दमोह शहर की सीमा में गौशाला के निर्माण हेतु ज्ञापन सौंपा
दमोह। दमोह में अवैध गौ कशी व गौवंश की चोरी चर्म पर हैं कारण गौवंश का खुले में घूमना अभी कुछ दिन पहले दमोह शहर की कोतवाली में कसाईयो से जप्त की गई तीन गौ माता की भूख व अन्य कारणों से मृत्यु हो गई थी। दमोह शहर की परिधि के अंतर्गत ऐसी कोई भी गौ शाला नही है, जो कोतवाली या प्रशासनिक कार्यवाही के बाद पकड़ी गई गौ माता को शरण दे सके, और कोतवाली में ज्यादा दिन रखने की भी कोई व्यवस्था भी नही है, इसके अभाव में गौ वंश या तो भूख से या बीमारी से मर जाता है, उक्त विषय हेतु प्रशासन से विन्रम अनुरोध है कि दमोह शहर में नजूल की कुछ जमीन गौ शाला के लिए आवंटित कि जाए, जिसे हम प्रसाशनिक व जनसहयोग से निर्मित कर समय के लिए गौवंश की सुरक्षा एवं सुंदर गौशाला का निर्माण विना किसी रूकावट के कर सकें। जिससे अवैध गौवंश की सुरक्षा हो सकें और गौ कशी पर प्रतिबंध लग सकें। अतः आपके सहयोग और आदेश से ये कार्य शीघ्र हो सकता है, अपने निवेदन है कि शीघ्र अनुमति प्रदान करें।
ज्ञापन देने वालों में पं कृष्णा तिवारी, पं श्रवण पाठक, सूर्यकांत द्विवेदी, अनुज परिहार, आलोक, बाबू, शुभम्, नरेन्द्र, दीपक, विधान, दीपक, अंचल, शनि, ऋतिक, विवके, सत्यम, श्रीकांत, संजय, शशिकांत, अभिषेक, नारायण, अर्पित, सुमित, सूरज, दीपेश, रोहित, रितिक, चिन्नू, तनुज, अक्षय, अरूण, पिन्सु, अर्पित, शनि, सत्यम, अंजुल और बड़ी संख्या में संगठन के लोगों की उपस्थिति रही।
अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद, राष्ट्रीय बजरंग दल ने ज्ञापन सौंपा
दमोह। अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद राष्ट्रीय बजरंग दल के बेनर तले माननीय राज्यपाल महोदय के नाम एक ज्ञापन जिला कलेक्टर दमोह को ज्ञापन सौंपा गया। जानकारी देते हुए उमेश महाराज ने बताया कि यूपी के हाथरस में दलित बहन के बलात्कार व हत्या के संबंध में मांग यह ज्ञापन सौंपा जा रहा है एवं संगठन ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि एक स्पेशल कोर्ट का निर्माण करके शीघ्र अति शीघ्र ऐसे विषयों पर त्वरित निर्णय करवाया जाएं जिससे कि देश में अपराधियों के बीच यह संदेश पहुंचे की इस तरह का कृत्य करने वाले अपराधी ज्यादा देर नहीं बच सकतें। ज्ञापन सौंपने वालों में संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति रहीं। उक्त जानकारी दीपक नेमा द्वारा दी गई।
हिन्दी लेखिका संघ की पाँचवी आनलाईन गोष्ठी संपंन
दमोह। हिन्दी लेखिका संघ की वरिष्ठ साहित्यकार चंद्रा नेमा के मुख्यातिथ्य एवं अंतर्राष्ट्रीय कवयित्री डॉ प्रेमलता नीलम की अध्यक्षता में हिन्दी पखवाडे के समापन पर हिन्दी के महत्व और उपादेयता को रेखांकित करते हुए ऑनलाइन लघुकथा तथा काव्य पाठ सम्पन्न हुआ। सरस्वती वंदना प्रेमलता उपाध्याय ने प्रस्तुत की। संचालन संस्था अध्यक्ष पुष्पा चिले द्वारा किया गया और आभार सावित्री तिवारी ने किया। इस गोष्ठी में मनोहारी चित्रांकन वाला पोस्टर चि. आराध्य चिले एवं प्रतिभागी बहनों को दिये जाने वाले सम्मान पत्र का मनमोहक चित्रांकन श्री संतोष श्रीवास्तव सागर ने किया। ऊषा नीरांजना, प्रेमलता उपाध्याय और पुष्पा चिले ने समाज में व्याप्त विद्रूपताओं पर शिक्षात्मक लघुकथा का वाचन किया। गोष्ठी में आराधना राय, भावना शिवहरे, संगीता पान्डे, कमलेश शुक्ला, मनोरमा रतले, सावित्री तिवारी, सुनंदा जैन, मन्दाकिनी बेन पटेल, लता गुरु, स्नेहा चैहान, प्रतिभा तिवारी, लक्ष्मी ताम्रकार, कुसुम खरे श्रुति, चंद्रा नेमा एवं डॉ. प्रेमलता नीलम ने विभिन्न आयामों पर मधुर, सरस काव्य पाठ किया। बड़ी संख्या में श्रोता बहनों की उपस्थिति रही।



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