दमोह। नगर के सिंघई जैन मंदिर जी में इन दिनों सिद्धों की आराधना के साथ सिद्ध चक्र महामंडल विधान का आयोजन भेजती भाव के साथ चल रहा है। इस अवसर पर भव्य समवसरण की रचना की गई है वही पट्टाचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री समत्व सागर जी एवं शील सागर जी का मंगल सानिध्य भी प्राप्त हो रहा ळें सिध्द चक्र महामंडल विधान अवसर पर बुधवार को प्रातः बेला में श्री जी के अभिषेक शांति धारा पूजन उपरांत विधान प्रारंभ हुआ।
इस अवसर पर श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर एवं बड़ा जैन मंदिर से आए आसामियों के द्वारा विधान हेतु द्रव्य समर्पित करके मुनि श्री का आशीर्वाद प्राप्त किया गया। वही जयपुर से आए श्रावकों ने पूर्व के चातुर्मास का मंगल कलश प्राप्त किया। मंगल प्रवचन की बेला में मुनि श्री समत्व सागर जी ने कहा कि संसार में दुख का कारण स्वयं के कर्म है अपने परिणाम अथवा विचार है विचारों में निर्मलता से ही पवित्रता प्राप्त होती है कर्म सिद्धांत संपूर्ण जगत के लिए समान होता है महावीर भगवान के सिद्धांत मात्र जैन पर लागू नहीं होते वे पूरे संसार के लिए एक समान है भाव की दशा से मनुष्य को उसका प्रतिफल प्राप्त होता है मानव मंदिर तक धार्मिक होता है मंदिर से बाहर वह संसार में घुल मिल जाता है भावों की दशा संसार में रुला रही है..
उच्च भाव मोक्ष की ओर निम्न भाव निगोद की ओर ले जाते चेहरा भावों की दशा बता देता है अंतरंग में जितनी निर्मलता होती है वह बाहर प्रकट हो जाती है जैसे भाव बनते हैं वैसा ही हमारा जीवन बनता है स्वर्ण कलश में यदि मल भरा हो तो वह लेने योग्य नहीं होता इस तरह यदि शरीर चमकता हो किंतु अंदर क्रोध मान माया लोभ रुपी मल भरा है तो उसका कल्याण कैसे हो सकता है। इस मौके पर जैन पंचायत अध्यक्ष सुधीर सिंघई मंदिर अध्यक्ष उपाध्यक्ष अनिल मामा, रिंकू सिंघई जैन मिलन के प्रांत पदाधिकारी दिलेश चौधरी श्रावक कल्याण समिति महामंत्री सुनील वेजीटेरियन, राजेंद्र अटल, आनंद जैन, विपिन जैन, सवन सिल्वर, जिनेंद्र उस्ताद, शैलेंद्र मयूर, राजेश हिनौती सहित बड़ी संख्या में श्रावक जनों की उपस्थिति रही।श्रीमति इंदिरा गांधी जी की जयंती मनायी.. दमोह। जिला कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार जिला सेवादल द्वारा जिला कांग्रेस कार्यालय में आयरन लेडी के नाम से विख्यात पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती पर माल्यार्पण करते हुये उनके जीवन पर प्रकाश डाला गया। पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मनु मिश्रा ने कहा कि हमारे देश की वह प्रथम महिला प्रधानमत्री थी जिन्होने सत्ता में रहते हुये भी विपक्ष का सम्मान रखा एवं उनकी तेज तर्रार छवि के कारण लोह नेत्री कहा गया, जिला कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष श्री संजय चौरसिया ने कहा कि वह रॉयल राजनेता थी, आखिरी वक्त में भी उन्होने कहा था कि वह देश की खातिर बलिदान दे देंगी किन्तु देश की अस्मिता से समझोता नहीं करेंगी।
तिलक सिंह, वीरेन्द्र राजपूत, प्रदीप पटेल, विजय बहादुर, कमला निसाद, भूपेन्द्र अजमानी, मुकेश रोहितास, मंजीत यादव, बबलू भट्ट, बसंत कुसवाहा, प्रमेश सिरोठिया, डालचंद कुशवाहा, डी.पी. पटैल, शंभू राय, रियाज खान, मदन सुमन ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विचार रखते हुये कहा कि आज के राजनेताओं के भाषणों में फूहड ़ता एवं स्वयं के बारे में अभिमान रहता है, वहीं इंदिरा जी के भाषण देश की जनता के प्रति रहते थे। इस अवसर पर रमेश राठोर, अनुज ठाकुर, अलीम खान, राकेश राय, श्रीकांत पटेल, ए.के चिश्ती सहित अनेक कांग्रेसजनों की उपस्थिति रही।

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