेंहू की कटाई होगी। अतरू नरवाई में आग लगाने की घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण हेतु अभी से कार्यवाही सुनिश्चित की जायें। उन्होंने कहा फसलों की कटाई में उपयोग किये जाने वाले कंबाईन हार्वेस्टर के साथ स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम के उपयोग को अनिवार्य किया जायें। जिले में गेहूं की नरवाई से कृषक भूसा प्राप्त करना चाहते हैं, कृषकों की मांग को देखते हुए स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम के स्थान पर स्ट्रा रीपर के उपयोग को अनिवार्य किया जा सकता है। कंबाईन हार्वेस्टर के साथ एसएमएस अथवा स्ट्रा रीपर में से कोई भी एक मशीन साथ में रहना अनिवार्य रहेगा।
पर्यावरण विभाग द्वारा नोटिफिकेशन 15 मई 2017 के नरवाई में आग लगाने की घटनाओं को प्रतिबंधित करके दंड अधिरोपित करने का प्रावधान किया है। न्यायालय कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट दमोह के आदेश धारा 144 दंड प्रक्रिया संहिता 1973 के अंतर्गत जिले में गेंहू एवं अन्य फसलों के डंठलों नरवाई में आग लगाये जाने पर प्रतिबंध लगाया गया। आदेश का उल्लंघन करने पर भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत दण्डनीय होगा। कृषकों को इस प्रावधान के बारे में व्यापक रूप से अवगत कराया जायें, जिससे वे स्वप्रेरणा से आग लगाने की कुप्रथा को छोड सकें। कृषकों में जागरूकता लाने के लिए विभिन्न विभाग जो ग्रामीण अंचलों से जुड़े है, उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। सभी मैदानी विभागी को इसमें जोड़ने के संबंध में समुचित कार्यवाही सुनिश्चित की जायें। अक्टूबर माह में एक विशेष पखवाड़ा भी इस हेतु आयोजित किया जायें, जिसमें जनप्रतिनिधियों की भागीदारी भी रखी जायें। इस रणनीति को अपनाते हुए घटनाओं को तेजी से नियंत्रित किया जायें तथा वर्ष 2020-21 में जिले में उक्त घटनाओं को नियंत्रित करने के संबंध में प्रभावी कार्यवाही करने के हर संभव प्रयास करें।
कलेक्टर ने किया जिला स्तरीय समिति का गठन
दमोह राष्ट्रीय फसल अवशेष प्रबंधन नीति 2014 अंतर्गत फसल अवशेष प्रबंधन से संबंधित विभिन्न उपायों को जिले में लागू कर क्रियान्वयन करने हेतु कलेक्टर श्री तरूण राठी ने जिला स्तरीय समिति का गठन किया है। इस जिला स्तरीय समिति में कलेक्टर अध्यक्ष एवं उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास सदस्य सचिव होंगे। इसके अलावा महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र, उप संचालक उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण, उप संचालक पशु चिकित्सा एवं पशुपालन, जिला अक्षय ऊर्जा अधिकारी, उर्जा विकास निगम, प्रभारी अधिकारी कृषि विज्ञान केन्द्र, प्रभारी अधिकारी मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, सहायक कृषि यंत्री कृषि अभियांत्रिकी, जिला प्रबंधक एमपी एग्रो तथा परियोजना संचालक आत्मा परियोजना समिति के सदस्य बनाये गये है। कलेक्टर श्री राठी ने कहा है समिति फसल अवशेषों (नरवाई) को खेतों में जलाने से रोक लगाने तथा उनके वैकल्पिक उपयोग को बढ़ावा देने के लिये कार्य करेंगें। इस संबंध में समिति की बैठक कलेक्टर श्री तरूण राठी की अध्यक्षता में आज 05 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित की गई है। सभी संबंधितों को निर्धारित समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये है।
समर्थन मूल्य पर उपार्जन हेतु पंजीयन 15 अक्टू. तक
दमोह। विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर धान एवं मोटे अनाज उपार्जन हेतु जिले में सेवा सहकारी समिति बालाकोट, अभाना, जबेरा, घानामैली, सिंगपुर, मौसीपुरा, रौड़, सिमरी -जालमसिंह, नोहटा, कुम्हारी, पटेरा, पटेरिया, समनापुर, सर्रा, तेजगढ़, पुराकरौंदी, माड़नखेड़ा, तेन्दूखेड़ा, नरगुवां, सांगा, पथरिया ,हटा एवं बटियागढ सहित कुल 23 पंजीयन केन्द्र स्थापित किये गये है, जिन पर 15 अक्टूबर 2020 तक किसान पंजीयन का कार्य किया जावेगा । किसान पंजीयन प्रातः10.30 बजे सायं 5.30 बजे तक समस्त कार्य दिवसों में ( रविवार एवं शासकीय अवकाश छोड़कर) किया जावेगा ।
भूमि स्वामी अपना पंजीयन समिति स्तर पर स्थापित पंजीयन केन्द्र के अतिरिक्त एम.पी.किसान एप, कामन सर्विस सेंटर, लोक सेवा केन्द्र , ई-उपार्जन पंजीयन एप से भी करा सकते है। सिकमीध्वनाधिकार पट्टाधारी कृषकों का पंजीयन समिति स्तर पर स्थापित पंजीयन केन्द्र पर ही किया जावेगा । कृषकों को नवीन पंजीयन हेतु आधार नंबर, बैक खाता नंबर , मोबाईल नंबर की जानकारी पंजीयन केन्द्र पर उपलब्ध कराना होगी । किसान की भूमि एवं फसल के बोये गये रकबे की जानकारी गिरदावरी डाटाबेस से ली जावेगी । जिन किसानों के द्वारा विगत खरीफ एवं रबी विपणन मौसम में समर्थन मूल्य पर खाद्यान्न विक्रय हेतु ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन कराया गया था, ऐसे किसानों को खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में पंजीयन हेतु दस्तावेज देने की आवश्यकता नहीं है । यदि विगत वर्ष के पंजीयन में उल्लेखित आधार नंबर , बैक खाता, मोबाईल नंबर में किसी प्रकार के संशोधन की आवश्यकता होने पर संबंधित दस्तावेज प्रमाण स्वरूप पंजीयन केन्द्र पर लाने होगें । जिला आपूर्ति अधिकारी ने किसानों से अनुरोध किया है कि समयावधि में अपने नजदीकी पंजीयन केन्द्र पर उपस्थित होकर उपनी उपज का पंजीयन करावें ।
समन्वय एवं अनुश्रवण समिति गठित बैठक आज
दमोह शासन द्वारा जारी दिशा निर्देशानुसार प्रदेश में दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना क्रियान्वित की जा रही है। योजना के सुचारू रूप से संचालन हेतु जिला स्तर पर कलेक्टर श्री तरूण राठी ने समन्वय एवं अनुश्रवण समिति गठित की है। समिति में कलेक्टर अध्यक्ष तथा परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण दमोह सदस्य सचिव होंगे। अध्यक्ष, प्रशासक नगर पालिका परिषद दमोह, जिला खाद्य अधिकारी, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र, उपसंचालक सामाजिक न्याय एवं निरूशक्तजन कल्याण, मुख्य नगर पालिका अधिकारी दमोह, अध्यक्ष अनाज व्यापारी संघ एवं अध्यक्ष सब्जी मंडी एसोसिएशन दमोह सदस्य बनाये गये है।
कलेक्टर श्री राठी ने कहा है गठित की गई समिति योजना का सफल एवं सुचारू रूप से संचालन हेतु समस्त आवश्यक कार्यवाही एवं समीक्षा करेगी। समिति की बैठक गठित की गई समिति की बैठक कलेक्टर श्री तरूण राठी की अध्यक्षता में आज 05 अक्टूबर को कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में दोपहर 12 बजे से आयोजित की गई है। सभी संबंधित सदस्यों को बैठक में उपस्थित होने के लिये कहा गया है।
मप्र जैव विविधता क्विज का जिला स्तरीय आयोजन आज
दमोह। संपूर्ण मध्य प्रदेश के साथ दमोह जिले में भी आज मध्यप्रदेश जैव विविधता क्विज का जिला स्तरीय आयोजन किया जा रहा है कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए आयोजित प्रतियोगिता में दमोह जिले के 100 विद्यालय पंजीकृत हैं जो आज प्रतियोगिता में सम्मिलित हो रहे हैं, कोविड- 19 की परिस्थितियों को देखते हुए संपूर्ण मध्यप्रदेश में इस बार प्रतियोगिता का आयोजन ऑन लाइन किया जा रहा है सभी विद्यार्थी अपने घर या विद्यालय से ही प्रतियोगिता में सम्मिलित हो रहे हैं प्रतियोगिता का आयोजन वन विभाग एवं शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया जा रहा है डीएफओ बिपिन पटेल जिला शिक्षा अधिकारी हरिनारायण नेमा सहायक संचालक पी पी सिंह एवं क्विज मास्टर मोहन राय दिलीप जोशी ने सभी तैयारियों को पूर्ण कर लिया है।


0 Comments