राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत 05 मार्च को आयेंगे
दमोह। राजस्व एवं परिवहन तथा जिले के प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत 05 मार्च को दोपहर 12 बजे सागर से दमोह आयेंगे। आप दोपहर 01 बजे पार्टी मीटिंग में शामिल होगें। तंदोपरांत आप अपराहृ 02.15 बजे जटाशंकर स्थित महाराणा प्रताप सामुदायिक भवन के लोकार्पण कार्यक्रम के उपरांत अपराहृ 03 बजे जिला योजना समिति की बैठक में शामिल होंगे। प्रभारी मंत्री श्री राजपूत शाम 06 बजे दमोह से सागर के लिए प्रस्थान करेंगे।
कुण्डलपुर से मुनि संघों का अलग दिशाओ में विहार
दमोह। सिद्ध क्षेत्र कुण्डलपुर में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के समोशरण से मुनि संघ का महामहोत्सव के सम्पन्न होने के साथ ही पद विहार गुरु आज्ञा से होने लगा है, आज सोमवार को 6 मुनि संघ का कुण्डलपुर से विभिन्न तीर्थ क्षेत्रों की ओर पद विहार हुआ जिनमें महामहोत्सव के समय निर्यापक की उपाधि से विभूषित मुनि श्री समता सागर जी महाराज, निर्यापक मुनि श्री प्रशान्त सागर जी महाराज, निर्यापक मुनि श्री अभय सागर जी महाराज, निर्यापक संभव सागर जी महाराज, मुनि श्री निर्दोष सागर जी महाराज, मुनि श्री निरापद सागर जी महाराज का संघ सहित पद विहार हुआ। ज्ञात हो कि वर्तमान में फरवरी माह
में जैन धर्म के अनुयायियों ने इतना बड़ा मुनि संघ एक साथ पहली बार देखा था,
जो मुनि महाराज, आर्यिका माताजी छोटे बाबा आचार्य श्री विद्यासागर जी
महाराज की तपस्या स्थली में दिसम्बर माह से फरवरी माह तक देश के विभिन्न
तीर्थ स्थल से गुरु चरणों में आए थे ,अब आज 26 महाराज गुरु आज्ञा से गुरु
चरणों से दूर जा रहे हैं।
सैकड़ों लोगों ने किया बड़े बाबा का महामस्तकाभिषेक
विश्व प्रसिद्ध देवाधीदेव 1008 भगवान आदिनाथ बड़े बाबा के दर्शन पूजन के लिए भारत देश से ही नहीं अपितु विश्व के अनेक देशों से श्रद्धालु आते हैं, आज सोमवार को हजारों लोगों ने बड़े बाबा का महामस्तकभिषेक किया और आचार्य श्री का आशीर्वाद लिया। सोमवार को आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज को नवधा भक्तिपूर्वक पूजन और आहार देने का सौभाग्य क्षेत्र कमेटी अध्यक्ष संतोष सिंघई, क्षेत्र के रोकड़िया उत्तम चंद के परिजनों को प्राप्त हुआ।
राजस्व निरीक्षक संघ ने मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन
दमोह। अपनी
पदोन्नति सहित विभिन्न मांगों को लेकर जिला राजस्व संघ द्वारा मुख्यमंत्री
के नाम संबोधित एक ज्ञापन एडीएम नाथूराम गोडसे सौंपा जिसमें कहा गया है कि
हाल ही में आयुक्त भू अभिलेख एवं प्रमुख राजस्व आयुक्त के मर्ज संबंधी
प्रेजेंटेशन का प्रदर्शन दोनों कार्यालयों में विभिन्न अधिकारियों की सहमति
लेने हेतु किया गया ।वर्तमान व्यवस्था में सहायक अधीक्षक भू अभिलेख के
कुल पद 282 (पदोन्नति हेतु आरक्षित 75% कुल 212) एवं नायब तहसीलदार के 1242
पद,(पदोन्नति हेतु आरक्षित 25% =311) इस प्रकार राजस्व निरीक्षक से
पदोन्नति हेतु कुल 311+212 कुल 523 पद आरक्षित हैं। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष भरत पांडे, महेश दुबे, दिनेश असाटी, अभिषेक जैन, श्री श्रीवास्तव, नीलेश मिश्रा, प्रीतम सिंह, रज्जन सिंह, अनिल अहिरवाल,सुरेश खटीक आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
ज्ञापन में बताया गया कि प्रस्तावित मर्ज सेटअप में दी गयी व्यवस्था में पदोन्नति हेतु
कुल पद 1524 पद का 25% कुल 381 आरक्षित रखे जाने का प्रावधान किया जा रहा
है जिससे राजस्व निरीक्षक संवर्ग के पदोन्नति हेतु उपलब्ध पदों की भारी
हानि हो रही है, जो राजस्व निरीक्षक के हितों को सीधा प्रभावित करते हुए
हताश करने वाला है। विदित है कि बर्ष 2016 से सर्वोच्च न्यायालय में
प्रकरण लम्बित होने से कई राजस्व निरीक्षक ऐसे है, जो कि अपनी सेवाकाल मे
राजस्व निरीक्षक के पद से ही भर्ती होकर राजस्व निरीक्षक के पद से ही
सेवानिवृत हो गये है। प्रस्तावित सेटअप से प्रदेश में विभिन्न कार्यालयों
में पदस्थ लगभग 1500 राजस्व निरीक्षक के हित प्रभावित हो रहे हैं।
वर्तमान
समय में राजस्व निरीक्षकों के कुल स्वीकृत पद 2169 हैं जो आज दिनांक तक
सन 1995-96 से पदोन्नति ना होने के कारण 27 वर्ष से एक ही पद पर कार्यरत
हैं, इस स्थिति को देखते हुए नवीन सेटअप में यदि नायब तहसीलदारों के कुल
स्वीकृत पद 1524 में से 75% पदों पर पदोन्नति राजस्व निरीक्षकों से की जाए
तो 1143 पदों पर पदोन्नति की जा सकती है अर्थात 2169 पदों का 75 % की
पदोन्नति लगभग 10 वर्षों में होती है तो अगले 10 वर्षों में 30-50% राजस्व
निरीक्षकों को पदोन्नति किया जा सकता है, जिससे यदि कोई कर्मचारी राजस्व
निरीक्षक पद पर पदोन्नति होता है या सीधी भर्ती से आता है, तो लगभग 15 वर्ष
में एक प्रमोशन प्राप्त कर लेगा। यदि नायब तहसीलदारों के कुल स्वीकृत पद
1524 का 25% अर्थात 381 पदो पर ही पदोन्नति होती है, तब राजस्व निरीक्षकों
के कुल स्वीकृत पद 2169 में से 381 पद पर लगभग प्रत्येक 7 वर्ष में
प्रमोशन होता है तो सीधी भर्ती से नियुक्ति या राजस्व निरीक्षक के पद पर
पदोन्नत कर्मचारी को लगभग 37 साल में पदोन्नति का अवसर प्राप्त होगा,
अर्थात पूर्ण सेवाकाल में कुछ ही राजस्व निरीक्षक पदोन्नति हो पाएंगे शेष
राजस्व निरीक्षक पद पर ही सेवा निवृत्त हो जाएँगे। शासन के किसी भी विभाग
में कहीं भी ऐसी प्रक्रिया नहीं है जिसमें लगभग 37 साल में प्रमोशन के अवसर
प्राप्त होते हों ,इस कारण कई राजस्व निरीक्षक उसी पद पर सेवानिवृत्त होते
है, एवं कई राजस्व राजस्व निरीक्षक लगभग आज दिनांक को 27 वर्ष से उसी पद
पर कार्यरत हैं इस कारण से राजस्व निरीक्षक सवर्ग में मायूसी एवं उदासीनता
उत्पन्न है अतः राजस्व निरीक्षक संवर्ग की माँग को देखते हुए नायब तहसीलदार
के कुल स्वीकृत पद में 75 प्रतिशत पदों पर राजस्व निरीक्षक की पदोन्नति
कर आगे बढ़ने के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराने हेतु ज्ञापन सौपा।
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