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कुंडलपुर से दमोह पहुची आर्यिका रत्न ऋजु मति माताजी की संघ सहित भव्य अगवानी.. सिविल वार्ड भायजी मंदिर में विराजमान है आर्यिका संघ.. विजयनगर में सिद्धचक्र महामंडल विघान 16 से 25 मार्च तक..

आर्यिका रत्न ऋजु मति माताजी कि संघ सहित भव्य अगवानी..

दमोह। कुंडलपुर से दमोह नगर आगमन पर आर्यिका रत्न ऋजुमति माताजी के ससंघ दमोह नगर आगमन पर समाज के द्वारा मंगल अगवानी की गई। कुंडलपुर के ओर जाने वाले मार्ग पर दमोह से 3 किमी दूर स्थित धर्मपुरा नाका पहुंचकर श्रद्धालु गणों ने आर्यिका संघ की मंगल अगवानी की

  समाज के युवा बंधु हाथों में ध्वज लेकर जयकारे लगाते हुए सबसे आगे थे बेंड बाजों की ध्वनि और बड़े बाबा और छोटे बाबा के जयकारों से सारा वातावरण गुंजायमान हो गया। मार्ग के दोनों तरफ खड़े भक्त गणों ने आर्यिका संघ की मंगल आरती उतारी आर्यिका संघ ने पुराने थाने से सीधे सिविल वार्ड भाई जी मंदिर के लिए प्रस्थान किया। मार्ग के मध्य में कीर्ति स्तंभ पर संतोष सिघई परिवार को पाद प्रक्षालन का सौभाग्य प्राप्त हुआ। 

सिविल वार्ड में भाई जी मंदिर के द्वार पर भी मंगल कलशो के साथ महिलाओं ने मंगल अगवानी की। भाई जी मंदिर में शांति धारा के उपरांत आर्यिका श्री ने अपने मंगल उद्बोधन में कहा कि संतो के आगमन से भव्य जीवो को हार्दिक प्रसन्नता का अनुभव होता है संत जहां जाते हैं वहां सोना सोना हो जाता है जहां से चले जाते हैं वहां सूना सूना हो जाता है नवीन मंदिरों में मनोज्ञ प्रतिमाएं सुखानुभूति देती हैं धर्म कार्यों को करने से पुण्य की अभिवृद्धि होती रहती है। 

मंगल अगवानी के अवसर पर दिगंबर जैन पंचायत अध्यक्ष सुधीर सिंघई,  महामंत्री रूपचंद संगम, संतोष भारती, चंद्रकुमार, रूपचंद, राजकुमार, नन्ना, ग्रीस अहिंसा, संजीव शाकाहारी, सुनील वेजीटेरियन, शैलेंद्र मयूर, महेश बड़कुल, संदीप, आनंद, श्रेयांश सराफ, चक्रेश, प्रवीण, महावीर आदि की उपस्थिति रहीं।

विजयनगर में सिद्धचक्र महामंडल विघान 16 से 25 मार्च तक

दमोह। विजयनगर में श्री 1008 सिद्धचक्र महामंडल विघान एवं विश्वशांति महायज्ञ का आयोजन 16 से 25 मार्च तक किया जा रहा है। आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज के आर्शीवाद एवं आर्यिका रत्न ऋजु मति माताजी के ससंघ सानिध्य में बाल ब्रम्हचारी संजीव भैया कटंगी एवं अंकित भैया धनेटा के निर्देशन में होने वाले इस आयोजन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। 

16 मार्च को दोपहर एक बजे से चोसठ रिद्धी विधान एवं पात्र चयन किया जाएगा। 17 मार्च को सुबह घट यात्रा निकलेगी। इसके बाद ध्वजारोहण तथा 24 मार्च तक विधान संपंन होगा। 25 मार्च को यज्ञ दीक्षा, विश्वशांति महायज्ञ निष्ठापन समापन  उपरांत दापेहर डेढ़ बजे से श्रीजी की शोभायात्रा नगर परिक्रमा का आयोजन किया जाएगा। विजय नगर जैन मंदिर समिति ने सभी सधर्मी बंधुओं से आयोजन में शामिल होकर धर्मलाभ की अपील की है।

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